: सूचना विभाग वाले राजीव दीक्षित अब अतीत हो गए : जीनियस और जबर्दस्त ठहाकों के बल जिंदगी गुलजार किये रहा शख्स :
दोलत्ती संवाददाता
लखनउ : एक जिंदादिल मस्तमौला, लेकिन जिंदगी में पूरी जिंदगी भर बेतरह बेहाल रहा शख्स आज जिंदगी में अपनी सांसों से परास्त हो गया।
अभी-अभी खबर मिली है कि राजीव दीक्षित अब अतीत की बात हो गए हैं।
यूपी सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में संपादक रहे राजीव दीक्षित ने आज शाम अपनी आखिरी सांस तोड़ डाली। सूचना विभाग के निदेशक की निजी सचिव रह चुकीं दलबीर पुरी की बिटिया मनीषा ने बिलकुल अभी यह खबर दी, तो लगा कि मुझ पर बज्रपात हो गया।
करीब 15 साल पहले राजीव दीक्षित के 30 वर्षीय इकलौते बेटे की अकाल मृत्यु हो गयी थी, जबकि राजीव दीक्षित का दाम्पत्य-जीवन करीब 25 बरस पहले ही छिन्न-भिन्न हो चुका था।
जहां तक मेरी अपनी जानकारी है, राजीव दीक्षित जैसा जीनियस और अपने जबर्दस्त ठहाको के बल पर अपनी जिंदगी बिताता रहा शख्स सूचना विभाग ही नहीं, अपने मित्रों में न तो कभी आया और न कभी होगा।
उड जाएगा, पंछी अकेला..…