एचओडी साहब । तुम तो बहुतै रंगीले निकले

बिटिया खबर

: औकात में रख डाला छात्रा ने, बना लिया विभागाध्‍यक्ष की बातचीत का वीडियो : पूर्वांचल विश्‍वविद्यालय के निकृष्‍ट टीडी कालेज : छात्रा को सहवास और सुरक्षित तरीके समझा रहा था मास्‍टर : प्रिंसिपल बोले कि जांच व स्‍पष्‍टीकरण होगा : गोगोई से प्रदीप सिंह पूरा सरकारी अमला पाजामा खोले बैठा : मास्‍टर के सेक्‍स वाले बुखार को छात्रा ने एक ही झटके में शीतगृह में घुसेड़ दिया :

कुमार सौवीर

लखनऊ : जब एक राज्‍यपाल संविधान को दक्षिण-दिशा में फेंक कर, तीन-तीन महिलाओं के साथ राजभवन में ही रंगरेलियां मना रहा है, जब मंत्री और विधायक लोग आम आदमी की दिक्‍कतें सुनने के बजाय महिलाओं के साथ एकांत ढफली बजा रहे हैं। जब सर्वोच्‍च न्‍यायालय से लेकर कड़कड़डूमा तक के जज साहब लोग अपने न्‍याय-धर्म को ठेंगा पर रख कर अपनी अधीनस्‍थ महिला कर्मचारियों के साथ चुम्‍माचाटी में व्‍यस्‍त हैं। जब उप्र सचिवालय के सचिव स्‍तर के अधिकारी फाइलें निपटाने के बजाय खुद में हनी-ट्रैप में फंसने और अपनी संव‍िदाकर्मी को जबरिया चूमने पर आमादा हैं। ऐसी हालत में अगर देश के एक विख्‍यात पीजी कालेज के एक विभागाध्‍यक्ष अपनी ही छात्रा को चनाजोर गरम करके फंसाने की प्रयास कर रहे हैं, तो उसमें दिक्‍कत क्‍या है।
पहले विश्‍वयुद्ध के आसपास गांधी जी और महामना मदनमोहन मालवीय जी के प्रयासों से तिलकधारी सिंह नामक एक बड़े जन-समर्पित व्‍यक्ति ने पूर्वांचल में एक पीजी कालेज की स्‍थापना की थी। जौनपुर के करीब सौ बरस पुराने इस टीडी कालेज के छह संकायों में करीब बीस हजार छात्र पढ़ते हैं। एक वक्‍त हुआ करता था, जब यहां के करीब तीन सौ से भी ज्‍यादा शिक्षकों का सम्‍मान पूरे देश में होता था। लेकिन अब पूरा कालेज अब स्‍खलन की ओर बढ़ता जा रहा है।

ताजा खबर है कि यहां प्राचीन भारतीय इतिहास के विभागाध्‍यक्ष आजकल अपनी छात्राओं को प्राचीन कोका पंडित और वात्‍स्‍यायन जैसे महान सहवास पंडितों को पाण्डित्‍यपूर्ण व्‍याख्‍या करने के बजाय यह मास्‍टर साहब अपनी छात्रा को सेक्‍स-अपील समझाने में व्‍यवस्‍था हैं। वह भी अपने निजी हित में, ताकि वह छात्रा उनके सेक्‍स-फेक्‍स के बंधन में फंस जाए। वह तो गनीमत रही कि यह छात्रा अपने विभागाध्‍यक्ष से भी ज्‍यादा तेज निकली और उसने अपने इस एचओडी की सेक्‍स-अपील वाली व्‍याख्‍यान वाली करतूत को अपने मोबाइल में कैच कर लिया।

दरअसल, अपनी शिष्‍या को सहवास के लिए प्रेरित कर रहा है, बता रहा है कि वह बिलकुल कुंवारी है, लेकिन तुम्‍हें कोई भी दिक्‍कत नहीं होगी। सुरक्षित तरीकों का मुझे साफ पता है। किसी भी समस्‍या तुम्‍हें नहीं होगी। कई दवाएं भी अब बाजार में आ चुकी हैं।
सुनिये विभागाध्‍यक्ष प्रदीप सिंह का वीडियो, जो उनकी छात्रा ने आजिज आकर मोबाइल पर कैच कर लिया।
प्रदीप सिंह अब फोन नहीं उठा रहे हैं। लेकिन कालेज के प्राचार्य आलोक कुमार सिंह इस हादसे को बेहद शर्मनाक मान रहे हैं। वे मान रहे हैं कि इस वीडियो में शिक्षक प्रदीप सिंह ही हैं। दोलत्‍ती के यह पूछने पर कि इस मामले पर आपका क्‍या रवैया होगा, उन्‍होंने बताया कि यह जघन्‍य और गम्‍भीर प्रकरण है और कल ही प्रदीप सिंह से स्‍पष्‍टीकरण मांगा जाएगा। प्रचीन इतिहास के विभागाध्‍यक्ष प्रदीप सिंह इस वक्‍त फोन बंद कर गो-वेंट-गॉन हो गये लगते हैं। फोन ही नहीं मिलता और न ही वे वाट्सऐप पर कोई मैसेज ले या दे रहे हैं। नाम है सेक्‍सावतार प्रदीप सिंह। इस मास्‍टर के सेक्‍स वाले बुखार को छात्रा ने एक ही झटके में शीतगृह में घुसेड़ दिया।

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