चकनाचूर सुराही को बेजोड़ आकार देने में माहिर हैं राजेन्द्र

: अपना खुद का एक रुतबा है जनाब ! आप हमारा कोई फ़र्क नहीं रखते हैं: यूपी के कई इंसान अधिकारी रहते हैं, लेकिन इनमें से कुछ झक्की भी: टूट गए सुराही का श्रेष्ठ उपयोग का नायाब नमूना हैं राजेन्द्र : फालतू खर्च करने के पहले उनके ऋण वापस कर लें, जिन्होंने आपको अच्छा समझ […]

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यहां सांप्रदायिक तनाव कहां ! केरल का त्रिशूर शिव मंदिर

: हिंदी क्षेत्र में जो शिवाला है, वही है केरल का वाडकुनाथन मंदिर : केदार, विश्वनाथ, पशुपति, देवघर, महाकाल स्थान है यह मंदिर : द्वेष, घृणा, वैमनस्य, अविश्वास नहीं, स्नेह, दोस्ती, प्यार, अपनापन से फैलती है खुशबू : कुमार सौवीर लखनऊ : यह केरल का त्रिशूर मंदिर है। हिंदी भाषा-भाषी क्षेत्र के लोग जिसे शिव […]

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ऑनलाइन सेक्‍स: खुद बन जाइये न गज-ग्राह संकट में श्रीहरि विष्‍णु

: बड़ा धंधा है सेक्‍स-क्लिप, एक ही झटके में लाखों पार : गुहार लगाने वाले अधिकांश लोग मेरे उन्‍मुक्‍त व्‍यवहार को हेय, गंदा, अश्‍लील, अभद्र मानते आंख बचा कर सटक लेते : बड़े-बड़े दिग्‍गज की सारी शराफत, सज्‍जनता और प्रतिष्‍ठा दक्खिन : बड़े अधिकारी, वकील, व्‍यवसायी नेता के लिए अलभ्‍य है सेक्‍स,  मुंह मारते हैं […]

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तमाशबीन ! जो खुद फंसने पर पिल्लों सा किकियाते हैं

: तमाम क्रांतिकारी पत्रकार बहुत मिलेंगे जो सिम्पल पत्रकार में देशद्रोही ढूंढ खुश हों : कुत्तों को खाना खिलाने जा रहे थे, फालिज हुआ,  लोहिया अस्पताल से आकर जमानत ली : सत्येंद्र पीएस नई दिल्ली : सिद्दीक कप्पन को जानते ही होंगे। न जानते हों तो गूगल और यू ट्यूब पर सर्च करें। उनके नाम पर […]

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ऐसे अक्खड़-फक्कड़, मस्तमौला व मानवीय पत्रकार कम ही देखे होंगे आपने

: ई हवें पत्रकार ? पुरानी बजरी और जोन्‍हरी जैसा : दोनों ही अड़भंगी, बूढ़े शरीर में बच्चों की माफ़िक : एक हैं मशहूर पोर्टल भड़ास के अधिष्ठाता यशवंत सिंह दूसरे हैं दोलत्‍ती वाले कुमार सौवीर : शब्दभेदी बाण से यह किसी के संहार को आतुर हों। शब्दों के सेनापति : विनय मौर्या बनारस : […]

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पद्मश्री: ढाई हजार लाश को पचीस हजार गिन डाला पत्रकारों ने

: मीडिया की नजर में लावारिस लाशों का धाम है अयोध्‍या : 30 बरस पहले इसी मीडिया ने जहर फैलाया था कि सरयू का जल खून से रंग गया : झूठे आंकड़े परोसने में हिन्‍दू-वादी टीवी चैनल और अखबार अव्‍वल : मूर्खताओं को सच का मुलम्‍मा पहनानाने वास्‍तविकता कराहने लगती :  कुमार सौवीर फैजाबाद : […]

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सच बोला एडीजी-एलओ। मनीष का “जमकर इलाज” किया था पुलिसवालों ने

: एडीजी कानून व्‍यवस्‍था प्रशांत कुमार जैसे एक जिम्‍मेदार अफसर का सफेद झूठ : गोरखपुर के होटल में पुलिसवालों ने दिखाया अपना हत्‍यारा चेहरा, एडीजी-एलओ पुलिस के बचाव में : पुलिसवालों के जीवित देह-यष्टि में मृत लोथड़े में तब्दील कर डाला था : शनि महराज न्‍याय के देवता हैं, उनसे डरो। वे लंगड़े जरूर हैं, […]

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