बड़े सपाई नेताओं पर व्‍यभिचार का आरोप लगाने वाले रामगोपाल यादव को अमर सिंह ने नपुंसक बताया

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: सोशल साइट्स पर भी चल रही है मुलायम, अखिलेश और शिवपाल समेत सभी सपाइयों पर भीगे जूतों की बारिश : अमित शाह खेल रहे हैं अक्‍कड़-बक्‍कड़ बम्‍बे बो वाला खेल : सायकिल का कुत्‍ता फेल हो चुका है : चंचल भूजी का इशारा अमर सिंह पर है या फिर मुलायम पर, कुछ भी पता नहीं :

कुमार सौवीर

लखनऊ : सोशल साइट्स भी गजब की शै है। अपने दिल में घुमड़ती आह-वाह पर ऐसे-ऐसे फूल-जूते उचका-उचका कर मारती है, कि अच्‍छा-खासा आदमी चक्‍करघिन्‍नी बन जाए। कहीं सेंटभरे फूल और गुलदस्‍ते हैं, तो कहीं रात भर के भीगे हुए चमरौधे जूते। जी हां, समाजवादी पार्टी में हो रही बेशर्म उठापटक पर सोशल साइट्स भी अपना गुबार निकाल रहा है। नश्‍तर बेहद तीखे और अक्‍सर तो असह्य तक की सीमा तक पहुंच जाते हैं। बेशर्मी की हालत यह है कि जिस रामगोपाल यादव ने सपा के चंद बड़े नेताओं पर चरित्रहीन और व्‍यभिचार करने का आरोप लगाया था, उसी रामगोपाल यादव पर अमर सिंह ने यह तक आरोप जड़ दिया कि:- रामगोपाल यादव केवल नपुंसक हैं, और इसके अलावा कुछ भी नहीं।

अमिताभ अग्निहोत्री एक नामचीन पत्रकार हैं। उन्‍होंने आज रामगोपाल की जुबानी एक बयान शेयर किया है कि:- रामगोपाल नपुंसक हैं — अमर सिंह। जबकि दिल्‍ली के पत्रकार सत्‍येंद्र पीएस इस मामले में मजा ले रहे हैं। उन्‍होंने लिखा है कि:- शिवपाल जबरदस्त धो रहे हैं। साइकिल और फॉर्च्यूनर से प्रचार करने वाले में अंतर बता रहे हैं। महागठबंधन तोड़ने वालों को नंगा कर रहे हैं। मजा आया सुनकर!

रांची के पत्रकार मुकुन्द हरि शुक्ल के शब्‍दों में :-  अपनी करनियों का फल चचा मुलायम जीते जी भोग रहे हैं! इतिहास गवाह है। काश, आज लोहिया, वी पी या चंद्रशेखर जीवित होते, तो जवाब मिल जाता। फिलहाल तो मायावती सबसे बड़ी गवाह हैं मुलायम की पैंतारेबाजियों की। सुरेंद्र प्रताप सिंह को एक डर लग रहा है:- ऐसे ही मन मे एक खयाल आ रहा है…. कल अगर नेता जी ने खुद को ही मुख्यमंत्री घोषित कर दिया तब क्या होगा ?

भाषा-मास्‍टर निहाल उद्दीन उस्‍मानी मियां की जूती मियां के सिर पर दे मारते हैं:- मुलायम सिंह जी लड़कों से ग़लतियाँ हो जाती हैं. जौनपुर के बदलापुर वाले खुली, तीखी, चुटीली और नंगी पोस्‍ट के लिए कुख्‍यात है सुजीत श्रीवास्तव। मुलायम और अखिलेश के बीच चल रही झपड़-चौं-चौं पर सुजीत लिखते हैं:- बाप ने बेटे की ले ली

भूजी जी के नाम पर कुख्‍यात चंचल भू जी की जुबान और कलम करतनी की तरह चलती है। एक साथ कई-कई नावों में सवार कर सकते हैं, इसके बारे में सोचने की फुसत किस भकुए में है कि वह किसी आधार पर है या हवा-हवाई। कांग्रेस में अपना सिर किसी शतुरमुर्ग की तरह कुंकुआने वाले चंचल भू सपा के इस बवाल में पहले तो कांग्रेस का जुगाड़ भिड़ाते हैं:- “अखिलेश + राहुल ?”लेकिन जब कोई रिस्‍पांस नहीं मिलता है तो फिर झुंझला कर भड़ास निकाल देते हैं, गरिया देते हैं:- “साइकिल का कुत्ता फेल ।”

विनय समीर ने एक फोटो लगायी है और जिस पर दिखाया गया है कि:- साइकिल पर कौआ बैठा … ये कैसा संकेत ??????? वर्षा चतुर्वेदी को अपने हिसाब से जिन्‍दगी में हंसी-खुशी भरने की महारत है, वे लिखती हैं:- उधर अमित शाह अपने ड्राइंग रूम में अखिलेश और शिवपाल के फोटो लगा के अक्कड़ बक्कड़ खेल रहे हैं

बहराइच के पत्रकार आलोक त्रिपाठी ने एक फिल्‍मी गीत की पैरोडी की शैली में लिखा है:-  तोड़ दिया यदुवंश, करा दिया बवाल। अंकल तूने कर दिया एक और कमाल।

लखनऊ के वकील, नेता और खुशमिजाज चिंतक संजीव पाठक लिखते हैं कि ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया…… जैविक पुत्र vs पत्नी के पुत्र। इतना ही नहीं, संजीव लिखते हैं कि :- मासूम चेहरे के बचकाने दागों के लिये ‘सहानुभूती सौंदर्य प्रसाधनों’ का निर्माण जारी है

ऐसे में पटना के ध्रुव सिंह कैसे खामोश रह पाते। उन्‍होंने भी लिखा है कि :- फेसबुक के ज्ञानियो। सपा का मतलब मुलायम सिंह यादव। अखिलेश अगर मुलायम के बेटे न होते तो वार्ड पार्षद भी चुने जाते, इस पर संदेह है। सो झाड़ पर मत चढ़ाए या चढ़े। 50 वर्षो से अधिक की राजनैतिक पूँजी है, इसे मुलायम बर्बाद होते थोड़े देखेंगे, वे उस पूंजी को बढ़ा रहे है ।

जौनपुर के जीवन्‍त कांग्रेसी पत्रकार खुर्शीद अनवर खान ने शब्‍द कम, तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए एक दुर्घटनाग्रस्‍त सायकिल की फोटो चस्‍पां की है। साथ लिखा है कि:- तस्वीरें बोलती हैं।

भोपाल के दैनिक भास्‍कर अखबार पर कार्यरत गौरव पाण्‍डेय ने सपा के मौजूदा सीन को चालीस साल के बॉलीवुड की हिन्‍दी फिल्‍म शोले से जोड़ लिया: गौरव लिखते है कि:- यूपी में मुलायम सिंह की हालत शोले के ‘असरानी’ जैसी हो गई है। आधे अखिलेश के साथ, आधे शिवपाल के साथ और बाकी मेरे पीछे। *सपा_का_सियापा*। इतना  ही नहीं, गौरव पाण्‍डेय ने यह भी लिखा है कि :- सूत्रों से खबर मिली है कि साईकिल टूट गयी है। फिर भी पंचर बनाने का काम अब भी आजम के पास है।  जौनपुर के ही शाहगंज निवासी देवानंद ने लिखा है कि :- हमने शिवपाल चच्चा को निकाल दिया है। अब अगर वापिस आना है तो हलाला के रास्ते आना पड़ेगा..

समाजवादी पार्टी के अन्‍तर्कलह को देखने-समझने के लिए निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:- सपा का बण्‍टाढार

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