खबर का शाहंशाह शेखर त्रिपाठी, अब ऐसा संपादक कहां

: अपने प्रमुख संवाददाता को खलिहान में जुटाया, और स्‍वयंसहायता समूह की असलियतों को जमीनी खोजने का अभियान छेड़ दिया था इस सम्‍पादक ने : बुनकर से लेकर कृषि-संस्‍थानों तक पर जमकर खंगाला शेखर त्रिपाठी ने :  सत्‍येंद्र पीएस नई दिल्‍ली : हिंदुस्तान टाइम्स के प्रभारी प्रभु राजदान से मेरी अच्छी मित्रता थी। मित्रता क्या, […]

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यह फाइटर था। बचाव सहयोगियों का, तनाव खुद को

: बीते छह महीने से संपादकीय कारोबार से दूर रहने की लाचारी ने उन्हें तोड़ : चलते वक्‍त बोले थे कि डोंट वरी यार, मुझे कुछ नहीं होगा : इंसान और खबर की खूब पहचान थी शेखर में : डॉ उपेंद्र पाण्‍डेय चंडीगढ़ : शेखर भाई, तुमने यह अच्छा नहीं किया!!!! आखिर तुमने फेसबुक फेस […]

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जिसमें अपनों से भिड़ने का गूदा हो, उसका नाम रख दो शेखर त्रिपाठी

: संस्थान हित में वह दोष अपने ऊपर ले लिया जिसके लिए वे जिम्मेदार ही नहीं थे : बेलौस, बेखौफ गाड़ी लेकर रातभर घूमना, पहाड़ों की सैर करना, बाइकिंग उनकी आदत : लीक से हटकर मदद करने वाले पत्रकार बिड़ले ही मिलते हैं : सत्‍येंद्र पीएस नई दिल्‍ली : अपने अधीनस्तों के साथ हर हाल […]

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“बस हाजिर हो रहे हैं सर” अब ऐसा कोई नहीं, जिसे कहा जा सकूं

: जिंदादिल और जांबाज संपादक थे शशांक शेखर : अबे तू संपादक हो गया है क्या? : ‘गांधी को संभालना मेरे बस की बात नहीं।“ : अपने पत्रकारों के लिए तो किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते थे : सुरेश गांधी भदोही : मौत तो प्रकृति की विधि-विधान है। हरके को इस प्रक्रिया […]

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कुछ सम्‍पादक अपनी इश्‍क-मिजाजी, तो कुछ दीगर धंधों में लिप्‍त

: खबर अक्‍सर वह नहीं, जो आपने देखा। कभी खबर में छिपी खबर तो खोजिए : बरेली और जौनपुर के सरकारी अस्‍पतालों में हुई घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं। लेकिन असलियत से परे : जानबूझ कर छिपायी जाती है खबरें, या अनजाने में : खबर की हत्‍या-एक : कुमार सौवीर लखनऊ : किसी भी अखबार या टीवी […]

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एक साजिश ही थी सरकारी अस्‍पताल में डॉक्‍टर की पिटाई

: मेडिकल-एथिक्‍स के तहत एक इम्‍पलाइड-कंसेंट यानी प्राथमिक सहमति पर उस मरीज ने दे दी थी : जांच के समय डॉक्‍टर हमेशा दस्‍ताने पहन लेते हैं, जीभ लगाने का आरोप तो सरासर बेबुनियाद : खबर की हत्‍या-तीन : कुमार सौवीर लखनऊ : अब जरा सुन लीजिए, कि जौनपुर के जिला महिला अस्‍पताल में क्‍या-क्‍या और […]

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चंद “मर्दों” ने विकलांग डॉक्‍टर को पीटा, बाकी “मर्द” खामोश

: महिला अस्‍पताल में मर्द-बहादुरों का जोशीला-प्रदर्शन, विकलांग चिकित्‍सक पर पिल पड़े अनजान हमलावर : आरोप लगाया कि मरीज के गुप्‍तांग को जीभ से चाट रहा था डॉक्‍टर : खबर की हत्‍या-दो : कुमार सौवीर लखनऊ : महिलाओं में सामान्‍य तौर पर एक यौनरोग पाया जाता है, नाम है प्रदर। आम तौर पर इस रोग को […]

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कुछ सम्‍पादक अपनी इश्‍क-मिजाजी, तो कुछ दीगर धंधों में लिप्‍त

: खबर अक्‍सर वह नहीं, जो आपने देखा। कभी खबर में छिपी खबर तो खोजिए : बरेली और जौनपुर के सरकारी अस्‍पतालों में हुई घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं। लेकिन असलियत से परे : जानबूझ कर छिपायी जाती है खबरें, या अनजाने में : खबर की हत्‍या-एक : कुमार सौवीर लखनऊ : किसी भी अखबार या टीवी […]

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स्‍वतंत्रता दिवस में राजनीतिक बंदरों की उछलकूद, लगाइये ठहाके

: झण्‍डारोहण के दौरान अपने ही नेता को सैंडलों से कूट दिया एक महिला ने : भाजपा के झण्‍डे को राष्‍ट्रध्‍वज समझ कर सम्‍मेलन में राष्‍ट्रगीत गा गये भाजपाई : मंत्री ने झंडा फहराया, लेकिन पहले नीचे, फिर ऊपर गया झंडा : कुमार सौवीर लखनऊ : अब यह तो पता नहीं है कि यह बिगड़ते […]

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धार्मिक-उग्रता के थपेड़े अभिव्‍यक्ति के चेहरे तक पहुंचे, दिनेश जुयाल पर हमला

: अमर उजाला और हिन्‍दुस्‍तान के सम्‍पादक रहे जुयाल ने लिखी आत्‍मकथा : रात भर डीजे पर चलते हंगामे का विरोध बहुत भारी पड़ा, बेमन से लिख दी तहरीर पुलिस ने : पीड़ा पिटने की नहीं, शिव-प्रतिमा के नाम पर शराब पीकर हंगामा करती पीढी की हरकत पर दुख : दिनेश जुआल देहरादून:-  सैर के […]

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जिन्‍हें जूतों पर नाक रगड़ने की महारत है, वे हिन्‍दुस्‍तान में विशेष संवाददाता हैं

: हिन्‍दुस्‍तान के विशेष संवाददाता को फिर आयी अखिलेश यादव वाली डकार : यह डूबते जहाज के चूहे हैं या फिर वाकई मूर्खों की भारी भीड़ : आइये, बांचिये कि आखिर कैसे यह खबर कैसे लिख मारी इस विशेष संवाददाता ने : सम्‍पादक की कब्र खोदने वाले संकल्‍प के लिए गंगा-जल लिए तैयार बैठे हैं […]

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सपा-सरकार में इतनी मलाई चाट ली, कि अब तक निकल रही हैं चम्‍पादक-भिचेक लिपोटरों की डकारें

: खुद को हिन्‍दी का सबसे बड़ा और विश्‍वसनीय अखबार का दावा करता है बिड़ला जी का अखबार दैनिक हिन्‍दुस्‍तान : न लिखने की तमीज और न सम्‍पादन का शऊर, नारा लगाते हैं कि तरक्‍की को चाहिए नया नजरिया : कुमार सौवीर लखनऊ : पहले तो पाठकों को पता था कि हिन्‍दुस्‍तान अखबार के सम्‍पादक […]

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दो कौड़ी के अपराधियों को आईएस का कारिन्‍दा बना दिया पत्रकारों ने

: मुंगेर की रद्दी पिस्‍तौलें बेचने वाले को आईएस का एजेंट करार दिया : हिन्‍दुस्‍तान ने शैलेंद्र को छापा, मगर बाकी ने परहेज किया : पत्रकारों से पूछिये कि उन्‍होंने क्‍यों गोल कर दिया शैलेंद्र का नाम : रिहाई मंच जैसे लोग भी लगे बंदरों की तरह खौखियाने : कुमार सौवीर लखनऊ : हद हो […]

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अखबारों की कारस्‍तानी: किसी ने ट्रेन, किसी ने दरगाह, तो किसी ने सीधे इंडिया ही उड़ा डाला

: निहायत गैर-जिम्‍मेदार पत्रकारिता का स्‍वाद चखना हो तो यूपी के अखबारों का नाड़ा खींचिये : बे-पर के उल्‍लू उड़ाने में महारत है जागरण, हिन्‍दुस्‍तान और अमर उजाला में : हैरत यह कि यही अखबार खुद को सर्वाधिक विश्‍वसनीय होने का दम भरते हैं : कुमार सौवीर लखनऊ : मध्‍य प्रदेश और यूपी में पिछले […]

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पाठकों को मूर्ख समझते हैं हिन्‍दुस्‍तान के समूह सम्‍पादक शशि शेखर

:  जीडी बिड़ला होते तो गंगा-स्‍नान करने हरिद्वार चले जाते : हिन्‍दुस्‍तान के समूह सम्‍पादक को रविशंकर के उल्‍टा-पुल्‍टा बयान छापने के अलावा कोई का ही नहीं आता : पेड-न्‍यूज यह नहीं है तो फिर यह क्‍या है : कुमार सौवीर लखनऊ : हिन्‍दुस्‍तान टाइम्‍स मीडिया के संस्‍थापक स्‍वर्गीय घनश्‍याम दास बिड़ला की आंख करीब […]

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