: राजधानी के होटल जैमिनी कान्टिनेटल होटल में भूखे-प्यासे हैं दर्जनों कोरोना-योद्धा : बलरामपुर चिकित्सालय के डॉक्टर, नर्सेज और वार्डब्वाय भी क्वॉरेंटाइन में : बाथरूम खुद ही साफ करने का निर्देश दिया गया :
दोलत्ती संवाददाता
लखनऊ : कोरोना-योद्धाओं के लिए सेना ने आज देश भर के अस्पतालों पर बाकायदा हेलीकॉप्टर से फूल बरसाया गया। मकसद था कि कोरोना के खिलाफ जंग में जुटे डॉक्टरों, नर्सों, और वार्डब्वाय समेत बाकी अस्पतालकर्मियों का सम्मान किया जाए और उनकी हौसलाआफजाई की जाए। लेकिन जब यह पुष्पवर्षा चल रही थी, ठीक उसी वक्त उन कोरोना-योद्धाओं को दिन भर भूखा रखा गया, जिन्हें लम्बी और अथक सेवा के बाद एक बड़े होटल में कोरंटाइन किया गया था।
खबर है कि उन्हें कल दोपहर में लंच के नाम पर कुछ भी नहीं खाने को मिला। जब इन लोगों ने इसकी शिकायत की, तो लगभग 5 बजे शाम एक-एक सैन्डविच दिया गया। इस सैंडविच में एक पीस खीरा, टमाटर की स्लाइस, और ब्रेड की दो-दो स्लाइस परोसी गयी थी। हां, उसके बाद चाय तो जरूर मिली, लेकिन शाम को केवल दो रोटी, चावल, सब्जी, दाल और दो टुकड़ा सलाद व एक रसगुल्ला परोस दिया गया। दूध और फल की माँग पर टका सा जवाब दिया गया कि इसके लिए वे अपनी अपनी तरफ से ही व्यवस्था करें।
राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री अशोक कुमार ने इस बारे में अपनी शिकायत दर्ज कर दी है। उनकी शिकायत है कि पानी भी आरओ का स्वयं भरना पड रहा है। कमरों में प्रतिदिन सफाई के लिए भी मना किया जा रहा है,बाथरूम स्वयं साफ करना है। अशोक कुमार का आरोप है कि आज सुबह नाश्ते में हलवा और चना देकर ड्यूटी भेज दिया गया। उनका कहना है कि यह सरासर अन्याय हो रहा है।
अशोक कुमार कहते हैं कि सरकार के द्वारा दिए हुए धन का दुरुपयोग अधिकारी और होटल मालिक मिलकर कर रहे हैं। यह गलत है। एक तरफ तो डॉक्टरों और नर्सेज को योद्धा बनाकर आप लोग मैदान में उतार दिए हैं, कहीं कहीं फूलों की बरसात हो रही है वहीं दूसरी तरफ उनको भरपेट भोजन भी नहीं मिल रहा है। ऐसी परिस्थितियों में कहां तकयह लोग कोरोना नामक महामारी से जूझ पायेंगे।
सूत्र बताते हैं कि कोरोना-योद्धाओं के लिए पौष्टिक भोजन के लिए प्रतिदिन करीब एक हजार रूपयों पर सरकार खर्च करती है।