मैं पत्रकारिता में रॉंग-फॉंट हूं: आनंदस्‍वरूप वर्मा

: पूरी दुनिया में नेपाल, भूटान और अफ्रीका पर अकूत गहन अध्‍ययन : 80 बरस के हो चुके हैं वर्मा जी, शुभकामनाएं और बधाइयां भी : बेधड़क और ईमानदारी का गजब साम्‍यता रखता है पत्रकारिता का यह अद्भुत प्रकाश-स्‍तम्‍भ : सच बात तो यही है कि कतिपय मामलों में मैं निजी तौर पर वर्मा जी […]

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बहराइच के डीएम निकालेंगे सरकारी विद्यालयों का जनाजा

: बहराइच के फखरपुर में बीएसए ने बच्चों को सिखाया अशिष्टता का सबक : दम्भ, अशिष्ट व गुरुर में सौंपा गया तीसरी बच्ची को उपहार : जब तीन बच्चों को सम्मान देना था, तो तीसरा गिफ्ट कहाँ गया : मत भूलो कि तुम किसी मेधावी छात्र को सम्‍मानित करने जा रहे हो : कुमार सौवीर […]

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लाश गायब करो, योगी खफा हो जाएंगे

: लाश गायब कर दो, योगी खफा हो जाएंगे, क्राइम छुपाने के लिए लाशें हजम : पुलिस की फंस गयी पूंछ, अब चिल्‍लाने लगे सीपों-सीपों : कासगंज और जौनपुर की पुलिस में समानता। दोनों ही कामचोर और झूठे : कानून के रखवालों ने ही कानून का शीलभंग कर डाला : एक ही घटना में एक […]

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बाहुबली शहाबुद्दीन का ठेका था पत्रकारों की हत्‍या का

: पत्रकारों को मारने को आईएसआई ने ठेका दिया था बिहार के शहाबद्दीन को : तरुण तेजपाल के पाताल-लोक में अपराधी व सत्‍ता का गठजोड़ : कहानी 1999 में वाजपेयी के कार्यकाल से : पाताललोक पार्ट दो : राहुल मिश्र नई दिल्‍ली : यह खुलासा दर खुलासा की कहानी है, जो सत्‍ता और माफियाओं के […]

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लॉकडाउन में बनारस: रस चौपट, स्मृतियां शेष

: देख ल, एगो किताबै लिख देहलें रजा बनारस : काशी के सक्रिय और वरिष्ठ पत्रकार ने लॉक-डाउन के माहौल पर एक ग्रन्थ रच डाला : किताब है बनारस लॉकडाउन, कहानियों की कहानी : विजय विनीत वाराणसी : सुबह-ए-बनारस जिस रौनक से उतरता था, घंटा-घड़ियाल, ढोल-नगाड़ा और शहनाई सुनाता था, बनारस की वो शाम जिसकी […]

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नेपाल। संप्रभुता न समझे तो पड़ोसियों से नफरत ही मिलेगी

: संप्रभुता किसी देश के भौगोलिक आकार और आर्थिक से नहीं आँकी जाती : कालापानी पर भारत ने तो लिपुलेक पर चीन ने डंक मारा :नेपाल के बारे में पता नहीं, बकलोल है मेजर जनरल जीडी बख्‍शी : आनंदस्‍वरूप वर्मा नई दिल्‍ली : अभी पिछले दिनों की ही तो बात है। स्क्रीन पर मोटे अक्षरों […]

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नक्‍सल प्रभावित बस्‍तर में नेपाली सहयोग से दिव्‍य खेती

: ‘मां दंतेश्वरी हर्बल समूह’ के उलाबखे’ माडल की धमक : आदिवासी वैद्य, किसानों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म : भारत- नेपाल संयुक्त प्रगतिशील किसान संघ का गठन : दोलत्‍ती संवाददाता बस्‍तर : आज 28 दिसंबर को नेपाल से प्रगतिशील किसानों के एक प्रतिनिधि मंडल ने जाते हुए साल की आखिरी हफ्ता कोंडागांव […]

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काठमाण्‍डू में शिव से वार्तालाप: शिव से शिव मिले, विष अमृत हो गया

: अरे यह पिछले महीने की फोटो है, जब मैं काठमाण्‍डू गया था : पशुपतिनाथ मंदिर के बाहर ही भेंट हो गयी महादेव की शिव-शंकर की : शिव  ने महादेव को जी-भर दुआएं दीं, और भोलेनाथ ने भी आशीष लुटाने में कोई भी कंजूसी नहीं की: कुमार सौवीर काठमाण्‍डू : कुछ बरस पहले नेपाल में […]

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अब गायन नहीं, एकाकी उपासना में जुटी हैं अनुराधा पौडवाल

: काठमाण्‍डौ के पशुपतिनाथ मंदिर में हो गयी अनुराधा से भेंट : बोलीं कि यहां गीत गाने नहीं, उपासना के लिए आयी हूं : अब यह उम्र का तकाजा है, या फिर गायन की रेस में पिछड़ने का दर्द, बात-बात पर झुंझला जाती हैं पौडवाल : कुमार सौवीर काठमाण्‍डौ : यह पांच मार्च की दोपहर […]

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पुलिस के शीर्षस्‍थ अफसरों की बेशर्मी को देखना हो तो मायावती को केक खिलाते विक्रम सिंह की फोटो देखियेगा

: ऐसे आला अफसरों की करतूत-नुमा पाप की गठरी लादते हुए पूरी जिन्‍दगी खटकाता है आम पुलिसवाला : अब तो साफ हो चुका है कि पुलिसवाले का अगर नौकरी करनी होगी तो वह नेताओं से रिश्‍ता बनायेगा, अफसरों से नहीं : सपा-बसपा के कार्यक्रमों में कोई भी गनर वरिष्‍ठ अ‍फसरों को सैल्‍यूट नहीं करता, टोपी […]

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थाना चलाना है तो अपने पास से मैनेज करना सीखो, ऐसा कहते हैं अफसर

: हर सरकारीकर्मी को ईएल पर नकदी मिलती है, पुलिसवाले को ठेंगा : हर विभाग कर्मचारी को 109 अवकाश मिलता है, पुलिसवालों को कए भी नहीं : आप मजाक कर रहे हैं, पुलिस में कहीं मानवाधिकार की बात होती है क्‍या : आप लाख नाराज हों, लेकिन हकीकत यह है कि पुलिसवाले की नौकरी किसी […]

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सूचना का जमीनी पुर्जा है मुखबिर, लेकिन उसका भुगतान कौन करेगा

: किसी पर एनएसए तामील करना हो तो उसका खर्चा कम से कम तीन हजार रूपया, लेकिन मिलता एक धेला तक नहीं : हर खबर तत्‍काल चाहता है हर अफसर, लेकिन मोबाइल का खर्चा सिपाही-दारोगा के माथे पर : थाना के सारे खर्चे एसओ के खाते में, लेकिन अब क्‍या डकैती डाल दे पुलिसवाला : […]

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साधन आप देंगे नहीं, तो फिर खर्चा कहां से निकलेगा

: आगरा के बच्‍चे के अपहरण को दबोचने के लिए राजस्थान गयी पुलिस टीम, खर्चा धेला तक नहीं मिला : चौबीस घंटे तक आप मुल्जिम को थाने पर दबोचे रखेंगे, उसके भोजन की व्‍यवस्था कहां से आयेगा, सोचा किसी ने : यहां दारोगा का नाम पाण्‍डे नहीं, पासवान भी हो सकता है, लेकिन समस्‍या यथावत […]

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दारोगा जी ! सूजी है ?

: जरा उन आधारों को टटोलने की जहमत फरमाइये, जहां दर्द का सोता निकलता है : हम नहीं कहते कि पुलिसवाले बहुत ईमानदार होते हैं, लेकिन उनकी पीड़ा भी तो देखिये, आप दहल जाएंगे : आइये, एक दारोगा की जुबानी सुनिये कि कैसे-कैसे हालातों में दो-चार होता है पुलिस का मेहनती कर्मचारी : अंक-एक पुलिसवाला […]

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हिंदी फिल्मों की दीवानी हैं नेपाल के पूर्व पीएम की पत्नी

दोनों देशों को प्रगाढ़ करने में हिन्दी फिल्मों की भूमिका बहुत

नई दिल्ली : नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा की पत्नी डॉ. आरजू राणा देउबा नहीं मानतीं कि नेपाल में भारत विरोधी भावनाएं बढ़ रही हैं। उनका कहना है कि नेपाल के लोग उनकी तरह ही बॉलीवुड फिल्मों के दीवाने हैं। वह खुद भारतीय हिंदी फिल्में ‘फर्स्ट डे-फर्स्ट शो’ देखना नहीं भूलतीं। प्रेस से हुई एक बातचीत में डॉ. आरजू ने कहा कि भारतीय फिल्में भारत-नेपाल के मजबूत रिश्ते को बनाए रखने की महत्वपूर्ण कड़ी हैं।

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