पत्रकार पर हमला: पहले तो खंखार कर थूका, फिर उसे चाट लिया पुलिस ने

सैड सांग

: अब खबर आयी है कि पुलिस कप्‍तान ने झूठी तफतीश के मामले में पत्रकार के हमलावर को लाइन हाजिर किया : मंत्री के गुण्‍डे बेटे और उसके नाजायज गनर ने पीटा था पत्रकार समेत निरीह नागरिकों को : मामला दर्ज करने के बजाय विवेचक दारोगा ने दी थी गुण्‍डे लक्‍की यादव को क्लीन चिट दे दी :

कुमार सौवीर

लखनऊ : सच यह है कि जौनपुर की पुलिस ने अब जन-सुरक्षा और पोलिसिंग करने के बजाय नेताओं के जूते चमकाने का धंधा शुरू कर लिया है। इतना ही नहीं, जिले के कद्दावर मंत्रियों और नेताओं के जूतों पर तनिक भी धूल को पोंछने के लिए पुलिस वाले अब अपनी ही सरकारी टोपी का इस्‍तेमाल पूरी बेशर्मी से करने की कवायद में जुटे हैं। यहां के एक पत्रकार पर हमले के मामले ने जब तूल पकड़ लिया था, उसे बाद में यहीं के एक दारोगा ने पूरी तरह मनगढ़ंत और झूठा करार दे दिया था। लेकिन अभी खबर मिली है कि खुद को मिनी-मुख्‍यमंत्री कहलाने वाले जौनपुर के कद्दावर मंत्री पारसनाथ यादव के गुण्‍डे बेटे लक्‍की यादव व उसके नाजायज गनर को बचान ने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने विवेचक दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है। खबर है कि अब इस मामले की एफआईआर दर्ज करने की कवायद भी शुरू हो गयी है। जबकि पत्रकार की पिटाई करने वाला गनर लाईन हाजिर कर दिया गया है और सीओ-एसओ की जांच रिपोर्ट निरस्त कर इस मामले पर नये तरीके से तफ्तीश के आदेश दे दिये हैं।

आपको बता दें कि इस पूरे हादसे पर न्‍यूज पोर्टल www.meribitiya.com ने बेहद सतर्क और सजग हमला बोला था और इस मामले में हर सभी अपराधी और दोषी को कठघरे में खड़ा कर दिया था। पोर्टल www.meribitiya.com के प्रयासों के चलते ही पत्रकार की पिटाई करने वाले कैबिनेट मंत्री के आरोपी गनर को आज एसपी अतुल सक्सेना ने लाईन हाजिर कर दिया है। साथ में थानाध्यक्ष लाईनबाजार और सीओ सिटी की जांच रिपोर्ट को निरस्त करते हुए इस मामले की नये सिरे से जांच अपर पुलिस अधीक्षक देहात को सौपा है। हालांकि इलेक्ट्रनिक मीडिया संघ आरोपी सिपाही को निलंबित करने की मांग पर अडा है।

मालूम हो कि सोमवार को मड़ियाहूं विधानसभा के ई टीवी के इन्फारमर व मड़ियाहूं तहसील के अधिवक्ता बृजराज चौरसिया जौनपुर आ रहे थे। रास्ते लाईनबाजार थाना क्षेत्र के रसैना गांव के पास जाम में फस गये थे। इसी बीच कैबिनेट मंत्री के पुत्र भी जाम के झाम में फस गये। जिससे गुस्साया उनका गनर एक तरफ से जाम में फसे सभी लोगो पर लाठिया बरसाना शुरू कर दिया। जिसमें पत्रकार बृजराज भी सिपाही के कोप के भाजन होना पड़ा। विरोध करने पर गनर ने उनके ऊपर कारबाईन तान दिया था। इस प्रकरण को लेकर बुधवार को इलेक्ट्रानिक मीडिया संघ ने एसपी अतुल सक्सेना से मिलकर कार्यवाही की मांग किया।

इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए एसपी अतुल सक्सेना ने थानाध्यक्ष लाईनबाजार विश्वनाथ यादव को जांच कर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया और सीओ सिटी रामप्रकाश सिंह यादव को पूरे मामले की जांच सौपा था। विश्वनाथ यादव ने पूरे मामले की फर्जी करार देते हुए एसपी को अपनी रिर्पोट सौप दिया था। उधर सीओ सिटी ने भी मामले को संदिग्ध बताते हुए अपनी रिर्पोट पर पुलिस अधीक्षक को सौप दिया। एसपी ने आज शिराज ए हिन्द डाॅट काम से बातचीत करते हुए बताया कि सीओ और एसओ की रिर्पोट को निरस्त करते हुए आज आरोपी गनर अजय निवास यादव को लाईन हाजिर कर दिया।

आपको बता दें कि दो दिन पहले जौनपुर में जाम में फंसे ईटीवी के न्‍यूज इन्‍फार्मर ब्रजराज चौरसिया को अखिलेश सरकार में मंत्री के मनबढ़ और आपराधिक चरित्र वाले बेटे लक्‍की यादव तथा उसके नाजायज गनर से कई नागरिकों के साथ सरेआम डंडों से पीट दिया था। हैरत की बात है कि कई बार ऐसी शर्मनाक और आपराधिक हरकतें वाले शातिर अपराधी लक्‍की यादव के खिलाफ पुलिस ने अब तक एफआईआर नहीं दर्ज की है। लेकिन इस और ऐसे हादसों-हमलों पर www.meribitiya.com लगातार सतर्क और सक्रिय है।

लक्‍की यादव की गुण्‍डागर्दी से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:- गुण्‍डा भस्‍मासुर

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