: पुलिस की बेहूदगी से भरी करतूतों के चलते संकट में आ गयी थी सरकार : अतिरंजना और कपटपूर्ण कार्रवाई के आरोपों पर पहले दिन से ही फंस गये थे कप्तान रोहन : दोनों ही लखनऊ में डीजीपी आफिस से अटैच :
कुमार सौवीर
लखनऊ : पहले तो खुसफुसाहट चल ही रही थी, लेकिन अब यह बिलकुल स्पष्ट हो गया है कि देवरिया के किशोर संवासिनी गृह पर वहां के पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनई ने बिलकुल झूठा मामला खड़ा कर दिया। कप्तान की ऐसी बेहूदगी से भरी करतूतों के चलते योगी सरकार भी संकट में खड़ी हो गयी थी। हालत यह हो गयी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले को सीधे सीबीआई भेजने का फैसला करना पड़ा।
अब ताजा हालत यह है कि यूपी सरकार ने कप्तान रोहन पी कनई को तत्काल पद से हटा दिया और आदेश दिया है कि यह कप्तान तत्काल जिला छोड़ दे और अपनी आमद सीधे लखनऊ में डीजीपी आफिस में दर्ज कराये। इसी मामले में चर्चित रहे पूर्व पुलिस कप्तान राकेश शंकर को भी सरकार ने पद से हटा दिया है। और उसे भी डीजीपी आफिस में भेजा गया है। राकेश शंकर फिलहाल बस्ती मंडल का डीआईजी पद सम्भाल रहे थे।
बताते हैं कि इस मामले में जल्दी ही जिले और प्रदेश के कई अफसरों की गर्दन पर तलवार गिर सकती है।
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