: एक दिग्गज नौकरशाह समेत न जाने कितने लोगों को भारी चूना लगाया : नाम खेल-पत्रकार का, मगर खेल के नाम पर मोटा खेल गया : मचा हड़कम्प, खेल पत्रकारों ने शुरू कर दी धोखेबाज की लानत-मलामत :
कुमार सौवीर
लखनऊ : सामान्य तौर पर माना जाता है कि हिंदी पत्रकार बेईमान है, अक्षम है, दलाल हैं और बड़े तिकड़मी होते हैं। लेकिन लखनऊ के एक बड़े पत्रकार तो अब बड़े-बड़े नटवरलाल-चार्ल्सशोभराज तक का कान काट रहे हैं। ताजा खबर आयी है कि धोखाधड़ी लखनऊ से प्रकाशित एक बड़े अंग्रेजी अखबार के एक बड़े खेल पत्रकार ने देश के एक बड़े नामचीन नौकरशाह के जन’कल्याण ट्रस्ट से सवा लाख रुपए की धोखाधड़ी कर डाली है। इतना ही नहीं, इस पत्रकार ने कई अन्य लोगों के साथ भी भारी धोखाधड़ी की है। वैसे खबर यह भी है कि इस घोटाले के खिलाफ यूपी के बड़े खेल पत्रकार भी एकजुट होकर इस नटवर लाल की खाल खींचने की जुगत में जुट गये हैं।
सूत्र बताते हैं की यह धोखाधड़ी खेल के खेल में कर दी गई। दरअसल उत्तर प्रदेश के खेल पत्रकारों ने एक संगठन खड़ा कर रखा है। इस संगठन में बड़ी संख्या में पत्रकार हैं और नियमित रूप से एसोसिएशन के उद्देश्यों के हिसाब से चुनाव आदि कार्य संपादित करते रहते हैं। लेकिन अचानक एक दिन इस एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने एक बड़े नौकरशाह से एक मोटी रकम डकार ली। इस पत्रकार ने यह रकम अपनी खेल एसोसिएशन के नाम चेक के तौर पर हासिल की गई और उसे धोखाधड़ी करके बैंक से भुना लिया गया।
सूत्र बताते हैं कि इस चारसौबीसी की भनक लगते ही खेल पत्रकार एसोसिएशन के पदाधिकारी बौखला गए और उन्होंने उस पत्रकार की खासी लानत मलामत कर दी। इसी बीच पता चला है कि इस पत्रकार ने कई और लोगों से भी भारी रकम उगाही थी। मामला चल रहा है कागज पत्र तैयार किए जा रहे हैं और फिलहाल इस समिति उच्च पदाधिकारी पद से हटाने की कार्यवाही शुरू हो गई