मास्‍क से बौद्धिक वृद्धि। नामर्दी का निदान जापानी तेल

दोलत्ती

: बुद्धि और नामर्दी पर वाहवाही, ठेंगे पर दुनियादारी : दीन-दुखी निबलों-विकलों,अटके, भूले-भटके सेक्‍स-रोगियों की पीड़ा से बिलखते हिन्‍दुस्‍तान की छेड़ी अनोखी पहल : कहां गया महिलाओं के लिए जापानी तेल-एफ :
कुमार सौवीर
लखनऊ : कैलीफोर्निया से एक खबर आयी है कोरोना को लेकर। दैनिक हिन्‍दुस्‍तान ने अपने यहां यह खबर प्रमुखता के साथ प्रकाशित की है। इस खबर के मुताबिक जो लोग कोरोना के प्रति लापरवाही बरते हैं और उसका बचाव करने के लिए मास्‍क न पहनने के बजाय अराजक हो जाते हैं, उनकी बौद्धिक क्षमता में काफी नुकसान होता है। हिन्‍दुस्‍तान का कहना है कि इस बौद्धिक ह्रास से बचने के लिए लोगों को अपने चेहरे पर मास्‍क पहनना चाहिए।
इसी खबर के साथ ही साथ एक दूसरी खबर भी इस अखबार ने उपरोक्‍त खबर के भीतर घुसेड़ डाली है। वह खबर है जापानी तेल की, जिसमें अखबार ने अपने दीन-दुखी, निबलों-विकलों, अटके और भूले-भटके पाठकों का उचित मार्गदर्शन करने की कोशिश की है। उर्जा और क्षमता प्राप्‍त करने का मूल स्‍थान जापान के नाम पर बने करिश्‍माई तेल बताया है और यह भी बता दिया है कि यह चमत्‍कारिक तेल है, जिससे दुर्बलता पर जीत हासिल कर नये यौवन के लिए जोड़ा जा सकता है। इस अखबार की पूरी टीम ने अपने निजी अनुभवों को भी शेयर किया है और पूरी ताल ठोंकते हुए यह सत्‍य भी उजागिर कर दिया है कि यह जापानी तेल पुरुषों में खासा असरकारी और लोकप्रिय होने के चलते हर मेडिकल स्‍टोर पर भी मिल जाता है।
पुरुषों दरअसल, यह अखबार की खासियत किसी भी खबर को किसी दूसरी खबर के साथ युग्‍म-युगल बना कर उसे बेहद रोचक और सजीव बनाने के लिए है। दरअसल, जानकार बताते हैं कि इस तरह का प्रयोग यह अखबार इसलिए करता है, ताकि वह अपने पाठकों को लगातार सक्रिय, क्रियाशील और उन्‍मादी बनाता रहे। इसके लिए अपने पाठकों को जागरूक बनाने के साथ ही साथ उसके प्रति सेक्‍स के प्रति सक्रियता का प्रचार और प्रसार करता रहता है। यह अभियान उस समय खास तौर पर प्रस्‍तुत कर दिया जाना इस अखबार की विशेषता है, जब सुबह-सुबह लोगों की नींद टूटती है। उस समय ईश अर्थात भगवान, अल्‍लाहऔर गॉड के सामने सिर झुकाने के बजाय यह अखबार अपने पाठकों को यौन-क्रियाओं के प्रति लोगों को भड़भड़ा कर जागरूक कर देता है। और इतना ही नहीं, गजब खबर तो यह है कि इस कैलीफोर्निया वाली खबर से ज्‍यादा मस्‍त-मस्‍त से भी एक बड़ी खबर छाप दी है हिन्‍दुस्‍तान अखबार ने। यह बड़ी खबर है इंडिया से, लेकिन उसका मसाला इम्‍पोर्ट किया गया है जापान ने।
लेकिन हैरत की बात है कि इस पूरे मामले में बौद्धिकता और नामर्दी पर तो खूब चर्चा की गयी है, लेकिन हिन्‍दुस्‍तान अखबार ने इस चर्चा में जापानी तेल के समानान्‍तर जापानी तेल-एफ और गोली-टेब्‍लेट को प्रचारित करने से संकोच किया है, जिसका प्रचार अब तक महिलाओं के बीच हुआ करता था।

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