ऐसे अक्खड़-फक्कड़, मस्तमौला व मानवीय पत्रकार कम ही देखे होंगे आपने

बिटिया खबर

: ई हवें पत्रकार ? पुरानी बजरी और जोन्‍हरी जैसा : दोनों ही अड़भंगी, बूढ़े शरीर में बच्चों की माफ़िक : एक हैं मशहूर पोर्टल भड़ास के अधिष्ठाता यशवंत सिंह दूसरे हैं दोलत्‍ती वाले कुमार सौवीर : शब्दभेदी बाण से यह किसी के संहार को आतुर हों। शब्दों के सेनापति :

विनय मौर्या

बनारस : पत्रकार तो कई देखे होंगे… मगर इनके जैसा अक्खड़-फक्कड़ मस्तमौला मानवीय कम ही देखे होंगे। अगर आप पत्रकारिता के पुराने चावल हैं। तो सम्भवतः आप इन पुराने बजरी और जोन्हरी टाईप के हमारे बड़े भाई सरीखे पत्रकारों को जानते होंगे…अगर नहीं जानते तो यह आपका दुर्भाग्य है।
यह व्यक्तिगत जीवन में कैसे हैं क्या व्यसन है मैं इसके पीछे नहीं जाता। मगर इनका पत्रकारीय और सार्वजनिक जीवन खुली किताब है।
दोनों लोगों को वर्षों से पढ़ता आया हूँ…शब्दों के सेनापति हैं दोनों लोग। हां कभी-कभार शब्दों का चयन ऐसा होता है जैसे शब्दभेदी बाण से यह किसी के संहार को आतुर हों। (वही ठेठ लंठई भाषा)।
दोनों लोग पत्रकारिता के शीर्ष मुकाम पर काम कर चुके हैं। मगर दोनों लोग आत्ममुग्धता और बनावटीपन से परे रहते हैं। सच्चाई तो यह है कि दोनों लोग पत्रकारिता करते नहीं पत्रकारिता को जीते हैं।
दोनों लोग अड़भंगी हैं औऱ बूढ़े शरीर में बच्चों की माफ़िक लगते हैं। एक हैं मशहूर पोर्टल भड़ास के अधिष्ठाता यशवंत सिंह भईया दूसरे हैं कुमार सौवीर भईया।
यह उन पत्रकारों में से हैं जिनके लिये मेरे हृदय में बहुत सम्मान है।
Atul Tiwari Aakrosh : कुमार सौवीर जी से परिचित नहीं हूं लेकिन Yashwant Singh भैया तो ग़दर काट देते हैं..
Vinay Maurya Sinner : Atul Tiwari Aakrosh हां यह तो है कि यशवंत भईया ग़दर काटते हैं। मगर Kumar Sauvir भईया भी लाजवाब हैं।
Atul Tiwari Aakrosh : Vinay Maurya Sinner जी.. अब आज आप ने जानकारी दी है, उन्हें भी फॉलो करते हैं..
Yashwant Singh : Atul Tiwari Aakrosh कुमार सौवीर जी मेरे बड़े भाई हैं। उनका बहुत असर है मेरे जीवन पर। उन जैसा हो पाना मेरे लिए सम्भव नहीं। उनसे निडरता दुस्साहस और अकेले जीने का गुण मैंने सीखा है। वो अद्वितीय हैं।
Vinay Maurya Sinner : Yashwant Singh ई त हव भईया।
मगर तहूँ पानी के तरे पारदर्शी हउआ…मनमौजी खेलवाड़ी खुलचारी जीवन के बेफिक्री से जियला अउर सबसे नीक ई लगला की तोरे अंदर बनावटीपन ना हव।
Yashwant Singh : Vinay Maurya Sinner भाई हमेशा बस ये ध्यान रखेंगे कि अगले दस बीस पचास साल में कौन धरती से क्या क्या लेकर अपने साथ जाएगा तो पाएँगे कि सब ख़ाली हाथ वाले ही ऊपर जाते हैं। इसलिए क्या डर क्या भय क्या संग्रह क्या …
Kumar Sauvir : Yashwant Singh परंपरा तो है आगे तेल लगाने की, लेकिन तुमने तो मेरे पिछवाड़े पर तेल लगा डाला।… रुको, पहले अपने पिछवाड़े में ओबरोन का इंजेक्शन तो घंसवा लूं।
P S Yadav : कुमार सौवीर सर की लेखनी काफी वर्षों से पढ़ता रहा हूँ, यशवंत जी को कौन नहीं जानता
Ravi J Ghazipuri : यशवंत सिंह जैसा कोई नहीं भईया
Vijay Shanker Singh : दोनो ही मेरे परिचित मित्र और आत्मीय है।
Vinay Maurya Sinner : Vijay Shanker Singh जी भईया । आप भी डीआईजी से रिटायर्ड होने के बाद सरकार को जगाने…उसे आईना दिखाने वाले जबरदस्त पत्रकारों की श्रेणी में आ चुके हैं।
Vijay Shanker Singh : Vinay Maurya Sinner हम तो पत्रकारों की मित्रता में लिखना पढ़ना सीख लिए।
Vinay Maurya Sinner : Vijay Shanker Singh भईया कितने पत्रकार तो आपसे लिखना पढ़ना सीखते हैं। आपके तर्क तथ्य अकाट्य और कमाल के होते हैं
Sanjeev Shukla : Vinay Maurya Sinner बिलकुल सही कहा आपने। श्री Vijay Shanker Singh सर खुद में गुरुकुल हैं। हम लोग सीखते ही हैं उनसे से
Harish Misra : Vinay Maurya Sinner ये दोनो जने फाड़ू पत्रकार की श्रेणी में आते हैं ,,, कलम से लिखते नही फाड़ते है।
Vinay Maurya Sinner : Harish Misra दुन्नो जने साठा में पाठा वाले मिजाज क हयन।
Yashwant Singh : Vijay Shanker Singh विजय भैया आप की ये जो पारी है जीवन की, ग़ज़ब है। हम सब आप से ऊष्मा ऊर्जा प्यार पाते हैं दूर से ही
Kumar Sauvir : Vijay Shanker Singhलेकिन आपको देख कर गर्व मुझको भी खूब होता है
Santosh Pandey : आल्हा-उदल
कमलेश केशरी : सादर प्रणाम
Vinay Oswal : पत्रकारिता करते नही उसमें जीते है,मेरा अनुभव भी यही है,
Narendra Srivastava : ऐसे लोग ही पत्रकारिता की पवित्रता को बचाये हुए हैं। साधुवाद। सादर प्रणाम।
Dilip Kumar : प्रणाम।बहुत सुंदर।बधाई हो।
अजीत कुमार पाण्डेय : Yashwant Singh भइया एक दम्मे हरफनमौला हवें।हर पोस्ट में कुछ संदेश और सीख पोस्ट कर देवेलन।और जे सोभड़ी वाले के पोस्ट या कॉमेंट असभ्य हो जाला। उनकर त डांग मार देवेलन।देश विदेश और समाज के साथ ही पत्रकार लोगन के भी खबर जोरदार लिखेलें। मानवीयता से परिपूर्ण संदेश और निर्भीकता के मिसाल हवें।
Amod Kumar Singh : यह दोनो मान्यवर हमारे मित्र हैं, लेकिन थोड़ा खिसके हुये लगते हैं। इनको पढ़ने का एक अलग ही आनंद रहता है।
Vinay Maurya Sinner : Amod Kumar Singh जी खिसके हैं तब्ब तो हमको भाते हैं।
Amod Kumar Singh : ईश्वर दोनो को दीर्घायु करें।
DevendraPratap Singh: दोनों महापुरूषों के लिए शुभकामनाएं
प्रवीन यादव यश : वाह शानदार पोस्ट वाकई, यदि आज के दौर में किसी भी पत्रकार के अंदर सच्चाई को लिखने का बूता है तो मेरे मन मे सबसे पहले आप ही दोनों लोगों का नाम आता है।
Vinay Maurya Sinner : प्रवीन यादव यश हां प्रवीन दोनों लोग जानदार पत्रकार हैं ।
Dinesh Gupta : मैं भी कुमार सौवीर भैया की लेखनी को पढ़ता रहता हूं।
Vinay Maurya Sinner : Dinesh Gupta जी बहुत बढ़िया। जब मैं खबर विजन का सम्पादकीय दायित्व देखता था।तब आप तो सम्भवतः ख़बर विजन के ब्यूरो रह चुके हैं न..? मैं सही हूं या कन्फ्यूज..।
Dinesh Gupta : सही पहचाना आपनेअब भारत एकता टाइम्स का ब्यूरो चीफ हूं।
Aftab Khan : दोनों महापुरूषों को भी और उनकी लेखनी को सादर प्रणाम
Mukesh Mishra : Aapki baato se sahamat hu
Ak Lari : बात में दम है‌।
Vicky Madhyani : अति सुंदर
Shailesh Tiwari : बहुत सही
Robin Singh : दोनो ही बड़े भईया लोगों को हम भी देखते और पढ़ते आये हैं लंबे समय से
Kumar Sauvir : लेकिन मेरा निजी के सारे पन्ने बिल्कुल खुल्लमखुल्ला हैं। अब यह अगर है कि तुम जैसे मित्रों और भाइयों की पारखी नजर में सामने आ गया मैं अब।
हचक कर शुक्रिया, लिखने और पढ़ने वालों को।
Mohan Chandra Pandey:कुमार सौवीर साहब की सोहबत को जीने का थोड़ा सा मौका मुझे भी मिला है।

( वाराणसी में रह कर लोगों को पत्रकारीय-मोक्ष दिलाने में फिलहाल जुटे रहते हैं विनय मौर्या सिनर। टीवी 24 नेशनल चैनल में संपादक रह चुके और खबर विजन समेत कई समाचारपत्र से भी जुड़े रहे हैं विनय मौर्या।

यह खबर  विनय मौर्या ने अपनी फेसबुक वाल पर पोस्‍ट की थी। बाद में कई पाठकों ने उस पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज की। दोलत्‍ती ने उसी वाल की पोस्‍ट को जस की तस कॉपी कर लिया है।

विनय मौर्या सिनर से अगर आप संपर्क करना चाहें तो कृपया उनके नम्‍बर 091616 67030 पर फोन कर सकते हैं। )

1 thought on “ऐसे अक्खड़-फक्कड़, मस्तमौला व मानवीय पत्रकार कम ही देखे होंगे आपने

  1. हम दोनों को जानते हैं. अद्भुत विद्रोही प्रकृति के पत्रकार हैं दोनों. संघर्ष क्षमता भी अटूट है.

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