: फैजाबाद के ग्राम प्रधान की हत्या पर शोकसंवेदना जताने गये थे भाजपा विधायक को गांववालों ने दौडाया : प्रभारी दारोगा की करतूतों से नाराज थे ग्रामीण : घने गन्ने के आठ बीघा को महज 49 सेकेंड में पार करना चर्चा का विषय :
कुमार सौवीर
लखनउ : यहां के भाजपा विधायक बाबा गोरखनाथ को आज अपनी असीमित क्षमताओं का भी अहसास हो गया। एक घटना के बाद उन्होंने आठ बीघा खेत को बीचोंबीच महज 49 सेकेंड में पार किया। हैरत की बात है कि इस खेत में गन्ना की सघन खेती थी और इस प्रदर्शन के दौरान विधायक जी इन खेतों में घुस कर बाहर निकले थे। इस क्षमता के प्रदर्शन को देख कर खेतों में छिपी नीलगायें अवाक रह गयीं। भगदड सुनते ही वे भी भागी थीं, लेकिन विधायक जी की इस क्षमता के सामने वे भी पिछड गयीं। विधायक जी प्रथम स्थान पर थे।
यह अवसर था यहां के मिल्कीपुर इलाके का, जहां विश्वप्रसिद़ध धावक मिल्खा सिंह को यह कडी और सफल चुनौती विधायक जी ने दी थी। विधायक जी के इस कमाल को लेकर पूरे इलाके में चर्चाओं का माहौल छितरा गया है।
आपको बता दें यहां हत्या के विरोध में शोक संवेदना जताने जाना बहुत महंगा पड गया। भाजपा से जुड़े ग्राम प्रधान की हत्या के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे भाजपा विधायक बाबा गोरखनाथ पर जनता का आक्रोश टूट पडा। लोगों ने उन्हें खदेड़ लिया तो विधायक को गन्ने के खेत से होते हुए अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। विधायक जी के साथ उनका गनर भी अपनी जान बचा कर भागा था। बाद में लोगों ने विधायक जी को सुरक्षित बचाया और आननफानन विधायक गाड़ी में सवार होकर निकल गए।
आपको बता दें कि सोमवार को इनायतनगर थाना इलाके के पलिया प्रताप शाह गांव में भाजपा से जुड़े ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह व उनके पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रहे राम पदारथ यादव के बीच गांव की एक पंचायत में झगडा हुआ था। इस विवाद के बाद दोनों के गुटों में गोलियां चलीं। इसमें प्रधान जयप्रकाश सिंह व राम पदारथ यादव को एक दूसरे के विपक्षी गुटों ने गोली मारकर हत्या कर दी। राम पदारथ यादव की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। घायल प्रधान जयप्रकाश सिंह को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया था।
बताते है कि जय प्रकाश सिंह का शव जब पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा तो क्षेत्रीय विधायक गोरखनाथ बाबा भी अपने समर्थकों के साथ शोक संवेदना प्रकट करने के लिए पहुंचे। लेकिन विधायक को देखते ही ग्रामीण भड़क गए। उन्हें तत्काल मौके से भाग जाने की हिदायत दी गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तीन वर्षों से स्थानीय हैरिंग्टनगंज चौकी प्रभारी राजेश यादव जमा हुआ है, और विधायक का वरदहस्त उस दारोगा पर है। इसकी शिकायत कई बार हुई और दारोगा का तबादला हो गया, लेकिन विधायक ने हर बार उसका तबादला रुकवा दिया। जय प्रकाश की हत्या इसी दारोगा की करतूतों के चलते हुई बताया जाता है।
ऐसी हालत में विधायक जी जब गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने विधायक को दौड़ा लिया। हालात बेकाबू होते देख विधायक गन्ने के खेतों से भागे। उनके पीछे भीड़ दौड़ पड़ी।