: उन्नाव में तैनात थी आयुषि सिंह, श्यामनगर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के सामने कूद पड़ी : आर्थिक संकटों में किया फैसला। पति गंभीर रूप से बीमार, पांच बरस की बिटिया बिलख रही :
गौरव कुशवाहा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में महिला हेल्पलाइन 181 की सुगमकर्ताओं के प्रति सरकारी उपेक्षा ने एक ऐसी महिला की जान ले ली है। पिछले एक बरस से बिना किसी वेतन के हेल्पलाइन में सेवा कर रही आयुषि सिंह ने आज आखिरकार अपनी इहलीला खत्म कर दी। खबर है कि कानपुर के श्यामनगर रेलवे स्टेशन के पास वह एक तेज रफ्तार ट्रेन के सामने अचानक कूद पड़ी। आयुषि सिंह का पति रीढ़ की गम्भीर बीमारी से जूझ रहा है, जबकि उसकी पांच बरस की बेटी अभी स्कूल जाने की हालत तक नहीं है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अति महत्वाकांक्षी योजना रही है महिला हेल्पलाइन 181 योजना। इस योजना को सैकड़ों महिला और पुरुष कर्मचारियों ने अपनी कड़ी मेहनत से सींचा था। लेकिन पिछले एक साल से वेतन का भुगतान हेल्पलाइन की महिलाओं और पुरुष सहयोगियों को नहीं हो पाया था। कहने की जरूरत नहीं कि इन महिलाओं और हेल्पलाइन कर्मचारियों को केवल योगी आदित्यनाथ से ही उम्मीद थी। लेकिन सरकारी लालफीताशाही में यह पूरी योजना ही दफ्न होती जा रही थी। कहीं से भी मदद मिलने की दरकार नही थी।
ऐसी ही प्रताडि़त और बेहाल कर्मचारियों में से एक थी आयुषि सिंह। उन्नाव जिले में उत्पीड़न का शिकार हुई महिलाओं की मदद करने वाली महिला हेल्पलाईन 181 की 32 वर्षीय सुगमकर्ता आयुषी सिंह के पति और पांच बरस की एक बेटी भी थी। लेकिन बिना वेतन के और केवल आश्वासन में जूझते-जूझते आयुषि सिंह लगातार निराश होती जा रही थी।
कहीं से भी कोई राहत न मिल पाने से निराश होती जा रही आयुषि सिंह ने अचानक अपने तनावपूर्ण जीवन को समाप्त करने का फैसला। ओर शुक्रवार की रात कानपुर के श्यामनगर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के सामने कूद कर अपनी जान दे दी। पिछले एक साल से आयुषी आर्थिक तंगी की मार झेल रहीं थी। मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक साल से मानदेय नहीं मिलने और बीते जून से 181 को बंद किये जाने के फैसले के कारण आयुषी आर्थिक तंगी झेलते हुए तनावग्रस्त रहने लगीं थी।
आयुषी के पति अमित सिंह रीढ़ की हड्डी के बीमारी से ग्रसित है। जिनके ईलाज की पूरी जिम्मेदारी आयुषी सिंह के कंधों पर टिकी थी। आयुषी ने अपने पीछे पति अमित को अकेला तो छोड़ ही दिया साथ ही अपनी 5 साल की बिटिया को भी मां की ममता से वंचित कर दिया हैं।
बताया जा रहा है कि आयुषी सिंह पिछले कुछ दिनों से कानपुर के श्यामनगर स्थित अपने मायके में रह रहीं थी।