: न जाने कब समझेगा कायस्थ समाज कि डॉ एससी राय और भइया जैसी विभूतियां किसी जाति की बपौती नहीं होतीं : आज होगा कायस्थ समाज का सम्मान समारोह : गृहमंत्री राजनाथ सिंह और जयंत सिन्हा शामिल होंगे समारोह में :
कुमार सौवीर
लखनऊ : कायस्थ समुदाय का अपने समाज ही नहीं, बल्कि देश के प्रति योगदान अप्रतिम रहा है। चाहे कोई भी क्षेत्र रहा हो, कायस्थ समुदाय ने अपना दायित्व सर्वोपरि बनाये रखा है। लेकिन अब ऐसी उपलब्धियों और सम्मान के बावजूद यह समाज अपने समुदाय के विशिष्ट और महान लोगों को जातियों के घेरे से मुक्त करने के बजाय, उन्हें और भी कसने की कोशिश में है। आज इस बारे में एक समारोह 14 अक्टूबर को होगा जिस के मुख्य अतिथि होंगे गृहमंत्री राजनाथ सिंह। साथ ही साथ केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा भी इस समारोह में शामिल होंगे।
आपको बता दें कि लखनऊ के मेयर रह चुके डॉ एससी राय का नाम केवल लखनऊ ही नहीं बल्कि बरेली से लेकर पूर्वांचल और मध्य उत्तर प्रदेश सहित बुंदेलखंड तक मशहूर है। एससी राय का योगदान बृज क्षेत्र से लेकर रोहलखंड क्षेत्र तक में बात-बात पर महिलाओं की नाक काट लेने जाने वाली सामाजिक प्रवृत्ति और जघन्य कुकृत्य के समापन-युग का परिचायक माना जाता है। इसी तरह लखनऊ की गली कूचे में अपनी अमिट छाप रखने वाले भैया जी लखनऊ के सांस माने जाते रहे हैं। भैया जी का निधन हाल ही लखनऊ में हुआ जबकि 2 वर्ष पूर्व एससी राय का निधन हुआ था। अटल बिहारी बाजपेई ने एससी राय की प्रतिभा को पहचाना था और उन्हें लखनऊ के मेयर के साथ ही साथ उन्हें पद्मश्री सम्मान दिलाया था।
डॉक्टर राय और भैया जी किसी जाति की बपौती नहीं रहे। हर जाति हर समुदाय में उनकी अमित छपती और मानव समाज के विभूषण माने जाते रहे हैं राय और भैया जी जैसे लोग। लेकिन कायस्थ समाज समन्वय समिति ने ऐसी राय एवं भैया जी समेत अनेक विभूतियों और प्रतिभाओं को कायस्थ समाज की घेराबंदी में कर लिया है। 14 अक्टूबर को लखनऊ के मोती महल लॉन में इन विभिन्न मेधावियों का सम्मान किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष ओ पी श्रीवास्तव के मुताबिक विनोद श्रीवास्तव राजीव कुमार प्रियांशी स्वरूप साहिल माथुर दीक्षा श्रीवास्तव आशुतोष श्रीवास्तव सुदीक्षा श्रीवास्तव आदित्य श्रीवास्तव शिवांगी बहादुर अभिषेक कुमार अलका गोयल आदि को सम्मानित किया जाएगा।