: अलीगंज हनुमान मंदिर के पुजारी पर जानलेवा हमला, चंद्रिका देवी रोड पर हुई चलायी गयी गोली : मंदिर के प्रशासक अनिल तिवारी पर लगाया है मंदिर के पुजारी ने आरोप : कंधे पर लगी गोली, मेडिकल कालेज में भर्ती :
कुमार सौवीर
लखनऊ : भले ही लखनऊ यूपी की राजधानी हो, लेकिन इसकी धार्मिक आत्मा है अलीगंज का हनुमान मंदिर। सैकड़ों बरस से लखनऊ की आस्थाओं का केंद्र बना है यह मंदिर। हर साल गर्मियों में एक महीने तक यहां एक विशाल मेला आयोजित होता है। जेठ महीने के सभी मंगलवार के दिन यहां विशेष आयोजन होते हैं। लेकिन पहला मंगलवार को बुढ़वा मंगल के नाम से पहचाना जाता है, जिस दिन से ही इस मेले का शुभारम्भ होता है। श्रद्धालुओं की आस्था के उमड़ने वाले समुन्दर की लहरों का अंदाज इसी तथ्य से भी आंका जा सकता है कि यहां हजारों की तादात में लोग जमीन पर लेट कर यात्रा करते हैं और हनुमान के किवाड़ों और ड्योढ़ी पर अपना माथा टेक कर अपनी मुरादें मांगते हैं। मंदिर प्रशासन ऐसे श्रद्धालुओं को सबसे पहला दर्शन दिलाने का व्यवस्था करता है। हजारों की तादाद में दुकानें, झूले, हिंडोले लगते हैं। आसपास का इलाका यातायात के लिए बंद कर दिया जाता है। कानून-व्यवस्था के लिए इस मंदिर परिसर में एक कोतवाली तक स्थापित कर दी जाती है।
मगर इसी मंदिर के पुण्य-पुनीत किवाड़ों को अब अपराध के खूनी पंजों ने खटखटाना शुरू कर दिया है। मंदिर के एक पुजारी पर गोली मार दी गई है। लेकिन हैरत की बात है कि इस हादसे की कहीं कोई चर्चा तक नहीं हो पायी। आपको बता दें कि पिछले 12 अक्टूबर की देर शाम यहां के पुजारी अजय शंकर शुक्ला के पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी थी। अजय शंकर के कंधे पर गोली लगी थी। गंभीर रूप से घायल अजय शंकर शुक्ला को आनन-फानन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया थ। यह गोली कांड चंद्रिका देवी मंदिर रोड पर बदरपुर गांव के पास हुआ था जो बख्शी का तालाब इलाके में आता है
बख्शी का तालाब कोतवाली की पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी लेकिन इस रिपोर्ट में किसी भी व्यक्ति का नाम देने के बजाय केवल अज्ञात लोगों का जिक्र किया गया था। बहरहाल, पुलिस का कहना है कि इस हमले की जांच चल रही है।
लेकिन घायल पुजारी अजय शंकर शुक्ला ने अपने बयान में मंदिर के प्रशासक अनिल तिवारी पर आरोप लगाया है। अजय शंकर का कहना है कि सन 2011 से मंदिर के प्रशासक अनिल तिवारी से उनका विवाद चल रहा है, और इस बारे में कई बार वे अनिल तिवारी के खिलाफ प्रार्थनापत्र दे चुके हैं। पुलिस इस दावे की तस्दीक दी है।
बक्शी का तालाब कोतवाली के इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य का कहना है कि सन 2017 में अजय शंकर शुक्ला को मंदिर के पुजारी पद से हटा दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मंदिर परिसर का अपना कमरा नहीं छोड़ा। इसको लेकर भी विवाद चल रहा था।
अजय शंकर शुक्ला का आरोप है कि इस विवाद के चलते कई महीने से अनिल तिवारी उन्हें धमकी दे रहे थे। उधर मंदिर के प्रशासक अनिल तिवारी इस पूरे प्रकरण को बेबुनियाद करार दे रहे हैं।
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आस्था की ड्योढ़ी पर रक्त-तिलक