अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए येदुरप्पा का फैसला
अब नहीं उठाने चाहते हैं कोई भी खतरा
बेंगलुरु में मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने अपने बेटे और बेटी को घर से निकाल बाहर कर दिया है। बताया जाता है कि येदुरप्पा की यह कवायद अपनी कुर्सी पर लग रही आंच को बुझाने के क्रम में है। वैसे खबर है कि उनकी बेटी और बेटे ने पिता का इशारा पाते ही उनका सरकारी घर छोड दिया है।
अपनी कुर्सी बचाने के बाद छवि सुधारने की कोशिश में कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदयुरप्पा ने अपने बेटे और बेटी को अपने घर से निकाल दिया। उन्होंने दोनों से कहा तुरंत मुख्यमंत्री आवास छोड़ दें। मुख्यमंत्री सचिवालय से जुड़े एक ऑफिसर ने कहा, ‘ मुख्यमंत्री ने अपने बेटे बीवाई विजेंद्र और बेटी उमा देवी से बुधवार कहा कि उनका रेसकोर्स स्थित आधिकारिक आवास छोड़कर चले जाएं। दोनों ने तुरंत उनकी बात मान ली। ‘
गौरतलब है कि येदयुरप्पा के बेटे विजेंद्र, बेटी उमा और उनके पति सोहन कुमार उनके आदिकारिक आवास में ही उनके साथ रहते थे और बड़े बेटे सांसद बीवाई राघवेंद्र अक्सर उनसे मिलने आते थे। येदयुरप्पा पर सरकारी जमीन डीनोटिफाई करके अपने बेटों और दामाद को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा जिसके बाद उनकी कुर्सी जाते-जाते बची। इसके बाद ही येदयुरप्पा ने इन्हें अपने आधिकारिक आवास से हटने को कहा। माना जा रहा है कि आलाकमान ने उनसे अपने रिश्तेदारों से दूरी बरतने को कहा है और येदयुरप्पा ने आलाकमान से वादा किया है कि वह स्वार्थी तत्वों और अपने रिश्तेदारों को प्रशासन से दूर रखते हुए स्वच्छ शासन सुनिश्चित करेंगे।