: निर्दोष शिक्षिका उमा खुराना को सरेआम नंगा कर पिटवाया था जी-टीवी वाले सुधीर चौधरी ने, आज एक महिला के लिए टेसुए बहाने पर आमादा : उमा को तबाह करने वाला पहुंच गया दीपावली के मौके पर बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट के घर मिठाई का दोना लेकर : आम आदमी की खामोशी ही तो सुधीर जैसे लोगों की ताकत बन जाती है :
कुमार सौवीर
लखनऊ : भई, मैं तो कहता हूं कि बड़ा जिगरे और विशाल हृदय का पत्रकार अगर सूचीबद्ध करना हो तो फिर जी-टीवी चैनल वाले सम्पादक सुधीर चौधरी का नाम सबसे ऊपर होना चाहिए। एक महिला की हालत को लेकर सुधीर चौधरी ने आज ट्विेटर पर उसकी पीड़ा का खुलासा किया है। उस महिला के साथ सुधीर ने फोटो खिंचवा कर शेयर किया है। बहरहाल, उस महिला के सामने सुधीर बोले कि:- इस महिला और उसके परिवार की मदद होनी चाहिए। सुधीर ने उस महिला के कांधे पर हाथ रखा, बाहों में कस कर उसको दिलासा दिया और कहा कि जो भी हो सकेगा, मैं करूंगा जरूर।
अब असलियत भी जान लीजिए सुधीर चौधरी की। सुधीर चौधरी आज एक बहुत बड़े पत्रकार हैं। पत्रकारी जगत में अचानक किसी शख्स का अचानक और रातोंरात बड़ा पत्रकार बन जाना कोई अनोखी बात नहीं होती है। बदलते वक्त में कब कौन पत्रकार किस तरह सरेआम शराब के नशे में कहां धुत्त होकर हंगामा करे, तोड़फोड़ या मारपीट करे, या खुद पिट-पिटा जाए, कोई भरोसा नहीं। लेकिन इसी रास्ते से पत्रकारिता में ऊंचाई पहुंचने का शॉर्ट-कट जरूर साबित होता जा रहा है। दिल्ली से लेकर जयपुर और लखनऊ से लेकर रायपुर छत्तीसगढ़ तक ऐसे ही पत्रकारों की धूम मची हुई है।
बहरहाल, इसी बड़े पत्रकार सुधीर चौधरी ने तुर्कमान गेट के लड़कियों के स्कूल की एक शिक्षिका उमा खुराना पर पहले तो ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी, लेकिन जब वह सुधीर को वह रकम नहीं दे पायी तो सुधीर ने अपने चैनल में एक फर्जी खबर चला दी, कि उमा खुराना अपने स्कूल की लड़कियों से देह-व्यापार कराती है। फिर क्या था, खबर चलते ही अगली सुबह उमा के स्कूली के गेट पर अभिभावकों और कई लफंगों-लुच्चों की भीड़ जुट गयी। भीड़ ने स्कूल में घुस कर उमा को बाहर निकाला और फिर उसे सरेआम नंगा करके जमकर पीटा। इस हंगामे के बाद उमा को उस स्कूल ने नौकरी से निकाल दिया था।
हालांकि बाद में पुलिस जांच के बाद मामले को पूरी तरह फर्जी करार दिया था। इस पर सुधीर पकड़ा गया और उसे जेल जाना पड़ा था। लेकिन उसके इसी गुण को जी-टीवी वालों ने पहचान लिया और उसे पूरे सम्मान के साथ जी-टीवी में बड़ा ओहदा दे दिया। उसके बाद से सुधीर लगातार अपनी सफलताओं की सीढि़यां चढ़ने लगा। वैसे भी जी-टीवी वालों को सफलता हासिल करने की शार्ट-कट की नयी पद्यतियों पर ज्यादा जोर देना शुरू कर दिया है। जी-टीवी के मालिक फिलहाल ऐसी ही शिक्षा के ऑनलाइन क्लास चला रहे हैं।
कांग्रेस के सांसद और उद्योगपति नवीन जिन्दल को एक सौ करोड़ रूपयों की उगाही और रंगदारी वसूली के मामले में जेल में जा चुके हैं सुधीर चौधरी। यह रंगदारी सुधीर चौधरी ने जी-टीवी चैनल के अपने एक अन्य कर्मचारी के साथ की थी। नवीन ने इस मामले में नवीन जिन्दल ने सुधीर की इस पूरी रंगदारी वसूली की बातचीत को छिपे कैमरे में कैद कर बाद में उसे वायरल करा दिया। पुलिस में रिपोर्ट भी की और नतीजा यह दोनों लोग जेल में बंद हो गये।
बस, फिर क्या था। जी-टीवी वालों ने सुधीर चौधरी को अपने संस्थान में बेहद अहम और सम्मानित ओहदा थमा दिया। अब सुधीर की हैसियत जी-टीवी में सम्पादकों में शुमार हो चुकी है। यानी सुधीर अब बड़े पत्रकार हो चुके हैं। जी-टीवी में आजकल रोजाना प्राइम-टाइम पर उनका एक कार्यक्रम चलता है, जिसका नाम है डीएनए। इस कार्यक्रम में सुधीर किसी न किसी घटना, शख्स या हादसे का छिद्रान्वेषण करते हैं। साफ-साफ शब्दों में बात कहना हो तो पत्रकारों की कमीनगी का बेमिसाल शख्स का नाम है सुधीर चौधरी।
बहरहाल, इस ट्वीट में सुधीर चौधरी ने हाल ही हवाई जहाज दुर्घटना में मारे गये सीमा सुरक्षा बल के एक डिप्टी कमांडेंट भगवती प्रसाद भट्ट के घर गये। वहां भट्ट की पत्नी और बेटी समेत सभी लोगों से भेंट की, और ट्वीट किया कि इस परिवार को मदद की जरूरत है। इस मुलाकात के बाद सुधीर ने अपने ट्वीट में इतने बेहिसाब आंसू बहाये हैं कि वहां अगर कोई घडि़याल मौजूद होता तो वह शर्म से डूब मरता।
काश, उमा खुराना आज इतनी हिम्मत जुटा पाती कि वह सुधीर को उसके उसकी करतूत पर सरेआम बोलती, तो कमाल हो जाता। लेकिन आम आदमी की खामोशी ही सुधीर चौधरी जैसे पत्रकारों की ताकत बन जाती है।