कोरोना हादसा: सरकारी भरोसा निजी पैथॉलॉजी पर

दोलत्ती


: चीन से आई महिला में कोरोना वायरस की आशंका निर्मूल : मेडिकल कालेज ने जांच का नमूना निजी पैथॉलॉजी को सौंपा :
दोलत्‍ती संवाददाता
लखनऊ : चीन में मौत का फरमान बन चुके कोरोना वायरस पर हंगामा तो पूरी दुनिया में हो चुका है। भारत में भी इसको लेकर सरकारी तौर पर एलर्ट होने की तैयारी का ऐलान किया जा चुका है। लेकिन हकीकत में ऐसा एलर्ट और तैयारियां कितनी जमीनी हैं, और कितनी पुख्‍ता हैं, इसका अंदाज लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कालेज की कार्य पद्यति और कार्यकुशलता ही नहीं, बल्कि उनकी तैयारियों में भी खोजा जा सकता है। सच बात तो यही है कि ऐसी सारी तैयारियां फिलहाल तब पूरी तरह खोखली साबित हो गयीं जब चीन से आयी एक महिला की जांच का जिम्‍मा मेडिकल कालेज के डॉक्‍टरों ने राजधानी के एक निजी पैथॉलॉजी के हवाले कर दिया। हालांकि इस पैथॉलॉजी की रिपोर्ट के हिसाब से इस महिला में कोरोना वायरस की आशंका नहीं मिली है।
खबर है कि चीन से आए तीन यात्रियों में से एक महिला में कोरोना वायरस से मिलते-जुलते लक्षण मिले हैं। हालांकि अभी स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस होने की पुष्टि नहीं की है। अफसरों ने महिला का नमूना लेकर जांच के लिए पुणे भेज दिया है। महिला को घर में ही सुरक्षा घेरे में रखा गया है। हालांकि केजीएमसी के डॉक्‍टरों ने इस महिला की जांच एक निजी पैथॉलॉजी केंद्र से कराया था। लेकिन इस जांच में इस महिला में कोरोना वायरस नहीं मिला है। लखनऊ के मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के अनुसार चीन से आई महिला की सूचना व लक्षण मिलने पर नमूना जांच के लिए भेजा गया है। शुरुआती जांच में कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं लग रहा है। महिला घर में ही सही है।
लखनऊ के ट्रांसगोमती क्षेत्र के एक इलाके में रहने वाली महिला (58) चीन के शंघाई से 25 जनवरी को एयरपोर्ट पहुंची। एयरपोर्ट पर मौजूद डॉक्टरों ने उसी दिन चीन से आए तीन यात्रियों की थर्मल स्कैनर से जांच की थी। उस दौरान इस महिला को बुखार, खांसी-जुकाम आदि के लक्षण मिले, जबकि दो अन्य यात्री में कोई लक्षण नहीं मिले। सुरक्षित तरीके से डॉक्टरों की टीम ने महिला के स्वास्थ्य की जांच कर पूरी रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को दी। मंत्रालय ने मामले की जानकारी उत्तर प्रदेश शासन स्तर पर की।
सीएमओ कार्यालय को महिला की जानकारी भेजी गई, जहां से सीएमओ कार्यालय के साथ केजीएमयू डॉक्टरों की टीम भी महिला के घर पहुंची। केजीएमयू के डॉक्टरों ने महिला के नमूने लेकर निजी पैथालॉजी में जांच कराई। उसी समय से महिला का इलाज भी शुरू कर दिया गया। टीम को निजी पैथालॉजी से हुई जांच में कोरोना वायरस के शुरुआती लक्षण नहीं मिले हैं। इसके बावजूद एहितयातन टीम ने फिर से नमूना लेकर केजीएमयू से पुणे स्थित लैब में भेज दिया है। केजीएमयू प्रशासन का दावा है कि चार-पांच दिन में यहां जांच शुरू कर दी जाएगी। पुणे से रिपोर्ट आने पर महिला में वायरस की पुष्टि की सही जानकारी होगी।

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