तमिलनाडु के चीफ सेक्रेट्री तो मूर्ख हैं, मठाधीशों की भीड़ है यूपी में तो

सैड सांग

: आयकर के अफसरों ने मुख्‍य सचिव के घर समेत 11 जगहों पर मारा छापा : अब तक डेढ़ सौ करोड़ रूपयों की बरामदगी हो चुकी है राजमोहन राव के यहां : कुल 127 किलोग्राम सोना का जखीरा भी जुटाये हुए थे मुख्‍य सचिव साहब :

कुमार सौवीर

लखनऊ : तमिलनाडु के मुख्य सचिव पी राजमोहन राव क्‍या खा कर बेईमानी कर पायेंगे, जो यूपी के कई-कई मुख्‍य सचिव कर चुके हैं। यूपी के आला अफसरों के घर पास बेहिसाब सम्‍पत्ति है। किसी के पास मकानों का सिलसिला है, तो किसी के पास खेती का सैकड़ों जमीन की जमींदारी। किसी के पास ऐश्‍वर्य की सम्‍पदा है तो किसी के पास जेवरों-स्‍वर्ण भाण्‍डार मौजूद हैं। कोई सीधे नोटों की गड्डियां उगाहता है, तो कोई दीगर चीजों के साथ ही साथ महंगे-बेशकीमती हार भी वसूल लेते हैं। पार्टी-शार्टी घर ऐसे-ऐसे हैं कि कुबेर तक शर्मिंदा हो जाएं। लेकिन यूपी के अफसरों के पास जुगाड़ की सम्‍पदा सबसे ज्‍यादा है, यही वजह है कि इनकम टैक्‍स के लोग उनके आसपास फटकते तक नहीं हैं।

तो साहब, ताजा खबर तो यह है कि जगमोहन राव के घर और उनके कई मकानों को आयकर विभाग के अफसरों ने आज जमकर खंगाला। सुबह तड़के से पड़ी हुई इस जबर्दस्‍त छापामारी का सिलसिला अभी तक जारी है। चेन्‍नई के अन्‍ना नगर के उनके आवास पर छापेमारी के अलावा 10 अन्य जगहों पर भी कार्रवाई जारी है। इस टीम में पांच वरिष्‍ठ अधिकारी समेत भारी अमला और सुरक्षा कर्मी भी मौजूद हैं। आयकर के अधिकारियों की यह टीम लगातार उनसे पूछताछ कर रही है। राजमोहन राव के पुत्र के भी खातों और अन्य संपत्तियों की छानबीन कर रही है।

गौरतलब है कि इस साल के आरंभ में ही पी राजमोहन राव को तमिलनाडु के मुख्य सचिव का पदभार दिया गया था। आप को बता दें कि तमिलनाडु में पी राजमोहन राव को बेहद शातिर और जुगाड़ू अफसरों में शुमार किया जाता है। बड़े व्‍यवसाइयों से उन के रिश्‍ते खुले हुए हैं। पार्टियों में शामिल होना और महंगे तोहफे हासिल करना ऐसे अफसरों में शान मान जाता है। लेकिन इस मामले में यूपी के बड़े अफसरों के रवैया के मुकाबले पी राजमोहन जैसे अफसर बेहद बौने साबित बताये जाते हैं। मसलन, भ्रष्‍टाचार, अराजकता और खुली बेईमानी के मामलों में यूपी के अब तक तीन मुख्‍य सचिव सीबीआई के घेरे में आ कर बाकायदा जेल की हवा तक खा चुके हैं। इनमें अखण्‍डप्रताप सिंह और नीरा यादव आदि शामिल हैं। इनके अलावा प्रदीप शुक्‍ला, राजीव कुमार जैसे दर्जनों वरिष्‍ठ अफसर तो अभी तक जेल में चक्‍की पीस रहे हैं।

लेकिन यह बात तो तमिलनाडु से शुरू हुई है न, इसलिए चर्चा भी तमिलनाडु की ही हो, तो बेहतर। तो आपको बता दें कि यह पहली बार हुआ है कि किसी राज्य के सबसे बड़े अधिकारी के यहां छापा मारा गया है। इससे पहले खनन कारोबारी शेखर रेड्डी के यहां आयकर छापे पड़े थे जिसके बाद उनकी अकूत संपत्त‍ि का पता चला था। रेड्डी को मुख्य सचिव का करीबी बताया जाता है इसलिए छापों को रेड्डी के यहां पड़े छापों से जोड़कर देखा जा रहा है। आयकर विभाग के अधिकारी मुख्य सचिव और उद्योगपति शेखर रेड्डी के बीच संबंधों की भी जांच करने में लगे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले दिसंबर के दूसरे हफ्ते में आयकर विभाग की टीम ने उद्योगपति शेखर रेड्डी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में रेड्डी और उनके सहयोगियों के यहां से 142 करोड़ रुपये से ज्यादा के कैश बरामद हुए थे। इतना ही नहीं इस छापेमारी में आयकर विभाग को 127 किलोग्राम से ज्यादा सोना भी मिला था।

शेखर रेड्डी को तमिलनाडु के बड़े-बड़े नौकरशाहों के बेहद करीबी रिश्‍तों के तौर के लिए देखा जाता है। उनके सत्ताधारी एआइएडीएमके नेताओं से भी करीबी संबंध बताए जाते हैं। लेकिन यूपी में ठेकेदारों, बिल्‍डरों, और अनेक धंधों से जुडे लोगों से आईएएस अफसरों का चोली-दामन का रिश्‍ता जगजाहिर रहता है। हाल ही अमीनाबाद में एक बड़े व्‍यवसायी के घर पड़े आयकर के छापे पर व्‍यवसाइयों ने जमकर हंगामा किया था। बाद में पता चला कि इसी हंगामे के पीछे करीब पचास करोड रूपयों की नकदी पार कर दी गयी। सूत्रों का कहना है कि यह रकम यूपी के एक बड़े ब्‍यूरोक्रेट और एक पूर्व पुलिस महानिदेशक की थी।

यूपी के अफसरों की करतूतों को अगर देखना-समझना चाहते हों तो कृपया निम्‍न लिंक पर क्लिक कीजिए:- लो देख लो, बड़े बाबुओं की करतूतें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *