रेप में रेले गये जनप्रतिनिधि: अपराधी हैं, बलात्कारी नहीं

बिटिया खबर

: तीस हजारी कोर्ट में कुलदीप पर स्तब्धकारी फैसला होगा : आज कुलदीप सेंगर, गायत्री प्रजापति, पुरूषोत्तम दुबे, अरूण वर्मा का हादसा : रेगिस्तान में डूबी थी इन जनप्रतिनिधियों की किश्ती :
कुमार सौवीर
लखनऊ : भाजपा के बहुचर्चित और घोषित माफिया विधायक कुलदीप सेंगर के मामले में अदालत आज फैसला सुनायेगी। फैसला यह होना है कि कुलदीप सेंगर ने बलात्कार किया था, या फिर कुलदीप निर्दोष हैं। और जाहिर है कि इस तरह यह भी तय हो जाएगा कि उन्हें व्यावसायिक या राजनीतिक तौर पर किसी षडयंत्र के तहत फंसाया गया था या नहीं। कुछ भी हो, इस मामले में अदालत का फैसला तो अपनी जगह पर होगा ही, कि कुलदीप में सेंगर तो हमेशा जुडा ही रहेगा, लेकिन वे कुलदीप बने रह जाएंगे अथवा अपने परिवार, कुटुम्ब, खानदान, इलाके और भाजपा का कुल:कलंक बन जाएंगे।
आपको बता दें कि दो बरस पहले कुलदीप सेंगर पर बलात्कार और पीडिता के पिता व चाचा की हत्या का मामला दर्ज हुआ था। कुलदीप सेंगर चार बार भाजपा से विधायक रह चुके हैं। यह भी गौरतलब है कि कुलदीप सेंगर का नाम इस पूरे इलाके में एक माफिया, बाहुबली और दबंग व्यक्ति के तौर पर कुख्यात है।
जाहिर है कि दिल्ली की तीसहजारी अदालत को अपने फैसले के लिए जांच एजेंसियों के तर्कों के आधार ही मानना होगा। लेकिन इसके साथ ही अब सवाल यह उठने लगे हैं कि पिछले दस बरस के दौरान कुलदीप सेंगर समेत चार जनप्रतिनिधियों ​पर दुष्कर्म के जो विभिन्न मामले दर्ज हैं, उनको रंजिश के तहत फंसाया गया अथवा वे वाकई गुनहगार हैं। कुलदीप के अलावा गायत्री प्रजापति, अरूण वर्मा और घनश्याम दिवेदी भी बलात्कार के मामले में फंस चुके हैं।
अब तक जो जानकारी दोलत्ती को मिली है, उसके हिसाब से तो इन चारों ही मामलों में इन जनप्रतिनिधियों पर दुराचार का आरोप निराधार है। हां, इतना जरूर है कि इन चारों ही लोगों की छवि आपराधिक, दबंग और अपने इलाके में मानवता के कलंक के तौर पर ही रही है। इन चारों ही लोगों का मूल धंधा राजनीति नहीं, बल्कि धन:उगाही ही रहा है।
पहले बांदा वाले बसपा विधायक रहे पुरूषोत्तम दुबे को देख लीजिए। उन्होंने खुद पर रेप का आरोप लगने से पहले उनकी नाबालिग नौकरानी ने मोबाइल फोन चोरी किया था। जब पकडी गयी तो दिवेदी ने उसे पुलिस से कह कर उसे मोबाइल चोरी का मामला दर्ज कर जेल भिजवा दिया था। बाद में रिहा होने पर नौकरानी ने पुरूषोत्तम पर आरोप लगा दिया कि उसके साथ दुराचार किया गया था।
दोलत्ती संवाददाता की जांच के मुताबिक पुरूषोत्तम तब बसपा के विधायक थे। पुरूषोत्तम चिल्लाते ही रहे, लेकिन पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया। इतना ही नहीं, पुरूषोत्तम की अरदास जब मायावती तक ने नहीं सुनी तो उनकी पत्नी उनके बचाव के लिए लखनउ पहुंची और सफाई देते हुए खुलासा किया कि पुरूषोत्तम मूलत: नामर्द हैं, और बलात्कार करना तो दूर, वे सहवास तक नहीं कर सकते। अपने तर्क का समर्थन करते हुए पत्नी ने पुरूषोत्तम के मेडिकल रिपोर्ट का हवाला दिया कि पुरूषोत्तम को भयावह डायबिटीज है, जो उनके पौरूष-गुण को हमेशा:हमेशा के लिए खत्म कर चुकी है। ऐसे में बलात्कार का सवाल ही नहीं बनता।
दोलत्ती संवाददाता के मुताबिक सुल्तानपुर से सपा के विधायक रहे अरूण वर्मा पर भी बलात्कार का आरोप लगा था, लेकिन जांच में पता चला कि घटना के समय अरूण वर्मा मुम्बई में थे। लेकिन बाद में आरोप लगाने वाली युवती की हत्या हो गयी, तो अरूण वर्मा भी उसमें नामजद हो गये।
सपा के ही मुंहलगे सिरमौर रह चुके हैं गायत्री प्रजापति। दो:कौडी की हैसियत से सपा में शामिल हुए गायत्री प्रजापति को मुलायम सिंह यादव ने खनन विभाग दिया तो गायत्री खरबों-खरब की हैसियत में कूदने लगे। उन पर भी बलात्कार का आरोप लगा, लेकिन मामले में गवाह रहीं महिलाएं इस मामले में लगातार अपने बयान बदलती ही रहीं। इसका लाभ उठाने के लिए गायत्री ने अदालतों का चक्कर काटना शुरू किया, तो अदालत में भी हंगामा खडा हो गया। जमानत की एक अर्जी पर फैसला करने पर एक अपर जिला न्यायाधीश को सस्पेंड किया गया, जबकि जिला जज का तबादला कर उसे चंदौली भेज दिया गया। दोलत्ती संवाददाता के अनुसार हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने इस मामले में दस करोड रूपयों की उगाही का आरोप पत्राचार में लिखा, लेकिन वे भी इस मामले में कभी भी पुलिस के पास जाने का साहस नहीं दिखा पाये। जानकार बताते हैं कि जन:भावनाओं के चलते अब अदालतें भी प्रजापति की जमानत की अर्जी सुनने से ही परहेज रखती हैं।
और अब कुलदीप सेंगर। दोलत्ती डॉट कॉम को मिली खबरों के मुताबिक कुलदीप की छवि अपने इलाके में एक दबंग, अपराधी और बाहुबली जन प्रतिनिधि के तौर पर ही कुख्यात है। जिस युवती पर बलात्कार का आरोप है, उसके पिता और चाचा शुरू से ही कुलदीप के खासमखास गुर्गे थे। लेकिन काम में कमीशन को लेकर उन में बवाल शुरू हो गया। उसके चाचा और उसके पिता कुलदीप के इशारे पर इलाके में अपने विरोधियों को सरेआम पीटने का धंधा करते थे। युवती कई बार घर से अपने रिश्तेदारों के साथ दिल्ली व मुम्बई तक में मटरगश्ती करती रह चुकी है। उसके पिता को जनता ने सरेआम पीट कर मार डाला था। और अब …

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