झूठ है उसे कभी भी सच का पाजामा नहीं पहनाऊंगा
कुमार सौवीर
लखनउ : झूठ बोलना, करना या उसको बर्दाश्त करना मेरी फितरत में नहीं है। चाहे कुछ भी हो, मैं किसी भी अपराध की हिमायत नहीं कर सकता। पूरी जिंदगी भर जो काम कभी नहीं कर पाया, उसे अब करूं, यह नामुमकिन है। मेरा साफ मानना है कि जो सच है वह सच ही मानूंगा, और जो झूठ है उसे कभी भी सच का पाजामा नहीं पहनाऊंगा। चाहे कुछ भी हो जाए, चाहे जो भी कीमत चुकानी पड़े।
दोस्तों ! एक खबर मिली है दिल्ली के शीतल सिंह से। उन्होंने दिल्ली के तोड़फोड़ और आगजनी का खुलासा किया है। शीतल बताते हैं कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में आज नागरिकता क़ानून संशोधन के ख़िलाफ़ भड़की हिंसा के जो कुछ आधे-अधूरे वीडियोज यह बताकर वायरल किये गये हैं कि खुद दिल्ली पुलिस क लोग बसों में या दूसरी जगहों में आग लगा रही है, वह ग़लत सूचना है।
कम से कम दो ज़िम्मेदार पत्रकारों ने, जो वहाँ मौक़े पर थे, इसे नकारा है। सच यह है कि पुलिस के कुछ जवान आस पड़ोस की दुकानों से पानी ले लेकर आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे जिनके वीडियो यह कह कर वायरल कर दिये गये कि वे आग लगा रहे थे ।
बिलकुल साफ है कि विरोध में सबकुछ जायज़ नहीं होता है। और मैं नाजायज को कभी भी छुपा नहीं सकता।
चाहे वह कोई भी हो…