अब खटिया पर प्रवचन देंगे बालिकाओं के यौन-शोषण करने वाले चिन्‍मयानन्‍द

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: जो चिन्‍मयानन्‍द को जानते हैं, उन्‍हें खूब पता है कि चिन्‍मयानन्‍द बहु-चर्चित और बहु-आयामी इतिहास समेटे हैं : साध्‍वी चिदर्पिता से बलात्‍कार काण्‍ड के बाद से अब सार्वजनिक मंच पर आने की कोशिशों में हैं स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द : एक राजनीतिक घटना के बाद खटिया यानी चारपाई के बहुआयामी गुणों और प्रयोगों पर बोलना शुरू कर दिया स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द ने :

कुमार सौवीर

लखऊ : खटिया को तो आपने खूब देखा और पहचाना होगा न। चारपाई के लिए देशज शब्‍द पुकारा जाता है खटिया। सामान्‍य तौर पर विश्राम के इस्‍तेमाल के लिए ही पहचाना जाता है खटिया। चार पाटी और चार पायों के एक सुडौल ढांचे को आपस में जबर्दस्‍त तरीके से कसने के लिए रस्‍सी-बन्‍धी से आलिंगनबद्ध करने की सुगढ़ प्रक्रिया के तहत तैयार की जाती है खटिया। इसमें हल्‍का झोल भी होता है, जो रीढ़ की हड्डी को आराम देता है। उसका यही गुण उसे पलंग या तख्‍त अथवा चौकी से अलहदा-अलग करता है।

जी हां, इसी खटिया या चारपाई का प्रयोग नृ-वंश के जैविक विकास में एक अहम माना जाता है। इसकी विशेषता ने ही इस खटिया को हमारी लोक-संस्‍कृति को लगातार खूब समृद्ध किया है। न केवल लोक-गीत, बल्कि हिन्‍दी फिल्‍म जगत ने भी खटिया के बहु-आयामी प्रयोगों पर समय-समय पर गुण-गान किया है। दो पिछले दशक पूर्व के हिन्‍दी फिल्‍म कलाकार गोविन्‍दा ने तो खटिया की उपयोगिता पर बने एक संगीतमय-गीत पर नृत्‍य भी किया है। करिश्‍मा कपूर के साथ ठुमके लगाते हुए कि, सरकाय ल्‍यौ खटिया, जाड़ा लगे।

लेकिन हाल ही भाजपा के बड़े नेता जो अब अपने चर्चित कृत्‍यों के चलते खासे विवादों में आ चुके हैं, खटिया पर लगातार अपने खटिया-ज्ञान से जन-मानस को समृद्ध करने में जुट गये हैं। हाल ही उन्‍होंने खटिया को लेकर एक नया ज्ञान-प्रवचन दिया कि खटिया तो परलोक जाने वालों के इस्‍तेमाल में ही आता है। जौनपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद, पूर्व गृह राज्‍यमंत्री रह चुके और खुद को संन्‍यासी और तपस्‍वी कहलाने वाले स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द ने इस बारे में कई नये खुलासे किये हैं। हालांकि चिन्‍मयानन्‍द ने अपना यह बयान राहुल गांधी के खटिया सम्‍मेलन के परिदृश्‍य में दिया है। वेसे उन्‍होंने परलोक मार्ग में खटिया की उपयोगिता का जो बखान किया है, उससे उनके शिष्‍य खासे उत्‍साहित, लेकिन सशंकित भी हैं।

चिन्‍मयानन्‍द के एक भक्‍त को खटिया पर दिया गया उनका यह प्रवचन गले के नीचे नहीं समझ आया। उनका कहना था कि अभी कोई तीन साल पहले साध्‍वी चिन्‍मयानन्‍द की खटिया पर उनके निजी-उपयोग को लेकर जो विवाद उठा था, उसके बाद से चिन्‍मयानन्‍द को खटिया जैसे बिम्‍बों को अपने प्रवचनों से हटा लेना चाहिए। आपको बता दें कि चिन्‍मयानन्‍द की कभी पूर्व सचिव रहीं साध्‍वी चिदर्पिता ने चिन्‍मयानन्‍द पर गम्‍भीर आरोप लगाये थे। उनके आरोपों के अनुसार चिन्‍मयानन्‍द ने चिदर्पिता के साथ उनका जमकर बलात्‍कार जैसा भयावह यौन-शोषण किया था। चिन्‍मयानन्‍द की ऐसी करतूतों के चलते ही साध्‍वी कई बार गर्भवती हुईं, लेकिन चिन्‍मयानन्‍द ने उनका जबरन गर्भ-समापन यानी एबार्शन भी कराया। चिदर्पिता ने यह भी आरोप लगाया था कि कई किशोरों और महिलाओं के साथ भी स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द नियमित रूप से हम-बिस्‍तर रहते रहे हैं। साथ ही साथ, चिन्‍मयानन्‍द को महिलाओं व किशोरों के साथ अपने बदन की मालिश कराने तथा उनके साथ मदिरा सेवन करने-कराने का भी शौक है।

हालांकि स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द भारतीय जनता पार्टी के नेता है, लेकिन अपनी दीगर गतिविधियों को लेकर भी वे अक्‍सर चर्चित हैं। खासकर अपने ऊपर लगे यौन अपराधों को लेकर तो उनकी निजी सचिव रहीं साध्‍वी चिदर्पिता ने उन पर जमकर कींचड़ फेंका था। बहरहाल, स्‍वामी चिन्‍मयानन्‍द से जुड़ी अन्‍य खबरों को अगर पढ़ना-देखना चाहें तो कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:-अब खटिया पर बोले चिन्‍मयानन्‍द

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *