पीलीभीत में देह-व्यापार के धंधे से जुडे थे पत्रकार
पूरा का पूरा ब्यूरो बदल डाला अखबार प्रबंधन ने
एक के चक्कर में सारे पत्रकार किये गये दंडित
पीलीभीत में अमर उजाला के पत्रकार राजेश शर्मा का सेक्स रैकेट में पकड़ा जाना उनके साथी पत्रकारों पर भारी पड़ गया. किया किसी और ने लेकिन भरना सभी को पड़ गया. पुलिस द्वारा सेक्स रैकेट में अपने पत्रकार का पकड़ा जाना प्रबंधन को इतना नागवार लगा कि उसे पूरे ब्यूरो को ही खाली करा लिया. यानी उसने राजेश शर्मा के साथ जिला कार्यालय में कार्यरत ब्यूरोचीफ समेत चार अन्य पत्रकारों की भी बलि ले ली. राजेश की करनी का फल प्रबंधन उनके साथियों को भी भोगना पड़ गया है.
दो दिनों पूर्व पीलीभीत पुलिस ने दो स्थानों पर छापा मारकर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया था. जिसमें लगभग 15 लड़के-लड़कियां पकड़े गए थे. इसमें अमर उजाला का पत्रकार राजेश शर्मा भी शामिल था. पुलिस ने उसे भी जेल भेज दिया था. इसके बाद उजाला प्रबंधन ने अपने उस स्ट्रिंगर को तो निकाल ही दिया. उसके दूसरे साथियों पर भी गाज गिरा दिया. ब्यूरोचीफ बलराम शर्मा, अजय गुप्ता, अनिल सिंह और साकेत शर्मा को भी प्रबंधन ने बाहर का रास्ता दिखा दिया.
बताया जा रहा है कि प्रबंधन ने चारों को जबरिया निकाल दिया, जबकि इन लोगों का उस मामले से सीधा कुछ लेना देना नहीं था. प्रबंधन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बरेली से नए लोगों को भेजकर पीलीभीत का चार्ज दे दिया. फिलहाल वे ही लोग ही अस्थायी रूप से उजाला का कार्यभार कल से देख रहे हैं. हालांकि प्रबंधन के इस रवैये से पत्रकारों में नाराजगी भी है. साफ है कि एक झटके में निकाले गए लोगों ने कोई गुनाह नहीं किया था, लेकिन राजेश शर्मा के गुनाह की सजा इन लोगों को भी दे दी गई.