व्‍यक्तित्‍व में शीर्षता से बनता है एलपी मिश्रा

: लसोढ़ा का प्रयोग निजी नहीं, बल्कि अपनों के प्रति उपयोग-समर्पण से होता है सार्थक : मजाल कि किसी जूनियर का दमड़ी तक रमेश पाण्‍डेय पर आज भी बकाया हो : राम जेठमलानी के जिन्‍दा प्रतिमूर्ति और लसोढ़ा-पन की अद्भुत मिसाल हैं डॉक्‍टर मिश्रा : एक ऐसा पर्वत हैं डॉ एलपी मिश्रा, जिसको छू तक […]

आगे पढ़ें

तुम्‍हें न वकालत आती है, न मुंशीगिरी। जजी क्‍या करोगे: बोले वीरेंद्र भाटिया

: वकालत की दुनिया में अद्भुत शख्सियत थे वीरेंद्र भाटिया, लेकिन आखिरी वक्‍त में सब साथ छोड़ गये : दूसरों को जोड़ने और उनकी जरूरतों के चक्‍कर अपने ही लसोढ़ापन का शिकार बन गये वीरेंद्र भाटिया : बड़ा जिगर था रमेश पांडेय का। वे अपनी जरूरतों को भी बौना बना सकते थे : रमेश की […]

आगे पढ़ें

राम राम अयोध्‍या। हम चले। अब कभी न लौटेंगे

: लसोढ़ा तो धर्म अनुयाइयों को जोड़ता है, लेकिन धर्म-नगरी के पत्‍थरों पर नहीं : अयोध्‍या के महन्‍थों की एक बड़ी आमदनी है सूदखोरी : बहराइच के मीहींपुरवा के रहने वाले थे मुन्‍ना यानी मदन, सड़क पर भीड़ के बावजूद महन्‍थ ने बड़ी देर तक पीटा : रात में ही चुपचाप सपरिवार लापता हो गये […]

आगे पढ़ें

हाईकोर्ट के जज हो ! कभी दमड़ी भी खर्च की, कि आज ही करोगे ?

: संकट में बेहाल युवक की रंगत से ही पहचान जाते थे शचींद्र : राघवेंद्र सिंह जब गुस्‍सा आता, तो वे अपने साथी के सारे कपड़े धोकर सुखा डालते : जौनपुर के पिलकिछा के रहने वाले शचींद्र नाथ उपाध्‍याय ने इलाहाबाद में पूरा जीवन एकाकी बिताया : कुछ की हरकतें, जरूरतें, लापरवाहियां, तो भूल-चूक से […]

आगे पढ़ें

चिढ़ के पैगोडा में कई वजह जुड़ती हैं, जबकि गुस्‍सा क्षणिक

: गुस्‍सा क्षणिक, जबकि चिढ़ दीर्घकालिक। उन सब को जल्‍दी निपटाओ यार : चिढ़ और गुस्‍सा को दूर करना जरूरी, लेकिन समस्‍या यह कि लसोढ़ा लगाया जाए तो कहां : अक्‍सर तो तय ही नहीं हो पाता कि समाधान किस समस्‍या का हो : दिलों को जोड़ने के लिए भावुक लसलसे लसोढ़ा-पन की जरूरत सख्‍त […]

आगे पढ़ें

जिन्‍दगी को जिन्‍दगी से जोड़ता है मकोय

: शहरी सभ्‍यता की पहली शिकार भाषा और वनस्पतियां ही बनीं : गढ़हे में पसरा करेमुआ आज की रसोई में नारी का साग सजा : लसोढ़ा के वृक्ष को तो काट लिया, पर फलों का अचार बना कर किचन में सजा दिया : मसाने में भरा पेशाब भले ही चड्ढी में नहीं सम्‍भाल पाते हों, […]

आगे पढ़ें