: कोरोना से ग्रसित पत्रकार कुलदीप देव नोएडा के शारदा अस्पताल में 24 जून से भर्ती था : चार दिन से डॉक्टर ने हाल तक नहीं पूछा : कफ में खून आ रहा है, सांस उखड़ रही हैं :
तौकीर
नोएडा : एक पत्रकार कोरोना से ग्रसित है। 24 जून को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तबियत लगातार बिगड़ने लगी, तो उसने अस्पताल प्रशासन को शिकायत कर दी। बस, इसी बात पर डॉक्टर नाराज हो गये। नतीजा यह हुआ कि अस्पताल के प्रशासन ने इस पत्रकार को अस्पताल से ही डिस्चार्ज कर दिया। अब हालत यह है कि इलाज न होने के चलते इस पत्रकार की हालत बिगड़ती जा रही है। उसके मुंह से कफ के साथ खून निकल रहा है और सांसें उखड़ने लगी हैं।
यह हालत है कि योगी सरकार में चिकित्सा सुविधाओं की। कोरोना मरीजों की देखभाल और समुचित चिकित्सा सुविधाओं के दावों को रौंदते हुए यहां के शारदा अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के इलाज के बजाय उनकी मौत का फरमान तैयार करना शुरू कर दिया है। यह हालत है दिल्ली के पत्रकार और नोएडा में रहने वाले पत्रकार कुलदीप देव की। मिली खबरों के अनुसार 21 जून को कुलदीप की तबियत खराब हुई थी। कुलदीप ने फौरन कोरोना के संक्रमण की जांच करायी, तो पता चला कि उसे कोरोना हो गया है। कोरोना पाजिटिव होने की खबर मिलने पर कुलदीप सीधे शारदाअस्पताल पहुंचे और वहीं भर्ती हो गये।
कुलदीप देव के मित्र तौकीर ने कुलदीप की पीड़ा सोशल मीडिया पर शेयर की है। तौकीर ने लिखा है कि हमारे पत्रकार साथी कुलदीप को कोरोना हो गया था जिसके उपचार के लिये वो गौतम बुद्ध नगर के शारदा हॉस्पिटल मे 24 जून से भर्ती है। कुलदीप द्विवेदी ने ठीक से इलाज ना किये जाने की शिकायत अस्पताल के प्रशासन से की, शिकायत मिलते ही कुलदीप की छुट्टी कर दी, सरकार से गुहार लगा रहे है कुलदीप।
“जिलाधिकारी महोदय 24 जून से शारदा हॉस्पीटल में कोविड के चलते एडमिट हूं… बीते 4 दिनों से किसी डॉक्टर ने हाल नहीं लिया.. सांस उखड़ रही है, कफ के साथ खून आ रहा है. मरीज लावारिस जैसे पड़े है. आशा है आप मामले का संज्ञान लेंगे..”