कभी तिर्वा कोतवाली तो आइये, भौंचक्‍के हो जाएंगे आप

बिटिया खबर
: पुलिस की पहचान बदलने पर आमादा है यह कोतवाल : चरित्र बदलती पुलिस कोतवाली, कन्नौज का सौन्दर्यीकृत चेहरा : सकारात्मक बदलाव का मूल कारक तत्व होता है केवल सोच में बदलाव :

कुमार सौवीर 
तिर्वा : पुलिस का नाम सुनते या कोतवाली जाने का नाम लेते हुए आम आदमी का दिल बेतरह धड़कने लगता है। थाने का नाम लेते ही जो अक्‍स दिमाग में गूंजता है, वह है वहां जब्‍त या टूटी-फूटी गाडि़यों को अम्‍बार, बेशुमार गंदगी, गाली-गुफ्ता की बेतरह बहती गटर-गंगा का मूल-स्रोत, कर्कश व्‍यवहार, प्राणलेवा हवालात और पूरे परिसर पर पसरा हुआ निर्मम शुष्‍कता का मारक माहौल। भावनाओं से कोसों दूर, और संवेदनहीनता की पराकाष्‍ठा। सत्‍ता के क्रूर और निष्‍ठुर अंग यानी पुलिस के हर थान-स्‍थान में यही सब तो होता है। है कि नहीं।
लेकिन आपकी सोच पूरी तरह बदल जाएगी, अगर आप कन्‍नौज की तिर्वा कोतवाली पर पहुंचेंगे। किसी बड़ी कम्‍पनी को मात देती है यह कोतवाली। आकर्षक और मनोरम माहौल, मनोहर सजावट, साफ-सफाई। एटा के रहने वाले ठाकुर अजीत सिंह तोमर का कहना है कि उनके एटा में पुलिस कप्तान का ऑफिस भी इतना लाजवाब नहीं है, जितना कन्‍नौज की यह तिर्वा कोतवाली।
कहने की जरूरत नहीं कि किसी भी व्‍यक्ति की सोच का सीधा असर उस शख्‍स के चेहरे पर पड़ता है, और चेहरा ही उस व्‍यक्ति कार्यशैली और उसकी क्रियाविधि तथा समाज में उसके पड़ने वाले प्रभाव पर सीधा-सीधा पड़ता है। सच बात यह है कि किसी भी बदलाव को रातोंरात चमत्‍कार की तरह नहीं बदला जा सकता है, लेकिन तिर्वा कोतवाली में पुलिस का यह नया चेहरे दिखाने में आमोद कुमार सिंह ने जो मेहनत की है, वह वाकई लाजवाब है। मूलत: आजमगढ़ के रहने वाले और शिब्‍ली कालेज से पढ़े-निकले आमोद करीब डेढ़ बरस पहले कानपुर से कन्‍नौज आये। छिबरामऊ कोतवाली के बाद तिर्वा में आमोद ने यह कमाल का कमल खिला दिया।
मैंने आमोद सिंह की तारीफ करते हुए कुछ शंकाएं भी व्‍यक्‍त कीं। मैंने कहा कि:- “यह सकारात्मक बदलाव है, जिसमें मूल कारक तत्व होता है केवल मानसिकता में बदलाव।
हाँ, अब यहां बोली जाने वाली भाषा और हवालात में भी यही हवा लग जाये, तो समझो गंगा नहा लिया।” आमोद कुमार सिंह ने जवाब दिया:- “गुरुदेव ! हवालात में भी टाइल्स लगी हैं जो शायद कहीं और नहीं है।और शिष्य की भाषा और संस्कारों को लेकर तो आप को कोई संशय नहीं होना चाहिये।”
आइये, एफबी पर तिर्वा कोतवाली को लेकर क्‍या-क्‍या चर्चाएं चलीं हैं।
Ved Prakash Singh दादा सरकार ने नज़र-ए-इनायत की है या वही पुराना जन सहयोग है
जिससे आजतक थाने की चूना कली हुआ करती थी।
Aasmohammad Kaif इतनी शानदार ,बस अब आप यहाँ की चर्चित घुमंतू जातियों में छिपे हुए अपराधियों का डंक दबा दीजियेगा।
Thakur Ajeet Singh Tomar परम् पिता परमेस्वर आपको इसी तरह कामयाबी दे
ये भले लोगो की पहचान होती है जहाँ रहते है खुसबू फैलाते रहते है
हमारे एटा में ऐसा कप्तान का ऑफिस नही है
Atit Tewari भईया आप जहां रहते हो वहां सफाई रहती है। फिर चाहे पुलिस स्टेशन हो या बदमाश। आप का स्वभाव और नेकदिली ही तो आपकी पहचान है।
Kamal Uttam आप के नेतृत्व में बहुत ही खूबसूरत लाजवाब सुंदर कोतवाली तिर्वा की सुंदरता यह सब आप की प्रेरणा व कर्तव्य निष्ठा का प्रतीक है उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं
Sharad Srivastava Wow Kya baat hai??? Very Good …..Modi Ji ko Aapko Awachata Abhiyan ka Ambesder banana chahiye….
Journalist Yogesh Bharadwaj खूबसूरत ऐसी मेने तो पहले कही देखी नही किसी बड़ी कम्पनी के आफिस की तरह लग रहा है सभी इसी तरह हो जाए तो वातावरण बहुत बदलेगा
Vijay Kumar Bhut badhya aise hi pure up ke thane hone chahiue
Shiva Awasthi 100 में 150 नंबर दिए जाते हैं। सूबे में अप्रतिम होगी।
Inderjeet Singh Rawat Indu भवन एवं अभिलेखों का रखरखाव उच्चकोटि का है ! आपको बहुत बहुत हार्दिक बधाई
Omprakash Lathiwala भाई अति सुंदर कोतवाली थाना बुलाकर वैसे सुंदर तरीके से पीटने का इरादा है क्या
Harihar Yadav Suna hai ye azeeb thane dar hai Inhone ne to हवालात मे तक टायल लगवा दिये। वहा वाही हमे भी मौका मिले कभी दुबारा एसे अफसर के साथ काम करने का। धन्यवाद सर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *