“देशद्रोही” की संपत्ति में है इसरो, जहां चंद्रयान-3 रवाना हुआ

दोलत्ती

: आधा अहमदाबाद था विक्रम साराभाई का, सारी संपत्ति गांधी के चलते भारत को दान दे दी : होमी जहांगीर के दोस्त और फिजिक्स-वैज्ञानिक थे विक्रम : विक्रम की जमीन पर कई मील तक पसरा है इसरो : विक्रम की बेटी हैं डॉ मल्लिका साराभाई, जिसे संघी-बीजेपी देशद्रोही बताते हैं :

सत्येंद्र पी सिंह

नई दिल्ली : विक्रम साराभाई महात्मा गांधी के भक्त थे और जवाहरलाल नेहरू के मित्र। आधा अहमदाबाद उनके पिता अंबालाल साराभाई का था। उनकी बड़ी बड़ी फैक्ट्रियां थीं। गांधी के चक्कर मे पड़कर उन्होंने अपनी सारी सम्पदा भारत के नाम कर दी।
विक्रम साराभाई फिजिक्स के वैज्ञानिक थे। भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा के मित्र थे। उन्होंने फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी की स्थापना की, जो स्पेस रिसर्च फार्मुलेशन पर काम करता है। उस फार्मूले को मूर्त रूप देने के लिए उन्होंने जवाहरलाल नेहरू के सहयोग से इसरो की बुनियाद रखी।
कई किलोमीटर में बना इसरो विक्रम साराभाई की जमीन पर बना है। इसरो की इतनी बड़ी कॉलोनी है कि उसके सारे वैज्ञानिक व कर्मचारी कैम्पस में ही रहते हैं।
विक्रम साराभाई की बेटी का नाम डॉ मल्लिका साराभाई है। आरएसएस भाजपा के भक्त उन्हें राष्ट्रविरोधी ताकत और एनजीओ से पैसा कमाने वाली बताते हैं क्योंकि वह भाजपा की दंगा नीति की विरोधी रही हैं।
इतनी सी बात याद दिलानी थी। पता तो होगा ही आप लोगों को।

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