सबसे ज्‍यादा ज्ञान तो चूतियों के पास होता है: चंचल भूजी

बिटिया खबर

: भूजी के न जाने कौन से जन्‍मदिवस पर दोलत्‍ती का विशेष साक्षात्‍कार : मुसलमानों के साथ रिश्ता इसलिए, क्योंकि मैं हिंदुओं की हिफाजत जरूरी : चूतियों की संगत में ज्ञान लूटिये, लेकिन मौका मिलते ही सटक लीजिए :
कुमार सौवीर
लखनऊ : मुझे सबसे ज्यादा ज्ञान तो चूतियों से मिला है। पढ़े-लिखे लोग तो सिर्फ खुद को गंभीर साबित करने की साजिश में जुटे रहते हैं। पान खाकर दांत खोदते रहेंगे। खैनी खाकर अपने मुंह में उंगली करते रहेंगे। बस। इसलिए ऐसे लोगों से बचे रहना चाहिए।
यह ज्ञान दिया है बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस का सार्वभौमिक ठेका लिए चंचल बीएचयू ने। चंचल को मैं भूजी पुकारता हूं। भूजी का कहना है कि दुनिया में सबसे ज्यादा अगर किसी के पास ज्ञान होता है तो वह है चूतिया। उसके पास जितना भी ज्ञान होता है, उसे कम ही माने रहता है। लेकिन रखने के लिए, बांटने के लिए। जहां-तहां वह लोगों को हमेशा ज्यादा से ज्‍यादा ज्ञान थमाता रहेगा। इतना कि आप बुरी तरह थक जाएं। ऐसी हालत में जरूरी होता है कि आप चूतियों की संगत में तो हमेशा रहें लेकिन हमेशा सतर्क रहें। कोशिश किये रहें कि उसकी परम-चूतियापंती का असर आप पर हर्गिज न पड़े। आप अपना काम करते रहिए। चूतियों से चूतियापंथी वाला ज्ञान लेते रहिए। असली गान ज्ञान गटक लीजिए और चूतियापंथी का ज्ञान थूकते रहिए। फिर जब आपका पेट भर जाए, तो तत्‍काल मौके से नौ-दो-ग्यारह हो जाइए।
चंचल भूजी से हमने पूछा कि आज तो आपके जन्‍म का महोत्सव है। अब कितने साल के हो गए हैं। मेरा मतलब कितना बुढ़ा चुके हैं आप।
उन्होंने तपाक से पलटवार किया:- अरे नहीं यार। मैं अभी जवान हूं। मुकम्मिल जवान।
मेरा सवाल था कि:- लेकिन आप लगते तो बूढ़े की तरह हैं।
उन्होंने जवाब दिया:- नहीं। कहा ना कि मै जवान हूं।
उन्‍होंने जवानी की परिभाषा समझायी। जवानी की तीन शर्ते होती हैं। जीवन में रंगत बनी रहे। रंगीन सपने आते रहें। दूसरी शर्त यह कि आपमें स्वार्थी नहीं, बल्कि परमार्थी नजरिया होना चाहिए। दूसरे की रंगीली पर शक अथवा जलन का भाव नहीं होना चाहिए। बल्कि दूसरे के रंग को और मजबूत बनाने की कोशिश करनी चाहिए। तीसरी शर्त यह कि व्यक्ति में जोखिम की क्षमता होनी चाहिए।
हमने कहा कि अगर आप जवान है तो नाबालिग कौन होता है
चंचल खटिया से उचक कर कूदे, एक डाल से उस डाल पर कुलांचे मारते हुए कूदे। फिर लपक कर खटिया पर ही कूद पड़े। चिल्लाये कि:- नाबालिक तो गलत काम करने वाला ही होता है। जैसे आरएसएस। आरएसएस हमेशा से ही नाबालिग था, नाबालिग ही है और नाबालिग ही मरेगा।
फिर आपको लोग सठियाया क्यों समझते हैं
उनका कहना था:- यह उनकी गलतफहमी है। ठीक उसी तरह, जैसे लंदन की एक मूर्ख सोसाइटी। यह सोसायटी मानती थी कि दुनिया न तो गोल है और न ही नारंगी। न लंबी है, न चौड़ी। उनका मानना था कि यह दुनिया केवल सपाट है। धत्त तेरे की। ससुरे खुद भी गलत मानते रहे और पूरी दुनिया को भी गलत साबित करने की मूर्खता करते रहे। यही तो नाबालिग-पना होता है, जो आरएसएस के डीएनए में है, और कूट-कूट कर भरा हुआ।
मेरा सवाल था कि:- आपको गपोड़ी कहा जाता है।
गपोड़ी
जी गपोड़ी। गपोड़ी मतलब सिर्फ गप्‍प करने वाला। झूठा, बकवादी। बकलंठ। और झूठ बोलना तो आपका शगल है, और आप यह काम खूब करते भी करते हैं।
नहीं। बिल्कुल नहीं। गपोड़ी होने के लिए जुबान की जरूरत नहीं होती। और मैं जुबान रखता हूं और दिमाग भी रखता हूं। इतना ही नहीं, इन दोनों का इस्तेमाल करना भी जानता हूं। ऐसे में गपोड़ी कैसे हो सकता हूं। गपोड़ी तो तड़ीपार हो चुके लोग ही करते हैं, या फिर जो अपनी बीवी का रिश्‍ता ठीक उसी तरह छिपाते हैं, जैसे अपनी डिग्री। सब का सब छुपनछुपाई।
मैंने पूछा कि:- आपने तो अपनी उंगली में खून लगा कर खुद को शहीद के तौर पर पेश किया। उसकी खूब बिक्री की और जबरन जेल में घुस कर नौटंकी भी कर डाली। यही तो आपकी यूएसपी थी और है भी। लेकिन इससे क्या फायदा मिला आपको
कोई पूछे कि किसी को जिंदगी मिलने से क्या मिला, तो उस सवाल का जवाब क्या दिया जा सकता है। मुझे जिंदगी मिली है। जिंदगी के मायने मिले हैं। और उस जिन्‍दगी को मैं जी रहा हूं। सच के साथ हूं। झूठ के खिलाफ हूं। इसलिए जी रहा हूं।
अपने नए साल का जश्न मनाने से मना कर दिया। गजब नौटंकी। आखिर आप मुसलमानों को इत्‍ता तेल क्यों लगाते हैं
जवाब दिया भूजी ने। बोले:- मैं मुसलमानों के साथ रिश्ता इसलिए बनाना चाहता हूं क्योंकि मैं हिंदुओं की हिफाजत करना चाहता हूं।
भू जी का कहना था कि आप देखिए कि अयोध्या का ढांचा गिराने से पाकिस्तान, फिजी, बांग्लादेश, इंडोनेशिया समेत कई देशों में हिंदू समुदाय पर हमले हुए थे। कई मंदिर गिराए गए। विश्‍व का पूरा का पूरा हिंदू समुदाय सकते में आ गया था। खतरे में आ गया था। और मैं नहीं चाहता कि आइंदा हिंदू फिर किसी संकट में आ जाए। और ऐसा तभी हो सकता है जब हिंदू और मुसलमान एक साथ रहे।

चंचल भूजी इंस्‍टीच्‍यूट ऑफ न्‍यू थॉट्स में तैयार की जा रही हैं तेज-तर्रार ग्रामीण बालाएं
: पुरूष के पशुबल का विरोध करने का अभियान छेड़ा जा चुका है सिंगरामऊ के लाल का पूरा में : खांटी समाजवादी अब जोश का घूंट पिलाते हैं युवा-जोश को : रूह फना हो सकती है परम्‍परागत मर्दों की : https://youtu.be/creiLGnhM-E

जिन्दादिली की जिन्दा मिसाल है चंचल, जिसे मैं भूजी कहता हूं
: आपरेशन था बांग्लादेशी पीएम का, बची दवाओं से बचा लिया चंचल का जिगर : जिया खालिदा का लीवर बचाने को आयी पेरिस की दवाओं को चंचल के लिए झटक लाया डॉक्टर : बेटे की अकाल मौत को भी शिव गरल की तरह गले में उडेल लेते हैं चंचल : जिस बीमारी से 40 वर्ष पहले बचे थे चंचल, वही बेटे का काल बन गयी : https://youtu.be/aSFfZXGtJQ4

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *