: गलत बात को गलत कहने के मामले में क्लास से बाहर किये गये हैं पुण्यप्रसून, भूजी का दावा : पत्रकारिता में स्थापित दलाल के पक्ष में रह चुके पुण्यप्रसून को कुमुद सिंह ने दौड़ाया : ये शख्स जो लकीर के बाहर जा रहे हैं जिन्हें आउट किया जाएगा :
दोलत्ती संवाददाता
लखनऊ : कांग्रेस के अंंध-समर्थन में चौबीसों घंटे अपनी बुजुर्ग-पिपिहरी बजा-बजा कर पत्रकार का तमगा टांगे चंचल-भूजी को आज उनकी ही एक पाठिका ने कैच-आउट कर लिया। यह हुआ फेसबुक पर, जब चंचल की एक पोस्ट आते ही उनकी एक पाठिका ने एक ऐसा बाइंसर फेंका, कि भू-जी बाउंड्री से बाहर बिखर गये। इसके बाद से ही वे चुपचाप ही दिख रहे हैं।
हुआ यह कि पुण्यप्रसून बाजपेई व मिलिंग खांडेकर को एबीपी न्यूज से दूध की मक्खी की तरह निकाल बाहर कर देने के अभियान में आज सुबह चंचल-भूजी भी जुट गये। उन्होंने अपनी ही शैली में हर बात पर विरोध की पिपिहरी बजाना शुरू कर दिया। फिर क्या था, पहली गेंद पर ही करारा जवाब मिल गया भूजी को। मामला उल्टा पड़ गया।
चंचल-भूजी ने आज लिखा था कि:- पुण्य प्रसून वाजपेयी , मिलिंद खांडेकर को ‘ गलत बात को गलत कहने’ की वजह से क्लास से बाहर कर दिया गया । कइयों को छुट्टी दे दी गई है कि कहीं से सुधर कर आओ । ये कोई नई बात थोड़े ही है । शुरू के दिनों से ही यह ‘ ट्रिमिंग ‘ शुरू हो गई थी । ‘ द हिन्दू ‘ तक लपेटे में आ गया तो बाकियों का क्या कहना । रांची से छपनेवाले ‘ प्रभार खबर ‘ में हम अक्सर उसी दिन छपते जिसदिन पुण्य प्रसून छपते । पत्रकारिता का असल मकसद अगर यह है कि स्थापित संस्था, सत्ता प्रतिष्ठान की खामियों को उजागर करना , प्रसून उस जगह खरे जा रहे थे । हम टीवी नही देखते इसलिए इन के बोले से अनभिज्ञ हूं लेकिन जिस तरह से ताबक तोड़हटाया गया उससे लगा कि ये शख्स जो लकीर के बाहर जा रहे हैं जिन्हें आउट किया जाएगा । इतिहास की बाते हैं इसकी चर्चा पीढियां करेंगी ।
अभी यह पोस्ट लगी ही थी कि, अचानक उनकी एक पाठिका कुमुद सिंह ने एक ऐसा छक्का मार दिया कि भूजी जी बाइंड्री के पार उड़ गये। कुमद ने सिर्फ इतना सवाल उठा दिया कि:- दद्दू ये वही पुण्य प्रसून हैं ना जो सुधीर चौधरी की जेल यात्रा को आपातकाल की संज्ञा दी थी..अब तो उन्हें आपातकाल का मतलब आप समझा दीजिए..
उसके बाद से ही भू-जी खामोश हैं। अपनी चोटें सहला रहे हैं।