: भारी पुलिस सुरक्षा में दो हमलावरों ने अतीक-अरशद की खोपड़ी पर पिस्तौल से चीथड़े उड़ाए : एक दिन पहले ही असद और गुलाम भी मारा जा चुका : मीडिया के बीच हुआ हादसा, पुलिसवाले भी मुस्तैद थे : सभी हत्यारे आराम से मौके से फरार :
कुमार सौवीर
लखनऊ : जय हो, अतीक अहमद मर गया। जय हो
जय हो, अरशद अहमद मर गया। जय हो
आज देर शाम इलाहाबाद में मेडिकल जांच के लिए अतीक अहमद और अरशद अहमद को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था। इन दोनों की सुरक्षा के लिए उनके चारों ओर अत्याधुनिक हथियारों से लैस कड़ी और भारी पुलिस तैनात की गई थी। अभी एक दिन पहले ही यूपीएसटीएफ ने अतीक के बेटे असद और साथी गुलाम को गोली मार कर खत्म कर दिया था।
आज घटना के अनुसार सिर्फ तीन हमलावरों ने इन लोगों को गोली मार कर हमेशा के लिए तब खत्म कर दिया, जब वे भारी मीडियावालों से बात कर रहे थे। गोलियों ने इन दोनों की खोपड़ी को सटा कर मारी गईं, और दोनों की खोपड़ियों के चीथड़े उड़ गए।
घटना के वक्त भारी पुलिस तैनात थी। चारों ओर भारी पुलिस लगी हुई थी। मीडिया के सवालों का जवाब अतीक दे रहा था कि अचानक एक हत्यारे ने सबसे पहले अतीक की खोपड़ी को निशाना बांधकर पिस्तौल अतीक की बिल्कुल सटा कर गोली मार दी। और उसके तत्काल दूसरे हत्यारे ने अरशद की भी खोपड़ी पर गोली धंसा दिया। दोनों ही मौके पर गिर पड़े।
इतना ही नहीं, घटना होते ही सारे पुलिस वाले तो अगल-बगल खिसक गए। लेकिन हमलावरों ने इन दोनों पर कई-कई गोलियां मारी। हैरत की बात है एक भी पुलिस वाले ने एक भी हमलावर को रोक करने की कोशिश की, न किसी को दबोचने की हिम्मत जुटाई और न ही उनमें से किसी पर गोली ही मारने का दायित्व पूरा किया।
और इस तरह यूपी में रामराज स्थापित हो गया