: बकलोल साबित हो गये तुर्रम खां भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी : बिना जाने समझे ही ट्वीट किया कि धर्म से खिलवाड़ किया गया छपाक में, नोटिस देंगे :
दोलत्ती संवाददाता
नई दिल्ली : बाबुल का मतलब होता है पिता। एक ऐसा पिता जो अपनी बेटी की शादी की तैयारी में जुटा है, और बेटी के भविष्य को लेकर न केवल सक्रिय है, बल्कि विरह से रो रहा है, तड़प रहा है। लेकिन बाबुल सुप्रियो ऐसे बाबुल की श्रेणी में नहीं आते हैं। उन्हें अपनी राजनीति करनी होती है, भावुक होना उनके खून में नहीं होता। इतना ही नहीं, वे अपनी राजनीति के लिए भावुक हृदय को भी नाली में फेंकने से भी परहेज नहीं करते।
आपको बता दें कि बाबुल सुप्रियो हमारे देश के पर्यावरण और वन मंत्रालय संभालते हैं। छपाक में धर्म के विवाद में बिना जाने समझे उन्होंने वही मूर्खता का प्रदर्शन किया जो भाजपा के बकलोल सांसद और भाजपा को सत्य-अन्वेषक टीम के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम कर बैठे। खुद को बड़ा कानूनची माने बैठे स्वामी ने छपाक पर जो बयान दिया है, उसने उनकी सारी समझदारी और विद्ता का धज्जियां उड़ा दी हैं।
छपाक को लेकर खूब हंगामा चल रहा है। पक्ष और विरोध के बीच हंगामा तब भड़का जब दीपिका पादकोणे जेएनयू पहुंच गयी। हालांकि दीपिका वहां अपनी फिल्म के प्रमोशन में गयी थीं, लेकिन भगवा बिग्रेड ने दीपिका को वामी करार दे दिया।
इतना ही नहीं, सोशल मीडिया में इसी बीच सोशल में हंगामा खड़ा हो गया कि इस फिल्म में तेजाब फेंकने वाले का नाम मुसलमान होने के बावजूद उसे हिन्दू की तरह पेश किया गया। यह बात तब और बढ़ गई जब पर्यावरण और वन मंत्रालय संभालने वाले बाबुल सुप्रियो ने बयान दिया, “जब आप कहते हैं कि कहानी के सभी पात्र और घटनाएं काल्पनिक हैं तो आप पूरी तरह से हिप्पोक्रेसी दिखा रहे होते हैं. जब आप नाम बदलते हैं तो आप उसी के साथ धर्म भी बदल देते हैं.”
बाबुल ने कहा कि ये सब जान बूझकर किया गया है. उधर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सासंद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक वकील के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि इशकरण दीपिका पादुकोण और उनकी फिल्म छपाक के खिलाफ लीगल नोटिस ड्राफ्ट कर रहे हैं यदि उन्होंने एसिड फेंकने वाले का नाम मुस्लिम से बदलकर हिंदू किया है तो।