“हर जिले का यही दुखड़ा, मंत्री की सुनते ही नहीं हैं अफसर”

: सरकार को तेल लगाते रहे सारे अखबार, जागरण ने औकात जता दी : सचिवालय में सिर्फ कुंडली मारे बैठे रहते हैं दिग्‍गज अखबारों के आला अफसर : सरकारी प्रेस-नोट को खबर के तौर पर लत पड़ गयी है इन गंजेड़ी अखबारों को : दलाली पर आमादा मत रहा करो, फील्‍ड में जुटा रहे : […]

आगे पढ़ें

हनीट्रैप: कई नेता, पत्रकार व अफसर भी फंसे

: यौन-शोषण से लेकर उगाही और रंगदारी जैसे संगीन आरोप हैं अभियुक्‍तों पर : बिल्‍डरों समेत कई लोग शामिल, राजदारों की पूरी कुंडली तैयार की जा रही : मनोज राठौड़ भोपाल : मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप केस में भोपाल जिला कोर्ट में पेश हुई पहली चार्जशीट में 12 राजदारों का खुलासा हुआ है. इन राजदारों […]

आगे पढ़ें

बहुत खाते हैं एलडीए के लोग, सीढ़ी चढ़ने में निकला फेंचकुर

: कई साहब दो मंजिल, कुछ लोग तीन-चार और आखिरी साहब की सूसू निकल गयी छठवीं मंजिल तक : सवाल यह कि जब मंत्री 18 मंजिल तक चढ़ सकता है, तो उसके अर्दली-चपरासी क्‍यों नहीं : कुमार सौवीर लखनऊ : हालांकि योगी सरकार की छवि चमकाने की कवायद में कुछ मंत्री अपनी औकात से बाहर […]

आगे पढ़ें

बहुत शौकीन मिजाज थे वो साहब, कुल कुकर्म कर गये

: बंगले में शॉवर लगा कर गोपियों संग रंगरेलियां मनाते थे सीडीओ साहब : कुर्सियों के पाये में जड़वा दिया घिर्रीदार पहिया, उसी पर बने चकरघिन्‍नी : आजामा से लेकर पाजामा तक की सारी गति-दुर्गति कराया उन्‍होंने : सैंयां, हमका इतना न सताओ बलमा (चार) कुमार सौवीर लखनऊ : सन-04 में एक जिला के एक […]

आगे पढ़ें

गजब कमीशन-गाथा: शासन से जिलों तक, जिलों से शासन तक

:  कोई ट्रानिका सिटी में गड्डी, तो कोई उपहार में हार लेता है : सवाल यह है कि जिलों से 20 फीसदी तक का अग्रिम कमीशन वित्‍तीय मंजूरी के लिए क्‍यों : व्‍यवस्‍था अगर इसी  को कहा जाता है तो मैं उस पर थूकता हूं :  सैंयां, हमका इतना न सताओ बलमा (तीन) कुमार सौवीर […]

आगे पढ़ें

आपको घूस, वेतन और 65 साल की नौकरी भी चाहिए। जनता जाए भाड़ में

: जवाब दीजिए कि समाज और जनता के प्रति क्‍या उपयोगिता है आपकी : आपको हर वेतन आयोग की सिफारिशों से भी ज्‍यादा पैसा चाहिए, क्‍यों : आपमें से ज्‍यादातर की हालत ऐसी ही नहीं कि वे ठीक से चल सकें : फिर क्‍यों सरकारी अमले को बूढा बनाने पर आमादा हैं आप : सैंयां, […]

आगे पढ़ें

सरकारी बाबू जी ! आपको 65 साल तक नौकरी क्‍यों मिले

: सटीक वक्‍त है यह जब हम आप विशालकाय सरकारी रेवड़ का मूल्‍यांकन करें : हमें बताइये कि समाज के लिए अब तक आपने किया क्‍या : यूपी के अफसर और कर्मचारी चाहते हैं कि उनकी रिटायरमेंट की उम्र बढ़ायी जाए, लेकिन क्‍यों : सैंयां, हमका इतना न सताओ बलमा (एक) कुमार सौवीर लखनऊ : […]

आगे पढ़ें