राजनीति का खेला:: एक सांसद को मलाई, दूसरा सांसद जाएगा जेल

मेरा कोना

: उपराष्ट्रपति ने जदयू सांसद पर केस, दूसरे को मोदी ने मंत्री बनाया : आधा दर्जन से ज्या्दा सांसद एलटीसी घोटाले में, गेंद्र सीबीआई में : अवैध कब्जा, अमानत में खयानत, विश्वासघात के आरोप सांसदों पर : उपेंद्र कुशवाहा, अनिल, ब्रजेश पाठक, रेनू आदि पर घोटाले की छींटें :

कुमार सौवीर

नई दिल्ली : केंद्रीय सरकार के खजाने को चूना लगाने के लिए एलटीसी घोटाला में शामिल आधा दर्जन से ज्‍यादा सांसदों के मामले में जमकर खेला-उठापटक चल रही है। हैरत की बात तो यह है कि इसी घोटाले में शामिल एक सांसद की फाइल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीआई से कह कर अलमारी में बंद करा दिया, बल्कि उसे अपना केंद्रीय मंत्री तक बना लिया। जबकि ठीक उसी घोटाले में शामिल एक सांसद पर आज बिलकुल अभी-अभी उपराष्ट्रपति डॉ हामिद अंसारी ने मुकदमा चलाने का आदेश जारी कर दिया है।

हम आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति ने जदयू के सांसद अनिल साहनी पर एलटीसी घोटाले में मुकदमा चलाने का आदेश दे दिया है, ठीक उसे मामले में शामिल एक दूसरे सांसद उपेंद्र कुशवाला को केंद्र सरकार में अपनी खास मंत्री मानवसंसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के सहयोगी के तौर पर उसी विभाग का राज्‍यमंत्री बना डाला था। बहरहाल, उपेंद्र कुशवाहा को मलाई चटाने और अनिल साहनी को जेल भिजवाने की इस राजनीतिक उठापटक राजनीतिक गलियारों में चटखारे में देखी जा रही है।

दिलचस्प बात यह है कि सांसदों पर पहले से ही अपने सांसद निधियों के दुरूपयोगों को लेकर खासे आरोप लगते रहे हैं। इसके अलावा सांसद में नोट उछालने, सांसदों को खरीदने, सरकार को उठाने-गिराने जैसे घिनौने आरोपों पर भी जन-आक्रोश फैलता ही रहा है। लेकिन इसके बावजूद देश का जन-मानस कभी भी यह नहीं सोच पाया था कि संविधान के शीर्ष पदों पर आसीन सांसद कभी इतनी इतने चिरकुट-घटिया और बेशर्मी की हरकत कर सकते हैं। लेकिन पिछले साल ही एलटीसी यानी अवकाश यात्रा जैसे बेहद छोटे से आर्थिक लाभ के लिए इन सांसदों ने अपनी प्रतिष्ठा और ईमान को भी बेच दिया था।

एलटीसी घोटाले में शामिल यह सभी सांसद लगातार सरकारी सुविधाओं की लूट में शामिल हैं। मसलन, विशेष सुरक्षा आदि पर भी केंद्र सरकार ऐसे सांसदों पर रहम-करम बरसा रही है। जबकि ऐसे कई सांसदों पर जमीन कब्जाना, अवैध कब्जा कराना, दूसरों की सम्पत्ति हड़प कर लेना और अमानत में खयानत ही नहीं, बल्कि विश्वासघात जैसे घटिया कृत्यों से लिप्त‍ हैं। इन माननीय या रह चुके इन सांसदों-पूर्व सांसदों में केंद्रीय एचआरडी राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के अनिल साहनी, भाजपा के जेपीएन सिंह, बसपा के ब्रजेश पाठक, बीजेडी की रेनू बाला, आरएलडी के महमूद अरशद मदनी, टीएमसी के डी बन्धुपाध्याय और एमपीएफ के लालमीन लियाना आदि शामिल हैं।

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