बुलंदशहर के नारी निकेतन में होता था यौन-शोषण, वीडियो वायरल

सैड सांग

: सत्ता के गलियारों में गहरी पैठ बनाये था निदेशक सचिन वर्मा : होम की संवासिनियों के यहां भी भेजी जाती थीं संवासिनियां : ब्लू फिल्म दिखाकर होम-डायरेक्टर करता था अश्लील हरकतें, पूरा परिवार उसी में लिप्त था :

फैजल चौधरी

बुलंदशहर : लक्ष्मी अल्प आवास नारी संरक्षण गृह में संवासनियों के शोषण के मामले में आश्चर्यचकित कर देने वाला मामला सामने आया है। इस मामले में उक्त संरक्षण गृह के जिस डायरेक्टर सचिन वर्मा को पुलिस ने पकड़ा है, उसकी एक वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो में वह डायरेक्टर उसी संरक्षण गृह की एक संवासिनी के साथ आपत्तिजनक हालत में है। यही नहीं, आरोप है आरोपी का पूरा परिवार इसमें शामिल था। यह लोग ब्लू फिल्म बनाकर उसके बल पर ब्लैकमेलिंग व उसे बेचने के धंधे में भी शामिल थे।

लेकिन हैरत की बात है कि इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली ही संदिग्ध हो गयी है। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि यह वीडियो सबसे पहले पुलिस को मिला था। उसके बाद पुलिस ने उसे अपने पक्ष में एक हवा बनाने के लिए उसे वायरल कर दिया। लेकिन हैरत की बात है कि जब यह वायरल होने पर हंगामा खड़ा होने लगा तो पुलिस ने उसे वायरल होने में अपने हाथ से इनकार कर दिया और इसका पूरा इल्जाम अब बुलंदशहर के उन पत्रकारों पर थोपने की साजिश कर दी, जिन्होंने वाकई इस पूरे मामले का पर्दाफाश किया था।

खबर है कि पीड़ित लड़की ने बताया है कि डायरेक्टर सचिन वर्मा संवासनियों से शारीरिक संबंध भी बनाता था। अल्पावास गृह की एक संवासिनी से खुलेआम आरोप लगाया है कि वह डायरेक्टर और उसके परिवार के पुरूष भी वहां की रहने वाली युवतियों के साथ अश्लील हरकतें करते थे। यह मामला जहांगीराबाद सिटी का बताया जाता है। उक्त संवासिनी ने आरोप लगाया है कि वह उसे सरेआम चूम लिया करता था और कभी भी उससे अश्लील हरकतें करता था। विरोध करने पर सचिन वर्मा लोहे के रॉड से संवासनियों की पिटाई भी करता था। यही नहीं, संवासनियों के परिवार से वह हर महीने खर्च के नाम पर रुपए भी वसूलता था।

डायरेक्टर का पिता दिखाता था कामुक सामग्री उपलब्ध कराता था। सचिव वर्मा के पिता और नवदीप एनजीओ के संरक्षण नरेश वर्मा की हरकतों का भी संवासिनी ने खुलासा किया है। उसने बताया कि नरेश वर्मा संवासनियों के साथ रजाई में बैठ जाता था और अश्लील हरकतें करता था। हैरत की बात है कि सचिव वर्मा की पत्नी और शेल्टर होम की वार्डन प्राची वर्मा भी संवासनियों की परदे की रॉड से पिटाई किया करती थी। वह अपने घर का काम भी संवासनियों से कराती थी और नौकरानी बनाकर दूसरों के घरों में भेजा जाता था। पीड़िता का आरोप है कि दूसरों के घरों में काम के वक्त भी उनका यौन शोषण किया जाता था। प्रोटेक्शन होम की सेविका भी इसमें शामिल थी।

प्रशासनिक जांच में शेल्टर होम की सेविका फिरोजा खान का नाम भी सामने आया है। संवासिनी के बयानों में फिरोजा की भूमिका अल्पावास में चल रहे इस गोरखधंधे में सबसे अहम है। फिरोजा को एक-एक वारदात और संवासिनियों के शोषण की सारी जानकारी है। वह संवासनियों के यौन शोषण में एनजीओ संचालक के दाहिने हाथ के तौर पर काम करती थी।

सिटी मजिस्ट्रेट डीपी सिंह ने बताया है कि जांच के बाद चीजें साफ हो जाएंगी, जो दोषी होगा उस पर पुलिस कार्रवाई करेगी। वहीं, एसपी सिटी राममोहन सिंह ने बताया कि किसी भी तरह का दबाब पुलिस के ऊपर नहीं है। पूरा केस स्पष्ट है। पूछताछ और बयानों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसका असर भी दो-चार दिन में दिखने लगेगा। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। संवासनियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है।

उधर सचिन वर्मा की मां ने कहा- षड्यंत्र है और-सचिन एन वर्मा की मां हेमा वर्मा ने कहा कि उनके बेटे के खिलाफ बड़ा षड्यंत्र किया जा रहा है। ये आपत्तिजनक फोटो भी उसी षड्यंत्र का एक हिस्सा है।

आपको बता दें कि गुलावठी में स्थित लक्ष्मी अल्प आवास नारी संरक्षण गृह से 7 अप्रैल को एक लड़की फरार हो गई थी। लड़की जब बरामद हुई तो उसने संरक्षण गृह के निदेशक पर शारीरिक शोषण सहित कई संगीन आरोप लगाए थे। लड़की ने पूछताछ में बताया था कि निदेशक ब्लू फिल्म दिखाकर अश्लील हरकते करता था। किशोरी के आरोपों के बाद पुलिस ने संरक्षण गृह के निदेशक सचिन एन वर्मा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। फोटो वायरल होने के बाद स्था नीय लोगों में गुस्सार फूट पड़ा। लोग सड़क पर उतर आए और डायरेक्टरर का पुतला फूंककर फांसी देने की मांग की। इसके अलावा इस मामले में शामिल गृह के अन्य पदाधिकारियों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी की मांग की है

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