सुंदरियों को फंसाने के लिए कांडा अपनी प्रेमिकाओं को चारा बनाता था

ज़िंदगी ओ ज़िंदगी

: गोपाल कांडा तो अपनी ऐयाशी के लिए महिलाओं को थमाता था फर्जी कंपनियां : कांडा ने मेरी बेटी ही नहीं, अब उसने मेरी पत्नी की भी हत्‍या कर डाली: अनुराधा ने पत्र खुलासा किया कांडा और गीतिका के संबंधों का तनाव : गीतिका के बाद अब कांडा की शिकार बनी गीतिका की मां अनुराधा : गीतिका पर ही नहीं, दर्जनों महिलाओं पर मेहरबान था गोपाल कांडा : कांडा की फर्जी एयरलाइंस को संचालित करने पर मजबूर थी गीतिका :

दिल्ली में गीतिका शर्मा की मां अनुराधा शर्मा के भी आत्महत्या कर लेने के बाद गीतिका के पिता ने गोपाल कांडा को इन दोनों मां-बेटी की मौत का जिम्‍मेदार बताया है. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा के दबाव के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हुई हैं. पुलिस ने गोपाल व अरुणा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है. गीतिका शर्मा पहले गोपाल कांडा की एक फर्जी एयरलाइंस में विमान परिचारिका के तौर पर काम करती थी, बाद में गोपाल ने ही गीतिका को इसी फर्जी एयरलाइंस के संचालन का काम सौंप दिया गया था। बहरहाल, गीतिका आत्‍महत्‍या कांड के बाद पुलिस की जांच में कांडा के कई छिपे सच, उसकी रंगीनमिजाजी और सरकार को चूना लगाने का प्लानिंग भी सामने आ गई है. गोपाल कांडा ने अपनी 39 कंपनियों में 20 महिलाओं को डायरेक्टर के पद तक पहुंचाया.

गीतिका की जिन्‍दगी में हर पल कांटे बिछाये कांडा ने

बताते चलें कि गीतिका हरियाणा के पूर्व गृह राज्‍यमंत्री गोपाल कांडा के यहां काम करती थी और कांडा ने कई बरसों तक गीतिका के साथ दुराचार किया। वह जब नौकरी छोड़कर दूसरी कंपनी में गई तो वहां भी गोपाल कांडा ने दबाव डलवाया और उसकी नौकरी छुड़वा दी. बाद में गीतिका ने परेशान होकर और गोपाल कांडा पर कई तरह के आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में  गोपाल कांडागोपाल कांडा और उनकी खास मैनेजर अरुणा चड्ढा गिरफ्तार कर जेल में बंद हैं। लेकिन बताते हैं कि जेल से गोपाल कांडा और उनके लोगों ने दबाव बनाने का काम जारी रखा. गीतिका की मां अनुराधा शर्मा पर लगातार दबाव डाला जा रहा था कि वह गीतिका खुदकुशी मामले में समझौता कर ले और गोपाल कांडा पर से आरोप वापस ले ले. इन दबावों-धमकियों से परेशान अनुराधा ने उसी कमरे में जाकर सुसाइड किया जिसमें उनकी बेटी गीतिका ने आत्महत्या किया था.

गोपाल कांडा की ऐसी उत्पीड़नात्‍मक कार्रवाइयों से परेशान विमान परिचारिका गीतिका ने करीब छह महीने पहले खुदकुशी कर ली थी. इस के बाद से ही शर्मा का पूरा परिवार मानसिक तौर पर बुरी तरह टूट हो गया था। खासतौर पर गीतिका की मां अनुराधा शर्मा तो बुरी तरह टूट हो चुकी थी। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार की शाम पचास साल के आसपास की उम्र की गीतिका की मां अनुराधा शर्मा ने पश्चिमोत्तर दिल्ली के अशोक विहार स्थित अपने आवास में पंखे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. अनुराधा के पति ने पत्नी की मौत के लिए कांडा को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांडा ने मेरी बेटी को मारा था और अब उसने मेरी पत्नी की भी जान ले ली.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अनुराधा कमरे में पंखे पर लटकी मिलीं और खबर मिलने के बाद तुरंत मौके पर पहुंचने वाली पुलिस टीम ने शव अपने कब्जे में ले लिया. उन्होंने कहा कि एक रिश्तेदार ने अनुराधा को फांसी पर लटके हुए  देखा जिसके बाद उनके बेटे अंकित शर्मा को सूचित किया गया और वह घर पहुंचे.

अनुराधा ने सुसाइड नोट छोड़ा

गीतिका की मां अनुराधा ने सुसाइड नोट छोड़ा है जिसमें गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस ने ये सुसाइड नोट बरामद कर लिया है. गीतिका की मौत के बाद से ही उनकी मां काफी तनाव में थीं. अनुराधा की खुदकुशी को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. इस घटना के बाद परिवारवाले सदमे में हैं. गीतिका की मौत के बाद से ही परिवार बेहद परेशान और तनाव में था. पुलिस उपायुक्त पी करुणाकरन ने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ, गीतिका की मां अशोक विहार फ्लैट में अकेली थीं. गीतिका के भाई गौरव शर्मा ने बताया कि उसकी मां गीतिका की वजह से हताशा में थी.

23 साल की गीतिका गोपाल कांडा के एमडीएलआर एयरलाइंस में विमान परिचारिका के रूप में कार्य कर चुकी थी. यह एयरलाइंस अब बंद हो चुकी है. गीतिका पिछले साल चार-पांच अगस्त की दरम्यान रात को अपने घर में पंखे में फंदा डालकर झूल गई थी. सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि गोपाल कांडा और एमडीएलआर में प्रबंधन का कार्य संभालने वाली अरुणा चड्ढा ने उसे इस कदर प्रताड़ित किया कि वह मौत को गले लगाने के लिए मजबूर हो गई.

दर्जनों महिलाओं पर मेहरबान था गोपाल कांडा

हरियाणा न्‍यूज के मालिक गोपाल कांडा की रंगीनमिजाजी ही उसकी मुसीबत बन गई है. पहले गीतिका और अब उसकी मां ने आत्‍महत्‍या कर के इसकी पूरी जिम्‍मेदारी कांडा एवं उसकी सहायक अरुणा चड्ढा पर डाल दी है. पुलिस की जांच में कांडा के कई छिपे सच, उसकी रंगीनमिजाजी और सरकार को चूना लगाने का प्लानिंग भी सामने आ गई है. गोपाल कांडा ने अपनी 39 कंपनियों में 20 महिलाओं को डायरेक्टर के पद तक पहुंचाया.

ये महिलाएं भले ही उनकी रिश्तेदार, जानकार या दोस्त रही हों, लेकिन कांडा ने 39 कंपनियों में 17 महिलाओं को प्रतिनिधित्व दिया. बताया जाता है कि एकेजी इंफ्राबिल्ड तो गोपाल कांडा ने केवल अरुणा चड्ढा और गीतिका शर्मा के लिए ही खड़ी की है. और इसके कई कारण भी बताए जाते हैं. हालांकि पुलिस का मानना है कि ज्‍यादा से ज्‍यादा महिलाओं को अपने नजदीक लाने के लिए ही गोपाल कांडा ने उनको महत्‍वपूर्ण पद दे दिए थे.

ऐयाशी के लिए महिलाओं को थमाता था फर्जी कंपनियां

इसके अलावा कई सवाल अब भी खड़े हैं कि क्या कांडा को ये भय रहता है कि उसकी कंपनी के डायरेक्टर वफादार नहीं हैं? क्या गोपाल कांडा अपनों से ज्यादा बेगानों पर यकीन करता है, क्योंकि ज्यादातर डायरेक्टर उसके रिश्तेदार नहीं बल्कि दोस्त या जानकार हैं? क्या कांडा ने सरकार को रेवेन्यू का चूना लगाने के लिए ही इतनी कंपनियां खड़ी की थीं? इन सवालों के जवाब दिल्ली पुलिस भी जानने की कोशिश कर रही है. जिन महिलाओं को कांडा ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी थीं उनमें सरोज अलंकार, सुधा पवार, प्रेरणा, कंचन भल्ला, सरिता देवी, सुशीला गोयल, गरिमा चावला, सरस्वती गोयल, सरिता अग्रवाल अरुणा चड्ढा और खुशबू शर्मा का नाम सबसे आगे है.

 

 

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