रामनवमी के दिन बस पिटते-पिटते बचे कुमार सौवीर

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: रामनामियों ने अलग-अलग दूकान खोल रखी हैं रामनाम के नाम पर : वे समझायें कि राम ही सत्य है तो श्रेष्ठा, मैं बोलूं तो अपराध हुआ :

कुमार सौवीर

लखनऊ : बाप रे बाप।

इतनी तेज रफ्तार से मैं कभी नहीं दौड़ा, जैसा आज भागा हूं। बुरी तरह हांफ रहा हूं। सांसें लगातार टूटती जा रही हैं। बोला नहीं जा रहा है। कमर को दोहरा कर भी राहत नहीं मिल पा रही है। पसीने से तर-बतर हूं।

अरे यार, आज रामनवमी है न, इसलिए। हां, हां मुझे भी पता है कि यह रामावतार की बेला है। राम आये हैं। घर-घर बधाइयों दी और बजायी जा रही हैं। पत्‍ता-बूटा से लेकर हर शख्‍स ही नहीं, पूरा जगत राम-मय हो चुका है। हर ओर केवल राम और सिर्फ राम की ही गूंज हो रही है। जिससे भी देखो, राम राम ही कह रहा है।

मैं भी जोश में आ गया। राम तो मेरे भी अराध्‍य हैं। हैं कि नहीं

राम ही जन्‍मदाता हैं, राम ही जीवन हैं, राम ही जगत-प्रबंधक हैं, राम ही मोक्ष कारी हैं, राम ही सत्‍य हैं।

फिर क्‍या था। अन्‍तस में राम ही राम गुना और उनके गुणों का गुणगान करते हुए हजरतगंज में जुटी भक्‍तों की भीड़ में दो-चार जोरदार जयकारा लगा दिया:-

राम नाम सत्‍य है, सत्‍य बोलो मुक्ति है।

फिर क्‍या था, सबने मुझे ललुआय लिया। दस-बीस लोग तो सीधे किसी कटहे कुत्‍ते की तरह मेरे पीछे ही पड़ गये।

रूको, उनकी आवाज लगता है कि पास ही आ रही है। थोड़ा दरवज्‍जा बंद कर कहीं छिप जाऊं, उसके बाद ही बात करूंगा आप लोगों से।

लेकिन अब भूल कर भी यह नारा नहीं लगाऊंगा।

Dateline Samachaar : Mauka koi bhi ho apni harkat sey baj nahi aogey badey Bhai Pitney Ka kam kartey hi rahogey Par prabhu ram satyawan vyakti key maryada ki sadaiv rakcha kartey hain maryada purushottam jo hain , ram navmi ki badhai , Arun Mishra

Kumar Sauvir : सौ सौ जूते खाय, चित्त पे एक न लहैं

Varsha Chaturvedi : Ohhoo baapu kitti baar samjhya sath likhkr jaya karo shav yatra me jarey ho ki ram utsav me..ab kya batau ..aap bilkul gajni ho gaye ho sb bhool jate ho

Shailendra Yadav : hahaha sir ji kamal kr diya .. aisha amazing to bas aap hi kr sakte hai, charn kaha hai aap ke …. smile emoticon

Kumar Sauvir : मेरे वाले तो मेरे साथ ही हैं। चरण। लेकिन दिव्यरंजन पाठक के चरण अस्पताल के बिस्तर पर जुड़ने के चक्कर में हैं

Sabir Ali Siddiqui : BHAYYA NARON – NARON KI APNI JAGAH HOTI HAI ,

Kumar Sauvir : भावों का सत्य देखूँ शब्दों का स्थितिकरण?

Manju Sharma : har nare ki jagah aur smay hota hai aur aapne ekdam ulta kar diya ….toh … ye toh hona hi tha

Kumar Sauvir : वही तो मूल प्रश्न है कि भाव जरूरी है या फिर शब्दों का पाखण्ड

Gulshan Pahuja : अब जन्मदिन वाले दिन अर्थी लेकर जाओगे तो उस पर लेटना भी तो आपको ही पड़ेगा

और बहुतों की तरह खुश नसीबी है आपकी ” भी ” कि हिन्दू धर्म में जन्मे हो और हिन्दुस्तान में रहते है तभी ऐसा सोच, बोल और लिख लेते है.

Kumar Sauvir : इसीलिए तो मैं इस देश पर गर्व करता हूँ

Ravi Rai : देश पर गर्व करता हूँ??? लेकिन इसी देश में ज़रा दूसरे नारे लगाकर दिखाइये।।। शांतिदूतों की भावनाएँ आहत हो जाएँगी और सर क़लम।।।

Shobhanshu Vaish : गुरू आखिर आप हर मामले मे इतनी ऊंगली क्यो करते हो अजब शौक हैं आपका ……….हाहाहाहाह

Sabir Ali Siddiqui : यह सीधी सीधी ऊँगली है वरना दुनिया भर का ज्ञान लिए हुए आदमी यह बात नहीं जानता !!!!!

Kumar Sauvir : ऊँगली का भी नियमित अभ्यास होता ही रहना चाहिए

Aarti Barnwal : पाठक जी को भी साथ में ले जाना चाहिये था .

Kumar Sauvir : गए थे। साथ ही थे। साथ ही भागे थे। फिलहाल उनका हाल-पता सिविल अस्पताल का हड्डी वार्ड पर जनरल बेड नंबर 89 है। चोट ज्यादा है। बेहोशी में भी चिल्ला रहे हैं। बोल रहे हैं कि राम की ऐसी की तैसी

Devendra Nath Dubey idea !!!!

Kumar Sauvir सादर चरण स्पर्श

Vimal Pathak kya bakai ram naam satya murdo ko sunane ke liye hi hai….

Kumar Sauvir जी बिलकुल। सिर्फ मुर्दों के लिए। क्योंकि मुर्दा निष्क्रिय होता है। किसी का कुछ भी नहीं उखाड़ सकता। जबकि जीवित लोग हिंसक हो जाते हैं

Vimal Pathak jivit log ye swikarne ko taiyar nahi hai ki RAM NAAM SATYA HAI ?

Anil Arora Kamaal kartain hain aap.bhi

Kumar Sauvir हो गई गलती।आइन्दा नहीं होगा। चलता हूँ। पाठक जी को 30 डोज़ देना है। बेहोशी वाला इंजेक्शन।

Rahul Singh चलिये राम जी का दरबार था इसलिये आप सही सलामत भी है

कही और किसी दरबार में गलती से पहुच गये होते तो डॉ सुबाष जी को साथ लेकर लखनऊ आना पड़ता ।…See more

Kumar Sauvir खून की कमी नहीं होगी।

कृष्णा हार्ट सेंटर में नया सेंटर खुल गया है।

सुजीत श्रीवास्तव : कृष्णा हार्ट केयर…..कोई जिंदा वापस आया है वहा से ???

DrRaj Dulari : Hahahaaaaa

Kumar Sauvir : अद्भुत अट्ठहास किया है आपने। वाकई क्या आप इसी तरह खनकती हंसी हंसती हैं?

ख़ैर, जब भी मौका मिला,

और आपने अगर अपना फोन नंबर दिया,

और अगर आपका फोन उठ गया,

और अगर उस फोन में आप हो होईं, और अगर उस बातचीत में कोई हंसी का कोई सन्दर्भ आया,

और अगर उस अगर उस सन्दर्भ पर आपने संज्ञान ले लिया,

और अगर आपने उस संज्ञान पर हंसने की इच्छा व्यक्त की,

और अगर उस वक्त आपने खुल कर ऐसा ही अट्ठहास किया,

तो बाई गॉड की कसम, मज़ा ही आ जायेगा।

मैं तो मैं उस हंसी को रिकार्ड कर लूँगा।

लॉटरी लगना उसी को कहा जाएगा

Kumar Sauvir मेरी पिटाई-कुटम्मस पर आपकी छूटती हंसी।

किसी श्रेष्ठ पुस्तक का शीर्षक भी बन सकता है यह नाम शीर्षक।

DrRaj Dulari Hahahaaaaaa

DrRaj Dulari Aap se hi sikha h,bhul gaye kya???

Shivkumar Wishvakarma जय श्री राम

Kumar Sauvir : वही तो सत्य है और जो सत्य है वही तो मोक्षकारी है।

लेकिन लोग सत्य और मोक्ष की बात सुनना बुरा मानते हैं, जबकि माँ-बहन की गालियों देने-लेने में गर्व समझते हैं।

मैंने सत्य व मोक्ष के आधार-पुरुष राम का जयकारा लगाया तो पिट दिया गया

Sanjay Srivastava : भारतीय लोकतंत्र के आप जीते जागते उदाहरण है. आख़िर स्वतंत्रता भी कोइ चीज़ है. जो मन करेगा वह और उस भाषा में लिखेंगे . लेकिन सारी हिम्मत और हेकड़ी केवल एक वर्ग पर. क्योंकि दूसरा तो सीधे सर क़लम करता है. है कि नही, राम नाम सत्य

Kumar Sauvir : मेरी ख़ुशी है कि मैं अपनी आजादी को विकसित करने पर विशवास करता हूँ।

उन पर नहीं, जो मूर्ख-जाहिल हैं।

Ashish Shukla : अच्छा है बहुत ही अच्छा है भाई ।

(इस पूरी पोस्ट पर हुई बातचीत का लिंक निम्नवत है। आप उसमें दर्ज बाकी बातचीत पढ़ना चाहें तो उसे क्लिक कर लीजिए।)

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