: नजीबाबाद का एआरएम जेल में चक्की पीसने में लगाया गया, हरदोई का एआरएम मंत्री-एमडी की परिक्रमा में जुटा : हरदोई डिपो में साढ़े तीन हजार से ज्यादा डीजल की चोरी, नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज : प्रदेश के कई डिपो में भारी घोटाले की आशंका :
कुमार सौवीर
लखनऊ : रोडवेज में नजीबाबाद डिपो में तैनात रहे सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक प्रभात चौधरी को जेल भेज दिया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने डिपो में मात्र छह लीटर डीजल की चोरी करायी है। मात्र छह लीटर डीजल। जबकि हरदोई डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएम पांडेय की टीम ने करीब तीन महीनों के भीतर तीन हजार छह सौ लीटर से ज्यादा डीजल का घोटाला किया है। इस मामले में फिलहाल तीन कर्मचारियों पर पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी गयी है, लेकिन इस मामले में कई और बड़े लोगों की संलिप्तता बतायी जाती है। कहने की जरूरत नहीं कि परिवहन निगम की किसी भी डिपो में डीजल का हिसाब पर निगरानी करना वहां के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक यानी एआरएम की ही होती है।
आपको बता दें कि परिवहन निगम के बिजनौर वाले नजीबाबाद में तैनात प्रभात चौधरी को पिछले हफ्ते ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई बिजनौर के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा स्थानीय पुलिस कोतवाली पर दी गयी रिपोर्ट के आधार पर हुई है। इस मामले में केवल छह डीजल की चोरी का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा वहां के चालक अभिमन्यु सिंह, बुकिंग लिपिक सत्येंद्र कुमार और डिपो के पंप लिपिक भूपेंद्र कुमार के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। प्रभात चौधरी को तो पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया था, जबकि बाकी तीनों कर्मचारी फिलहाल फरार बताये जाते हैं।
लेकिन हरदोई के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएम पांडेय तो सबसे बड़े खिलाड़ी साबित निकले हैं। खबर है कि आरएम पांडेय ने चंद महीनों के भीतर ही डिपो के पंप से छत्तीस सौ लीटर की सरासर चोरी करायी है। लेकिन हरदोई के क्षेत्रीय प्रबंधक अपराजित श्रीवास्तव ने दोलत्ती डॉट कॉम से बातचीत के दौरान स्वीकार किया है कि हरदोई डिपो में ऐसी अभूतपूर्व डीजल चोरी की वारदात हुई है। श्रीवास्तव ने बताया कि फिलहाल तो इस मामले में तीन लोगों पर सीधे-सीधे एफआईआर दर्ज करने की अर्जी स्थानीय कोतवाली में दे दी गयी है।
अर्जी के मुताबिक पंप लिपिक नंद जी यादव के अलावा अमरनाथ और सत्येंद्र कुमार पर आरोप लगाया गया है। श्रीवास्तव ने बताया कि इनमें से अमरनाथ और सत्येंद्र कुमार नामक पंप लिपिक हरदोई डिपो पर 15 जुलाई-22 तक तैनात रहे हैं। दोलत्ती डॉट कॉम से बातचीत के दौरान अपराजित श्रीवास्तव ने बताया कि इस घोटाले की जांच चल रही है और जल्दी ही कुछ अन्य लोगों पर भी कार्रवाई हो सकती है। दोलत्ती के एक सवाल पर श्रीवास्तव ने माना कि इस घोटाले में सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएम पांडेय की भी संलिप्तता देखी जा रही है।
बहरहाल, हरदोई डिपो के इस डीजल चोरी कांड को लेकर स्थानीय पुलिस इन तीनों की तलाश कर रही है, जबकि सूत्रों के अनुसार सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरएम पांडेय अपनी खाल बचाने के लिए फिलहाल लखनऊ में परिवहन मंत्री और परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक के आसपास परिक्रमा में जुटे बताये जाते हैं।
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