: दीपावली पर किसी ने भेजा मिठाई का डिब्बा, तो कुछ ने लिफाफे लहराना शुरू कर दिया : मीडियाकर्मियों में मिठाई-कैश बांटने की होड़ से उठने लगे हैं गहरे सवाल : बिल्डर सांसद ने हजारी टिकाया, तो एमएलए ने पांच हजार :
दोलत्ती रिपोर्टर
प्रतापगढ़ : गढ़ों वाले प्रतापगढ़ में भले ही ठाकुरों की तूती बजती रही हो, लेकिन ताजा हालात बताते हैं कि ठाकुरों की ठकुराई वाले दबंग चेहरों पर यहां एक बनिया ने छक्का जड़ दिया। मामला है पत्रकारों की खरीद-फरोख्त और उनको अपने-अपने पाले में खींचने की कवायद, जो विगत दीपावली के दौरान सतह पर उतराने लगी। खबर है कि पत्रकारों को उपकृत करने के लिए जनप्रतिनिधियों ने मिठाई का डिब्बा भिजवाया, तो एक सांसद और एक विधायक ने एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए हजारी नोटों की लड़ी लड़ा दी।
ताजा खबर है कि जिला मुख्यालय के पत्रकारों को प्रतापगढ़ के सांसद कुँवर हरिवंश सिंह ने पत्रकारों की जेब में एक हजार रुपये का लिफाफा ठूंसा, तो जवाब तुर्की-ब-तुर्की देते हुए सदर विधायक संगमलाल गुप्ता ने दिया अपना भामाशाही अंदाज खोलते हुए प्रति पत्रकार पाँच हजार रुपये की त्योहारी पत्रकारों के चेहरे पर फेंक कर मारी। खबर तो यह भी है कि इन जनप्रतिनिधियों की इस हरकतों पर पत्रकार भी खामोश ही बने रहे, बल्कि रूपये लपकने की होड़ में जुट गये। मौकापरस्त नेताओं के साथ-साथ मीडियाकर्मियों पर भी कल से उठ रहे हैं तरह-तरह के सवाल।
पत्रकार रमेश राजदार बताते हैं कि जब चुनावी वर्ष पर त्योहार पड़ते हैं तो नेताओं का दिल बड़ा हो जाता है। अपने समर्थकों को खुश करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाये जाते हैं। गिफ्ट पैकेट से लेकर नकदी तक दिए जाने का खाका तैयार होता है और उसको अमलीजामा पहनाने के लिए किचन कैबिनेट की टीम लगाई जाती है। इस वर्ष का माहौल कुछ ऐसा ही दिख रहा है। सामान्य लोकसभा चुनाव-2019 के चुनाव में राजनीतिक पार्टियाँ और उसके नेता इसकी शुरुवात दीपावली से शुरू कर दिए हैं। सामने नया वर्ष फिर गणतंत्रत दिवस और उसके बाद रंगों की होली में इसका बृहद रूप देखने को मिल सकता है। चूँकि अप्रेल और मई में लोकसभा का चुनाव होगा। समर्थक और मीडियाकर्मी यदि ये समझ रहे हैं कि इस वर्ष नेता जी इतना मेहरबान क्यों हैं ? जवाब सीधा सा है कि चुनाव में मीडिया का अहम् रोल होता है और अभी से ही चुनावी बिसात बिछाने का कार्य नेताओं द्वारा किया जा रहा है। किसी की चाहत नहीं बल्कि चुनावी गरज के कारण ये प्यार बरस रहा है।
पहले प्रतापगढ़ सांसद कुँवर हरिवंश सिंह अपने चुनावी वादे पूर्ण करने से सम्बन्धित प्रेस कांफ्रेंस बुलवाई जिसमें पत्रकारों को लिफाफे में एक हजार रुपये बतौर गिफ्ट दिया गया जिसकी खबर और फोटो वाईरल हुई। कुछ देर बाद पता चला कि जिला पंचायत गेट से लेकर परिसर के अंदर तक कुँ.रघुराज प्रताप सिंह “राजा भईया” का स्टीकर लगा मिठाई का डिब्बा पत्रकारों में वितरित किया जा रहा है। फिर कुछ ही देर में मीडियाकर्मियों के बीच कानाफूंसी शुरू हुई कि सदर विधायक संगम लाल गुप्ता के आवास कटरा मेदनीगंज में भी कुछ चुनिन्दा पत्रकारों को 5 हजार रूपये का लिफाफा गिफ्ट के तौर पर त्योहारी के रूप में दिया गया। विज्ञापन प्रतिनिधियों की डीलिंग के बाद सदर विधायक संगमलाल गुप्ता के आवास पर कुछ चुनिन्दा पत्रकारों की टीम पहुँची थी जिन्हें त्योहारी दी गई। वजह ये बताया जा रहा है कि लोकसभा प्रतापगढ़ से संगमलाल गुप्ता उम्मीदवार बनना चाह रहे हैं। ये उसी की पृष्ठभूमि तैयार की गई। ताकि उनसे अपने नाम की चर्चा कराई जा सके।
फ़िलहाल इस वर्ष पर त्योहारी में हो रहे अलग-अलग वितरण को लेकर दिन भर आपस में चर्चा होती रही कि आखिर इस दीपावली पर ऐसा क्या खास है जो जिला मुख्यालय के पत्रकारों को सांसद कुँवर हरिवंश सिंह ने एक हजार रुपये का लिफाफा भेंट किया। सदर विधायक संगम लाल गुप्ता ने 5000 पाँच हजार रुपये की त्योहारी दिया और तो और प्रतापगढ़ की राजनीति में अपना अलग प्रभाव रखने वाले कुँ.रघुराज प्रताप सिंह “राजा भईया” भी इससे अछूते नहीं रहे। वो तो इस वर्ष अपनी राजनीतिक पारी को 25 वर्ष पूरा करने के साथ-साथ रजत जयंती मनाने और नई राजनीतिक दल की घोषणा भी प्रस्तावित है जो कुँवर रघुराज प्रताप सिंह “राजा भईया” का स्टीकर लगा मिठाई का डिब्बा मीडिया कर्मियों को दिया गया। इन मौका परस्त नेताओं के साथ-साथ मीडियाकर्मियों पर भी कल से तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं.