: छद्म मीडिया के दौर में एक सच्चे पत्रकार और इंसान : साहित्य, मीडिया और फ़िल्म पर अच्छी पकड़ : कुछ दिनो से बीमार थे सुमित :
दीपक शर्मा
नई दिल्ली : सुमित मिश्रा, आजतक के पुराने साथी। आज सुबह सूचना मिली, वे नही रहे।
छद्म मीडिया के दौर में एक सच्चे पत्रकार और इंसान । उनके भाई, फ़िल्म अभिनेता संजय मिश्रा के क़िस्सों से बॉलीवुड के बारे में बेहद इन्साइड इनफ़ारमेशन मिलती थीं। संजय और सुमित की अंडरस्टैंडिंग का भी जवाब नही था। अक्सर सुमित की कलाई पर संजय की गिफ़्ट की हुई कोई बढ़िया घड़ी द्देखनी को मिलती, और फिर चर्चा संजय की अगली फ़िल्म के बारे में शुरू हो जाती।
संजय की फ़िल्म से टॉपिक फ़िल्मी दुनिया और परदे के पीछे की घटनाओं पर शिफ़्ट हो जाता। सुमित जी की साहित्य, मीडिया और फ़िल्म पर अच्छी पकड़ रही। जितना भी कष्ट रहा हो उनके जीवन में, उन्होंने हमेशा उसे छिपाया और बातें अपनी निजी समस्याओं से उठकर की। वे कुछ दिनो से बीमार थे।
परिवार को दुःख की इस घड़ी में हिम्मत मिले यही प्रार्थना है।
(दीपक शर्मा आजतक में सुमित मिश्र के साथ काफी लम्बे वक्त तक रहे। बाद में इंडिया संवाद का संपादन किया। फिलहाल स्वतंत्र पत्रकारिता में हैं। )