भोलेनाथ बोले: पकड़ इसको, होली का नशा अब तक चढ़ा है उस पर

सैड सांग

: हास्‍य-व्‍यंग्‍य तो हमारी जिन्‍दगी के अनिवार्य तत्‍व हैं, तो आइये न, कि ठहाके लगाये जाएं : जीवन्‍तता का प्रतीक है हंसना और खिलखिलाना : आपको चुस्‍त रखने हो तो हंसने के मौके खोजिये, उन्‍हें छोडि़ये मत :

Anita Sikarvar: फेसबुक पर हुआ सबसे बड़ा घोटाला।

chat के दौरान दोनों में हुआ प्यार,

एक दूसरे से मिलने के बाद में पता चला

दोनों पति-पत्नी निकले..

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कस्टमर केयर : हेल्लो ‘हाऊ कैन आई हेल्प यू’?

पप्पू : ब्याह नही हो रहा है, कोन्हों जुगाड़ है क्या?

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अब ये भी पति की गलती है

पत्नी :-

मेरी ये समझ में नहीं आता की कई साल से मैं करवा चौथ का व्रत नहीं रख रही

फिर भी तुम पूर्ण स्वस्थ कैसे रहे हो।

पति :-

मैं बहुत नियम संयम से रहता हूँ इसलिए।

पत्नी :-

मुझे बेवक़ूफ़ समझ रखा है क्या ?

सच सच बताओ वह कौन है

जो तुम्हारे लिए करवा चौथ का व्रत रखती है

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लड़का ~ हेल्लो कौन?

लड़की ~ मैं रेखा और तुम कौन???

लड़का ~ मैं त्रिभुज

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बेटा अपने कमरे में ख़ुशी से उछल रहा था

मम्मी – क्या बात है बेटा आज बड़ा खुश है?

बेटा – बस पूछो मत माँ

मम्मी – बता को कमबख्त क्या गुल खिला रहा है

बेटा –

.

.

.

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आपकी होने वाली बहु 12 th में पास हो गयी है

फिर दे लात और दे चप्पल

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पूजा के समय –

पत्नी ने पति से पूछा :-  सुनो जी

आपको आरती याद है न?

पति :-  हाँ … वो पतली सी,

काली आँखों वाली सुन्दर सी, 402 में रहती है,

वही न?

फिर क्‍या, फिर हुआ यह कि इसके फौरन बाद में पहले पति की “पूजा” हुई । सत्यनारायण भगवान बाद में पूजे गए!

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डॉ. – “कितने पैग पीते हो?”

पेशेंट – “आठ”

डॉ. – “चार कर दो और एक हफ्ते बाद आना”

एक हफ्ते बाद…….

डॉ.- “कैसा लग रहा है?”

पेशेंट – “बहुत अच्छा”

डॉ. – “अब दो पैग कर दो और एक हफ्ते बाद आना।”

एक हफ्ते बाद…..

डॉ. – “अब कैसा लग रहा है?”

पेशेंट – “बहुत अच्छा”

डॉ. – “ठीक है, अब एक पैग कर दो”

पेशेंट – “नहीं करूंगा… बिलकुल नहीं करूंगा…

मैं पहले पूरी बोतल के आठ पैग बनाता था और आपने आठ से चार करवा दिये, चार से दो करवा दिये। और अब दो से एक कैसे करूँ?

बाजार में इतना बड़ा गिलास नहीं मिलता है, कि पूरी बोतल उस में आ जाये”

अब ताजा खबर यह है कि वह डॉ. साहब बेहोश हैं

और

पेशेंट मस्त

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sanjiv pathak: ट्रेन में पढ़ी जाने वाली किताबें…

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1AC -: बिज़नेस मैगज़ीन , मार्क्स, एडिसन, गॅलिलिओ, लिंकन, मार्टिन ल्युथर

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2AC -: शेल्डन, ब्रुक्स, शेक्सपियर, ऍरिस्टोटल

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3AC -: गांधी, ओबामा, अब्दुल कलाम, चेतन भगत, ओशो, अरुंधती रॉय, रॉबिन शर्मा, दीपक चोप्रा, शिव खेरा

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Sleeper -:क्रिकेट सम्राट तेंडुलकर, मनोरमा, फिल्म फेयर, बाबा रामदेव, अध्यात्म

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General -: प्रेमिका का बदला, खौफनाक हवेली, खूंखार रात, बेवफा से बदला लेने के 101 तरीके, 21दिन मे मनचाही लड़की पटाये, करंट मारे गोरिया,30 दिन में डाक्टर कैसे बनें

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शराबी की बीबी की व्यथा —

पहले ठीक था

रोड पर ही पड़े हुए मिल जाते थे ।

अब ढूँढने के लिए 500 मीटर अंदर जाना पड़ता है ।।

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Vijay sharma : एक डलिया में संतरे बेचती बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे खरीदता ।

अक्सर, खरीदे संतरों से एक संतरा निकाल उसकी एक फाँक

चखता और कहता,

“ये कम मीठा लग रहा है, देखो !”

बूढ़ी औरत संतरे को चखती और प्रतिवाद करती

“ना बाबू मीठा तो है!”

वो उस संतरे को वही छोड़,बाकी संतरे ले गर्दन झटकते आगे बढ़

जाता।

युवा अक्सर अपनी पत्नी के साथ होता था,

एक दिन पत्नी नें पूछा “ये संतरे हमेशा मीठे ही होते हैं, पर यह

नौटंकी तुम हमेशा क्यों करते हो ?

“युवा ने पत्नी को एक मधुर मुस्कान के साथ बताया –

“वो बूढ़ी माँ संतरे बहुत मीठे बेचती है, पर खुद कभी नहीं खाती,

इस तरह मै उसे संतरा खिला देता हूँ ।

एक दिन, बूढ़ी माँ से, उसके पड़ोस में सब्जी बेचनें वाली औरत ने

सवाल किया: – ये झक्की लड़का संतरे लेते इतनी चख चख करता है, पर संतरे तौलते हुए मै तेरे पलड़े को देखती हूँ, तुम हमेशा उसकी चख चख में, उसे ज्यादा संतरे तौल देती है ।

बूढ़ी माँ ने साथ सब्जी बेचने वाली से कहा :- “उसकी चख चख संतरे के लिए नहीं, मुझे संतरा खिलानें को लेकर होती है,

वो समझता है कि मैं उसकी बात समझती नही। और मै बस उसका प्रेम देखती हूँ, पलड़ो पर संतरे अपने आप बढ़ जाते हैं ।

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मास्टर जी — मुहावरे का अर्थ बताओ  “सांप की दुम पर पैर रखना”

स्टूडेंट — पत्नी को मायके जाने से रोकना :

मास्टर जी समझ नही पा रहे हैं कि इसे बाहर निकालू या क्लास का मॉनीटर बनाऊ

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भोलेनाथ: मांगो वत्स, क्या चाहिए?

भक्त : मुझे पत्नी के साथ लड़ने की शक्ति दो।

हिम्मत दो।

बुद्धि दो प्रभु।

भोलेनाथ: इसको एक तरफ बैठाओ। लगता है कि शायद होली का नशा अब तक उतर नहीं पाया है।

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