जनसंदेश टाइम्‍स के खेल प्रभारी को भी “इश्‍क-ए-कोरोना”

दोलत्ती

: बीएचयू ट्रामा के क्‍वारेंटाइन सेंटर में भर्ती कराये गये खेल संपादक : सभी सात पत्रकारों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पायी गयी : अब तक 22 पत्रकार कोरोना के आगोश में :
दोलत्‍ती संवाददाता
लखनऊ : यूपी के अखबारों में अब बरेली और बनारस के बीच जोरदार भिड़ंत चल रही है। वजह है कोरोना संक्रमण। अब हालत यह है कि इस कोरोना खेल के मैदान में कभी तो बनारस बाजी मार ले जाता है, तो कभी बरेली का पलड़ा भारी हो जाता है। लेकिन आज तो महादेव की नगरी काशी ने सुरमई नगरी बरेली को बुरी तरह पिछाड़ दिया। खबर है कि यहां के जनसंदेश टाइम्‍स के खेल संपादक ही कोरोना से पीडि़त हो गये हैं। इसी के साथ ही जनसंदेश टाइम्‍स के कुल 22 पत्रकारों को कोरोना संक्रमण हो चुका है।
उधर खबर है कि इस अखबार के समाचार संपादक विजय विनीत अपने अखबार में कोरोना के संक्रमण को लेकर वेब-पोर्टल पर चल रही खबरों से खासे नाराज बताये जाते हैं। उनका ऐतराज है कि जन संदेश टाइम्‍स को लेकर जो भी खबर वेब-पोर्टल में प्रकाशित हो रही हैं, वह हकीकत से कोसों दूर हैं और अतिरंजन भी हैं। उनका कहना है कि वे ऐसी रंगी-पुती खबरों को प्रसारित करने वाले पोर्टलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। विजय विनीत ने दोलत्‍ती संवाददाता को बताया कि उन्‍होंने खुद ही अपने अखबार का सेनेटाइजेशन कराया है। उनका कहना है कि यह सारी खबरें अफवाह ही हैं कि अखबार को प्रशासन ने सील कराया है।
बाबा महादेव शिव-शम्‍भू के साक्षात शिव-लिंग की नगरी वाराणसी की पत्रकारिता भी कोरोना के संक्रमण से पीडि़त है। दोलत्‍ती के विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि जनसन्देश टाइम्स के वरिष्ठ पत्रकार की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। उन्हें बीएचयू में भर्ती करने की कवायद जारी है। कल ही जन संदेश टाइम्‍स के पत्रकारों की सैंपलिंग प्रशासन ने कराया था और उनके सैंपल को जांच के लिए अस्‍पताल भेजा गया था। दोलत्‍ती सूत्रों की मानें तो समाचार संपादक के अलावा जिन 7 लोगों के सैंपल लिए गए थे, उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। जाहिर है कि इस रिपोर्ट ने अखबार के प्रबंधन को मुश्किल में डाल दिया है।
दोलत्‍ती सूत्रों के मुताबिक समाचार संपादक के अलावा जिन 7 लोगों का स्लैब लिया गया था, वह खुद को कोरोना पॉजिटिव नहीं मान रहे थे और कई ग्रुपों में खबर प्रसारित होने के बाद संपादक के गुर्गे देर रात तक लगातार जिरह कर रहे थे। उन लोगों का कहना था कि दफ्तर सील नहीं हुआ है। उसे खुद अखबार प्रबंधन ने ताला लगाया है। चाहे जो भी हो, लेकिन दफ्तर तो बन्द हुआ ही। साथ ही अखबार की छपाई भी मंगलवार को नहीं हुई। और संभवतः अगले हफ्ते भर तक प्रकाशन शायद ही हो।
आज मिली रिपोर्ट के मुताबिक सीनियर एडिटर समेत सभी सात लोगों के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीनियर पत्रकार बीएचयू जाने से कतरा रहे थे। लेकिन अखबार के अन्य सदस्यों ने किसी तरह उनकी मां-मनौव्वल करके बीएचयू ट्रामा सेंटर स्थित क्वारेंटाइन सेंटर भेजा।

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