: सेक्स-वीडियो के प्रति आग्रही स्त्री-पुरुषों की तादात दुनिया में बेतहाशा, मैं अनोखा नहीं हूं : यह वीडियो मेरे वाट्सएप के स्टेटस पर कैसे शाया हो गया, मैं नहीं जानता :
कुमार सौवीर
लखनऊ : हो जाता है यार !….. चिल यार ! अरे यह छोटी सी बात है।….. अनजाने में ऐसा हो जाना मुमकिन है।…..जवानी में ऐसा हो ही जाता है।….. अकेले रहोगे, रंड़वा रहोगे, तो यह सब कुछ तो होता ही रहेगा।…..
मोबाइल फोनों के साथ ही पोर्न यानी सेक्स से जुड़े वीडियोज का मित्रों में परस्पर आदान-प्रदान की प्रक्रिया बेहिसाब और बेतहाशा बढ़ गयी है। भारतीय समाज में ऐसे सेक्स-वीडियो क्रांति का असली श्रेय जियो-रिलायंस को ही जाता है। बल्कि सच बात तो यही है कि ऐसे वीडियोज का लत और उसके लिए डेटा मुहैया कराने का श्रेय भी अम्बानी खानदान को ही है।
लेकिन ऐसे आदान-प्रदान के चलते कई बार लोगों से असावधानी में कई कारस्तानी या होने वाले हादसे हो जाते हैं। इस पर ऐसी बातें दोस्तों में अक्सर होने ही लगती हैं। लेकिन जब आप से कोई ऐसा कृत्य हो जाता है, गलती और फिर उसके बाद अपराध बन कर आपके दिल-दिमाग को मथने लगता है तो आप चक्करघिन्नी बन जाते हैं। भले ही उस पर समाज कोई हस्तक्षेप न करे, या फिर आप उसे छिपाने में जुट गये हों, लेकिन आपका अन्तर्मन आपको अपराधी मान लेता है और फिर आपकी धुकपुकी बंध जाती है। आप अपनी निगाह में ही शर्मसार हो जाते हैं। तब वह त्रुटि होकर भी ऐसा भयावह अपराध में तब्दील हो जाता है, जिससे उबरना तो दूर, लोगों से मुंह दिखाने लायक भी नहीं रह पाते हैं आप।
मेरे साथ भी यही हुआ।
मेरे वाट्सऐप पर एक वीडियो अपलोड हो गया। अश्लील वीडियो। यह वीडियो मेरे वाट्सऐप के स्टेटस पर हुड़दंग मचाने लगा। दनादन फोन आने लगे। लखनऊ और यूपी ही नहीं, दिल्ली, मुम्बई, बस्ती, पटना, गोहाटी, चंडीगढ़, रायगढ़, भोपाल और जयपुर और जोधपुर से भी। और तो और, भारत से हजारों मील दूर मलेशिया से भी रमन जोत सिंह ने मुझे हड़बड़ा कर फोन कर दिया।
मैंने देखा, तो काटो खून नहीं बचा।
आनन-फानन दिल्ली से रॉबिन और लखनऊ से रंजीत और शुभम की मदद से यह वीडियो तो नहीं डिलीट हो पाया, लेकिन उन्होंने मेरा वाट्सऐप एकाउंट अगले 24 घंटों के लिए डिलीट कर दिया। उसके बाद नतीजा यह निकला कि मेरा वाट्सऐप दिखना ही बंद हो गया, सो वह वीडियो भी गायब हो गया। मेरी सांस वापस आयी, लेकिन दिल की धड़कन अब तक धौंकनी बनी है। डर नहीं, शर्म के मारे कि जिन लोगों ने यह देखा होगा, उनकी राय मेरे बारे में क्या बनी होगी। मेरी सारी छवि ही बिगड़ चुकी होगी उनके दिल-दिमाग में।
आखिरी बात।
मैं झूठ नहीं बोलता। कुछेक बार को छोड़ दिया जाए, तो मुझे झूठी की कभी जरूरत ही नहीं पड़ी। जब सच से ही काम चल जाता है, तो झूठ का सहारा मैं क्यों लूं ? इसलिए काहे अपना माथा खराब करूं ? क्यों अपनी नीयत खराब करूं? इसलिए आज भी मैं झूठ नहीं बोलूंगा। चाहे कुछ भी हो जाए।
हां, सच बात यही है कि यह वीडियो मैंने जानबूझ कर अपलोड नहीं किया। लेकिन इतना जरूर है कि यह वीडियो मेरे एक मित्र ने मुझे भेजा था, जिसे मैंने अपने तीन अभिन्न मित्रों को भेज दिया था। दुनिया के अधिकांश स्त्री और पुरुष भी ऐसे वीडियो देखते हैं, जिनके पास वीडियो फोन की सुविधाएं हैं और वे सेक्स के प्रति आग्रही हैं। मैं झूठ क्यों बोलूं ? जाहिर है कि मैं भी उन लोगों में से एक हूं, क्योंकि मैं बेहद डिमांडिंग हूं। अब चूंकि अकेला ही रहता हूं, इसलिए शायद यह आग्रह कुछ ज्यादा ही है मुझमें। हां, इतना जरूर है कि ऐसे यौनक्रीड़ा वाले वीडियोज में बच्चों और क्रूरता को मैं पूरी तरह खारिज करता हूं। मेरी पसंद के वीडियोज में कलात्मक और रचनात्मक ही होते हैं।
बहरहाल, अपने तीन मित्रों को यह वीडियो भेजने की इस पूरी प्रक्रिया में यह वीडियो कैसे मेरे स्टेटस पर शाया हो गया, मैं नहीं जानता।
दरअसल, मैं मूलत: रिपोर्टर हूं, लेखक हूं। अपना काम करने लायक कम्प्यूटर और मोबाइल का ज्ञान है मुझे। लेकिन उससे ज्यादा बहुत नहीं। इसलिए मैं कत्तई नहीं जानता कि यह वीडियो कैसे मेरे वाट्सऐप स्टेटस पर चिपक गया। एक मित्र ने बताया है कि या तो कोई त्रुटि से कोई बटन दब गया हो, या फिर कोई वायरस की शरारत रही होगी। अब क्या कहूं ?
कुछ भी हो, इतना जरूर है कि आइंदा अब किसी भी मित्र को इस तरह का वीडियो फारवर्ड करने में सतर्कता बरतूंगा, या फिर ऐसा भी कर सकता हूं कि ऐसा करना ही बंद कर दूं।
बस।