: भीलवाड़ा में कानून तोड़ कर बरातियों को जुटाना भारी पड़ा : 26 लोग कोरोना संक्रमित मिले, दूल्हा सुहागरात के बजाय अस्पताल में भर्ती : प्रशासन का अत्यंत सराहनीय व साहसी कदम :
कुमार वैभव
भीलवाड़ा : कोरोना का नंगा नाच चल रहा है, और तुम उसे हंसी-मजाक समझ रहे हो, तो करते रहो। भीलवाड़ा के जिला प्रशासन ने ऐसा कमाल की रणनीति बनायी है कि आइंदा में कोई कोरोना में मनमर्जी करने से पहले पचासों बार सोचेगा। यहां हुई एक शादी में नियम से बाहर जाकर बरातियों को इकट्ठा कराना दूल्हे के पिता पर काफी भारी पड़ गया है। इसमें कई लोग कोरोना संक्रमित निकले। और तो और, दूल्हा भी सुहागरात कक्ष के बजाय सरकारी अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया गया। जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी। बहरहाल, इसका खुलासा हो जाने के बाद भीलवाड़ा के जिला प्रशासन ने दूल्हे के पिता पर करीब ग्यारह लाख रूपयों का जुर्माना लगाया है।
खबर के अनुसार शहर के भदादा मोहल्ले में 18 जून को एक शादी का समारोह हुआ था। इस शादी में शामिल हुए 7 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इनमें चार महिलाएं हैं। शादी के पहले ही जिला प्रशासन ने साफ कह दिया था कि शादी-ब्याह के अवसर पर अधिकतम 50 लोगों की ही अनुमति दी जाएगी। इस बारे में बाकायदा गाइडलाइन जारी हुई थी। लेकिन इस नियम को तोड़ते हुए इस शादी में करीब 250 लोगों को बुलवाया था। नतीजा यह हुआ कि इनमें कई लोग कोरोना से संक्रमित पाये गये। रविवार को दूल्हे समेत 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा हुआ है। इधर, एमजी अस्पताल के ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है। यानी कुल 26 लोग कोरोना पाजिटिव पाये गये। इतना ही नहीं, शादी में शामिल हुए अन्य 110 लोगो को उनके घर में ही आइसोलेशन में भेजा गया है।
लेकिन बात यहीं तक सीमित नहीं है। जिला प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन करने पर दूल्हा के पिता पर कड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई उनके खिलाफ उनके बारात प्रबंधक के तौर पर आयद की गयी है। प्रशासन ने इस मामले में आपदा प्रबंधन कानून धारा-51 व आम लोगों का जीवन खतरे में डालने के लिए भारतीय दंड सहिंता की धारा 188,269,270 व 271 में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इतना ही नहीं, प्रशासन द्वारा प्रत्येक पॉज़िटिव मरीज़ के इलाज पर आने वाले खर्च का हिसाब भी दूल्हे के पिता यानी बारात प्रबंधक पर थोप दिया है। यह रकम रोजाना 6600 है। इस हिसाब से सभी संक्रमित और आइसोलेशन पर भेजे गये बारातियों पर आने वाले इलाज का खर्च भी जमा करवाने के निर्देश दिया गया है। यह रकम 26 कोरोना संक्रमित यानी कोरोना पॉजिटिव पाये गये को करीब बारह लाख रूपया वसूली जानी है।