अभी तुम कमसिन हो, कुंवारी हो। कामसूत्र पढ़ना शुरू करो

बिटिया खबर

: काम क्रीड़ा के बारे में नहीं जानोगी तो सुहागरात की रात फेल हो जाओगी : तुम मुझसे रात में वाट्सऐप पर चैट करो, मैं सम समझा दूंगा : मैनेजमेंट तक पहुंचीं ऐसी खबरें, लेकिन आवारा लकड़बग्घे को बधिया करने के बजाए आंखें मूंदें रखीं : लकड़बग्घा हरम कथा-दो :

दोलत्‍ती संवाददाता

लखनऊ : लकड़बग्घे एक खतरनाक जंगली जानवर होता है। हड्डियों तक को हजम कर सकता है। चाहे वह जंगल हो, या फिर शहर में। इंदौर, दिल्‍ली बरेली में हो या फिर लखनऊ में हो। साहित्‍य में हो या फिर पत्रकारिता में। लेकिर सबसे खतरनाक तब हो जाता है, जब वह पत्रकारिता में घुसपैठ कर बैठता है। ऐसे लकड़बग्‍घों की रुचि पत्रकारिता में कितनी है, ये तो नहीं पता लेकिन उसे वात्स्यायन के कामसूत्र में खासी दिलचस्पी हो जाती है। पुरुष रिपोर्टरों से तो वह यह भी नहीं पूछता कि तुम्हारा बुखार उतरा या नहीं, लेकिन उसे महिला स्टॉफ की बहुत चिंता रहती है। सिर्फ वर्तमान की ही नहीं, महिला स्टॉफ के भविष्य का भी लकड़बग्घा पूरा ‘ख्याल’ रखता है।
घटना पिछले चंद महीना पहले की है। अखबार के दफ्तर में एक लड़की अकाउंटेंट थी। बेचारी को बिल बाउचर को लेकर लकड़बग्घा के केबिन में दिन में एक-आध बार जाना ही होता था। एक दिन लकड़बग्घे ने खुद को बिजी दिखाते हुए उस अबला को बैठा लिया। फिर फ्री हो कर उसकी खैरियत, फ्यूचर और फिर शादी के बारे में पूछा। अकाउटेंट ने बताया कि अभी उसकी शादी नहीं हुई है। लकड़बग्घा बंद होंठों के भीतर मुस्काया। फिर अकाउंटेंट से पूछा। कभी कामसूत्र पढ़ी है? एकाउंटेंट ने सकुचाते-शर्माते नजरें नीचे झुकाते हुए कह दिया कि नहीं।
लकड़बग्घे ने उसे समझाया, देखो, अभी तुम्हारा पूरा फ्यूचर पड़ा हुआ है। तुम्हें कामसूत्र के बारे में जरूर पढ़ना चाहिए। अगर तुम काम क्रीड़ा के बारे में नहीं जानोगी तो सुहागरात की रात फेल हो जाओगी। इससे तुम्हारी शादीशुदा जिंदगी पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। तुम्हारा पति भी खुश नहीं रहेगा, इसलिए अभी से कामसूत्र पढ़ना शुरू कर दो।
पितातुल्य लकड़बग्घे से अकाउंटेंट को ऐसी उम्मीद तो बिल्कुल भी नहीं थी। वह नजरें झुकाए बैठी रही। उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि इन बातों का क्या जवाब दिया जा सकता है। लकड़बग्घे ने अकाउंटेंट की बेचारगी को मौन स्वीकृति समझा। इससे उसकी हिम्मत बढ़ गई। कहने लगा, कामसूत्र पढ़ते समय अगर कहीं कुछ समझ में न आए तो मुझसे पूछ सकती हो। वैसे भी आज की लड़कियों को सेक्स ज्ञान जरूर होना चाहिए। बल्कि मेरा तो मानना है कि उन्हें प्रैक्टिकल नॉलेज भी हासिल करनी चाहिए। तुम मुझसे रात में वाट्सऐप पर चैट कर लिया करो। मैं तुम्हें धीरे-धीरे सब समझा दूंगा।
अकाउंटेंट के लिए इतना ज्ञान काफी था। उसने फाइल वहीं छोड़ी और फोन का बहाना बना कर उठ गई। लंच टाइम में उसने इस घटना का जिक्र अपने कुछ कलीग से किया। जैसा कि होना चाहिए था, लकड़बग्घे के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट का केस दर्ज कराना चाहिए था, लेकिन सभी ने इस किस्से पर खूब चटखारे लिए।
लकड़बग्घे के भेदिए ने यह बात उस तक पहुंचा दी कि अकाउंटेंट ने ‘उस बात’ का जिक्र बाहर कर दिया है। इस बात से लकड़बग्घा बहुत ही नाराज हुआ। एक तो उसके कहने पर अकाउंटेंट ने कामसूत्र की किताब को नहीं पढ़ा। ऊपर से इस बात की चर्चा बाहर कर दी। नतीजा यह निकला कि लकड़बग्घा उस के काम में आए दिन कोई न कोई कमी निकाल कर जोर-जोर से चिल्लाने लगता। वह अबला बेचारी डरी-सहमी खड़ी रहती। अब वह बिल बाउचर के काम से तभी लकड़बग्घे के पास जाती, जब केबिन में कुछ लोग बैठे रहते। लकड़बग्घे ने यह हरकत भी भांप ली और लड़की पर आए दिन जोर-जोर से गुर्राने लगा। एक दिन अकाउंटेंट ने नौकरी ही छोड़ दी। यह सारी बातें मैनेजमेंट तक भी पहुंचीं, लेकिन उसने अपने आवारा लकड़बग्घे को बधिया करने के बजाए आंखें मूंदें रखीं।
सूत्रों का कहना है कि लकड़बग्घा अब भी बहुत धीर-गंभीर भाव से कामसूत्र का ज्ञान बाकी महिला स्टॉफ को देता रहता है।
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