अमर उजाला की मस्त “इष्टैल”। पहले थूको, फिर चाट लो
: पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली को महान बताया, अगले ही दिन उसी महानता को रद्दी में फेंका : कानपुर दंगा पर सरासर झूठ अफवाहें, फिर लखनऊ को निकृष्ट कार्यप्रणाली माना : श्रेष्ठ पुलिसिंग करने वाले दस जिलों में एक भी कमिश्नरेट प्रणाली से नहीं संचालित : कुमार सौवीर लखनऊ: अपने ही हाथ से, अपने ही जूते […]
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