: मुलायम को फिल्मी चाशनी चटाने वाले अमर सिंह के आते ही सपा का सर्वनाश शुरू : क्या हुआ नेता जी, ऐसे कैसे माथा पकरे हौ : अब क्या बोलूं भइया, भस्मासुर ने सब खत्म कर दिया :
कुमार सौवीर
लखनऊ : बुद्धवार, यानी कल बीती शाम का वक्त था। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के चंद दिन पहले ही मुख्य सचिव बनाये गये दीपक सिंघल को बर्खास्त कर दिया था। उसके पहले ही खनन-माफिया के तौर पर कुख्यात गायत्री प्रजापति और एक अन्य मंत्री को अखिलेश बर्खास्त कर चुके थे। मुख्यमंत्री के तेवर से हड़बड़ाये सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव अपने भाई की इज्जत बचाने के लिए शिवपाल सिंह यादव को समाजवादी पार्टी की यूपी इकाई का अध्यक्ष बना रहे थे। शिवपाल सिंह यादव सैफई में मौजूद अपना कदम तय कर रहे थे। मुलायम सिंह यादव दिल्ली से लखनऊ वापसी में जुटे थे। अमर सिंह के घर दीपक सिंघल अपना रोना-धोना शुरू कर चुके थे।
लेकिन ठीक इसी वक्त के आसपास समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के बाहर एक कुर्सी पर बैठे एक सपाई नेता अपना सिर अपने दोनों हाथों से थामे बैठे थे। काफी देर तक जब इस नेता ने अपनी करवट नहीं बदली, तो उसके साथियों ने उसे हिला-डुला कर पूछ ही लिया:- क्या हुआ नेता जी, ऐसे कैसे माथा पकरे हौ।
अपनी सोच-बिचार में अड़ंगा देखकर झुंझलाये इस वरिष्ठ नेता ने जवाब दिया:- अब क्या बोलूं। भस्मासुर ने सब खत्म कर दिया।
वहां मौजूद किसी भी नेता को यह समझने-कहने की जरूरत नहीं समझी कि उस नेता का बोला गया वह भस्मासुर शब्द किस व्यक्ति की ओर इंगित-इशारा कर रहा है। जाहिर है कि यह भस्मासुर के बारे में हर शख्स को खूब पता था। रही बची-खुशी दिक्कत एक दूसरे नेता के शब्दों ने जाहिर कर दिया। बोला:- यह अमर सिंह जो न कर डाले, कम है। पूरा का पूरा समाजवादी कुनबा तिनका-तिनका बिखेरे बिना यह अमर सिंहवा विश्राम नहीं लेगा।
जी हां, यह अमर सिंह ही हैं। आज एक पुराने सपाई नेता ने बताया कि:- मुझे याद है कि कोई 25 साल पहले इसी अमर सिंह के बारे में इंडिया टूडे ने एक कवर स्टोरी छापी थी। इनमें राजनीति के अनेक वरिष्ठ दलालों का खुलासा किया गया था। तब उस की रिपोर्ट में गले बंद के महंगे सूट, बेशकीमती पेन और चश्मा और मशहूर ब्रांड के जूतों से सूटेड-बूटेड जिस शख्स का जिक्र किया था, वह अमर सिंह ही थे। तब अमर सिंह को कांग्रेस के चंद्रास्वामी के समानान्तर रखा गया था।
बहरहाल, इस नेता का कहना है कि सपा की जो दुर्गति की आशंकाएं बलवती होती जा रही हैं, उसके पीछे केवल अमर सिंह ही इकलौते जिम्मेदार हैं। एक दूसरे नेता ने उस नेता की हां में हां, लगाते हुए माना कि मुलायम सिंह यादव को फिल्मी चकाचौंध की चाशनी जिस तरह अमर सिंह ने चटवाने का चस्का लगवा दिया था, उसका अंत तो वही होना था जो अब जिसकी शुरूआत सपा में हो चुकी है। सबसे पहले तो इस अमर सिंह ने मुलायम सिंह को फिल्मी चाशनी चटवा दिया था। लेकिन बाकी सपाइयों ने उसकी मंशा भांप लिया और अमर सिंह को सपा से विदाई होनी पड़ी थी। लेकिन पिछली बार सपा से बर्खास्तशुदा हो चुका यह अमर सिंह अब चोट खाये नाग की तरह सामने आया है। अब वापसी में उसका अंतिम मकसद केवल सपा का सर्वनाश करना ही है।