जिगोलो निकला आगरा का टॉप क्रिमिनल वकील, तेल लगाता है युवतियों को

बिटिया खबर

: तय करो कि आइंदा ताजमहल, जूते अथवा पेठा की ओर देखोगे, या फिर ऐसे जिगोलो-गिरी सीखोगे : आसपास के कई राज्‍यों में समाजसेवी के तौर पर स्‍थापित हैं वकील और उसके गिरोही कारकून : एक बड़े अखबार के ग्रुप-एडीटर का साला भी इस धंधे में तेल लगाने में जुटा :

कुमार सौवीर

लखनऊ : वकालत की दुनिया में पीएन बड़ा नाम है। केवल ग्‍वालियर, भिंड, आगरा और इटावा समेत यूपी ही नहीं, बल्कि आसपास के सभी राज्‍यों में पीएन का पेज-न्‍यू खासा मशहूर है। लोग समझते हैं कि यह इस इलाके का सबसे बड़ा पेन-न्‍यू है, लेकिन हकीकत तो यही है कि यह पेज-न्‍यू है। दिखाने को तो इसका मूल धंधा है आपराधिक वकालत में जुड़े लोगों को राहत दिला कर उन्‍हें अपने पक्ष में एकजुट कर उनका इस्‍तेमाल करना ही होता है। लेकिन सच बात तो यही है कि एक जिगोलो-समूह का सबसे बड़ा गिरोह-माफिया है। अब तो करीब पांच दर्जन से भी ज्‍यादा वीडियोज-क्लिप दोलत्‍ती डॉट कॉम के पास पहुंच चुकी हैं। इसमें यह जिगोलो, वकील उर्फ महानतम समाजसेवी की सजीव वीडियोज शामिल हैं।
जिस ओर भी देखिये, यानी सरमा। पोंक नारायण को आप भले ही छुन्‍नी लाल के नाम पर पहचानें, उनको मेरी जान बुलायें, या फिर शन्‍नो, अंजू, मंजू, या फिर बबली। नाम की शोहरत इस समय जो सरमा का राजनीति में बुलडोजर की बन चुकी है, ठीक वही ख्‍याति सरमा जी की हो चुकी है। यानी पूरा करेक्‍टर बिलकुल ड्यूल पर घुसा हुआ है। जो दिखता है, वह दिखता ही नहीं। और जो नहीं दिखता है, यह सरमवा दिखाया करता था। छवि बना डाली क्राइम-जगत वाली वकालत में सबसे बड़े एलएलबी-प्रैक्टिशनर के तौर पर, लेकिन चकाचक धंधा चल गया जिलोगी-गिरी का। अब उनके पास तो मुकदमे या तो जुगाड़ के चक्‍कर में आते हैं, जिसमें सेटिंग-गेटिंग की मैकेनिकज्‍म ठुंसी हुई है, या फिर जिगोलो-गिरोह को बचाने वालों की पैरवी करने के लिए।
भाई शहर में बड़ी शख्सियत है लेकिन यह कर्म बता रहे हैं किसके संस्कार कैसे हैं। इसको भी आगरा शहर का वरिष्ठ समाजसेवी कहा जाता है। आप देख सकते हैं किस प्रकार की समाज सेवा कर रहा है। ऐसे लोगों को समाज से बहिष्कृत करना चाहिए जो समाजसेवी बनकर अपनी दौलत के दम पर बड़े-बड़े प्रोग्राम कराते हैं और वहां गेस्ट बनते हैं। एक निवेदन-पत्र दोलत्‍ती के पास पहुंचा है कि कृपया शहर को बचाए ऐसे वरिष्ठ समाजसेवी लोगों को।
इस जिगोलो का एक करीबी धंधेबाज है, जो उसके सारे काले-सफेद का फिफ्टी परसेंट का बिजनेसमैन है। वह नॉमिनेट पार्षद भी रह चुका है। सूत्र बताते है कि वह धंधेबाज आदमी आएदिन बड़े-बड़े फंक्शन या तो आयोजित करता है या फिर उसमें आयोजक-प्रुमख बन जाता है। आगरा शहर की माताएं बहने और बच्चियों को पुरस्कृत भी करता है। लेकिन यही आगरा शहर का समाजसेवी है। जो इसकी हरकत है, यह समाज के लिए एक कैंसर है। इनसे बचें बहुत साल पहले इसकी यह हरकत अखबारों की सुर्खियां भी रही थी यह समाज सेवी सिर्फ समाज को दूषित कर सकते हैं
कई फोटोज बाजार में बुरी तरह वायरल हो चुकी हैं। बातें चाहें कोई भी कहे, लेकिन इन फोटोज में खीसें दिखाने वाला यह शख्‍स बेहद बेशर्म, कुख्‍यात और जरायम-दर्ज है, बताते है कि यह आगरा शहर का बहुत बड़ा लाइटनर है। बताते हैं कि यह एक पड़ोसी राज्‍य के प्रमुख समाचारपत्र के ग्रुप एडिटर का साला है।
तो अब यह आप पर निर्भर है कि अगली बार आप जब भी आगरा आयें, तो या फिर ताजमहल या फिर यहां के जूते अथवा पेठा को खाना पसंद करना चाहेंगे, या फिर ऐसे जिगोलो से बगलगहरी करेंगे। वैसे आप पर ही निर्भर है कि आप इस गिरोह के लोगों को अपना गुरु-दीक्षा हासिल कर अपने-अपने क्षेत्र में जिगोलो-गिरी वाला धंधा चमकाने की कोशिश करना चाहेंगे।

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