दुपट्टों का परचम लहराते हुए महिलाओं ने की समानता की मांग

बिटिया खबर

 

: उप्र में ओढ़नी का परचम अभियान : महिला हिंसा के खिलाफ़ लखनऊ में बनायी गयी मानव-श्रंखला :

लखनऊ: महिलाओं के खिलाफ लगातार घर के अंदर-बाहर बढती हिंसा के अंत की मांग के साथ समाज के विभिन्न तबकों से आये हज़ारों महिलाओ व पुरुषों द्वारा बेगम हज़रत महल पार्क से हज़रतगंज चौराहे तक ओढ़नियों को जोड़ते हुये मानव श्रृंखला का निर्माण किया गया।

इनमें बड़ी संख्या में स्कूल व कालेज के छात्र, छात्राएं, वकील, व्यापारी, घरेलू महिलाएं, एवं पत्रकार शामिल थे। ओढ़नियों की इस श्रंखला के लिए लखनऊ शहरवालों ने 12000 से अधिक ओढ़नियां इस अभियान में सौंपी। इनमें 125 दुपट्टे तो उन महिलाओं ने भेजी थीं जो लखनऊ जिला जेल में विभिन्नस मामलों में बंद हैं।

प्रदर्शन के दौरान लोगों ने गाने गाये, नारे लगाये और नुक्कड़ नाटक मंचन के माध्यम से लखनऊ शहर ने अपने आप को वन बिलियन राइजिंग अभियान के साथ जोडा, जो 14 फरवरी को दुनिया भर में शुरु हुआ है। महिला हिंसा के खिलाफ इस ग्लोबल अभियान की परिकल्पना इव एन्स्लर द्वारा की गई। इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं पर होने वाली हिंसा के खि़लाफ दुनिया भर में कम से कम सौ करोड़ महिलाओं को एक मंच पर लाना है। भारत सहित पूरे विश्व के 193 देशों में महिला अधिकारों के लिए सक्रिय विभिन्न व्यक्ति एवं संगठन इस महत्वपूर्ण और आवश्यक अभियान का हिस्सा हैं।

इस ओढ़नी का परचम महिला हिंसा के खिलाफ अभियान में उत्तर प्रदेश के 40 जिलों के 300 से अधिक सामाजिक संगठनों ने हिस्सा लिया जिसमे शैक्षिक संस्थान, निजी संस्थान, वकील, डाक्टर, व्यवसायी, बुद्धिजीवी एवं वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने ओढ़नियों को जोड़ कर मानव श्रंखला बनाई। विभिन्न विद्यालयों, कालेजों और स्वयंसेवी संस्थानों के सांस्कृतिक समूहों ने महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न और भेदभाव के विषय पर नुक्कड़ नाटकों का मंचन किया। रंग-बिरंगे दुपट्टों ने पूरे हजरतगंज को इन्द्रधनुष जैसा सजा दिया।

मजाज लखनवी की प्रमुख गजल – तेरे माथे का यह आंचल बहुत ही खूब है लेकिन, तू इस आंचल से एक परचम बना लेती तो अच्छा था, को अभियान गीत के रूप में साझी दुनिया की संस्थापक डा. रुपरेखा वर्मा समेत समस्त प्रदर्शनकारियों द्वारा पूरे समय गाया गया। प्रदर्शनकारियों द्वारा लहराऐ जा रहे दुपट्टे और गाने हजरतगंज मे आने-जाने वाले लोगों को प्रेरणा दे रहे थे जिसके फलस्वरुप बहुत से लोग मानव श्रंखला मे शामिल हो गऐ। कुछ के लिऐ तो ये प्रदर्शन एक ऐसा मौका था जहाँ पर उन्होने अपनी बहन या बेटी के साथ होने वाली हिंसा को लोगों के साथ बांटा और पुलिस एवं न्यायपालिका के गैरजिम्मेदार रवैये के खिलाफ आवाज उठाई।

प्रदर्शन का समापन जिला मैजिस्टेªट को ज्ञापन देकर किया गया जिसमे 5 खास मांगें रखी गईं जिनका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना था। जिला मैजिस्टेªट अनुराग यादव ने ज्ञापन लेकर आश्वासन दिया कि वो इन मांगों को शीघ पूरा करवाने के लिए मुख्यमंत्री एवं सम्बन्धित अधिकारियों तक पहुँचाएंगे। मांग पत्र में मांग की गयी कि महिलाओं के खिलाफ यौनिक अपराधों के निपटारे हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना, प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए हर जिले में आनलाइन सुविधा की जाए, हर थाने पर दो महिला पुलिसकर्मी की नियुक्ति सुनिश्चित हो, हिंसा से पीडित संघर्षशील महिलाओं को कानूनी सुरक्षा, चिकित्सीय सुविधा, त्वरित आर्थिक क्षतिपूर्ति व आश्रय प्रदान करने हेतु समिति का गठन, महिलाओं हेतु सार्वजनिक यातायात के साघनों में कैमरे की व्यवस्था, सुरक्षा कर्मी की व्यवस्था तथा केवल महिलाओं के लिए अलग से बस सेवा व अन्य साधन बढाया जाये तथा घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो जिसके अन्तर्गत पूर्ण कालीन संरक्षण अधिकारी ,सेवा प्रदाता की नियुक्ति तथा फौरी राहत बजट शामिल हो।

महिला हिंसा के विरोध में लखनऊ के बेगम हजरत महल से अभियान चलाया गया तथा हजरतगंज मे सैकडो की संख्या में महिलाआों ने एकत्रित होकर महिलाओं और अभियान के समर्थित लोगों ने ओढनियो की श्रंखला बनाते हुए परचम लहराये। वक्‍ताओं ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा एवं मानवाधिकार की रक्षा सुनिश्चित करने की जवाबदेही सरकार की है। इस अवसर पर अभियान के साथी आली, आशा, 0पी0सेन डिग्री कालेज, एक्शन एण्ड हम सफर, साझी दुनिया, सनतकदा, सहयोग, भारतीय महिला फेडरेशन, स्ट्डी हाल, प्रेरणा, महाराणा प्रताप, विज्ञान फाउण्डेशन, मैसवा, नवयुग, गुरूनानक डिग्री कालेज, महिला कालेज, महाराजा गल्र्स डिग्री कालेज, शशिभूषण गल्र्स डिग्री कालेज, करामत हुसैन गल्र्स डिग्री कालेज, अवध डिग्री कालेज, खुनखुन जी, शकुन्तला देवी विश्वविद्यालय, सेफ सफर, केयर, ब्रेक थ्रू, नव जागृति, आक्सफैम, एम ऐवाएनएपीएम, एपवा, बाल मंच एवं अन्य संगठनात्मक समूह एवं व्यक्ति थे।ज्ञापन सौंपने के दौरान अरूंधति धुरू, माधवी कुकरेजा और गुरजीत कौर आदि मौजूद थे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *