आगरा के विश्वविख्यात दयालबाग ड्रीम्ड यूनिवर्सिटी कलंकित
बिना किसी आधार के पुलिस अफसर जुटे किसी न किसी को फंसाने में
आगरा: यूपी के न्यू आगरा के विश्वाविख्यात दयालबाग एजुकेशन इंस्टीट्यूट (डीईआई) की लैब में एक शोध छात्रा की बलात्कार कर शुक्रवार की देर रात चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। छात्रा के कपड़े भी अस्त-व्यस्त मिले। फिलहाल इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। अब तक मिले तथ्य बताते हैं कि छात्रा के साथ पहले कई लोगों ने दुष्कर्म किया और उसके बाद उस छात्रा की नृशंस हत्या कर दी। पुलिस के बड़े अफसर इस मामले को दबाने की कोशिश में हैं और कोशिश इस बात की हो रही है कि इस नृशंस बलात्कार और हत्याकांड का ठीकरा किसी निर्दोष पर थोप दिया जाए। वैसे शनिवार को इस घटना के विरोध ने सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने इंस्टीट्यूट के बाहर प्रदर्शन किया।
एसएसपी आगरा सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि दिल्ली निवासी 23 वर्षीय नेहा शर्मा न्यू आगरा स्थित डीईआई में बायो-टेक्नोलॉजी की छात्रा थी। शुक्रवार की रात नेहा किसी काम से लैब में गई थी। उन्होंने कहा कि लैब के भीतर कुछ लोगों ने पहले उसको क्लोरोफोम सुंघाकर बेहोश कर दिया और फिर चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी। शाम के वक्त नेहा की मां ने उसको फोन किया तो फोन किसी युवक ने उठाया और बताया कि नेहा सदर गई है। युवक की इस बात पर नेहा की मां को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने इस बात की जानकारी कालेज प्रशासन को दी।
कॉलेज प्रशासन ने खबर मिलते ही नेहा की तलाश शुरू की तो बायो-टेक्नोलॉजी लैब में नेहा का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। नेहा का शव अर्द्धनग्न अवस्था में था। सूचना मिलते ही एसएसपी आगरा सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने छानबीन के बाद नेहा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
हैरत की बात यह है कि बिना किसी तथ्य के आगरा के एसएसपी ने ऐलान भी कर दिया कि कालेज परिसर में किसी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने खुलेआम ऐलान भी कर दिया कि नेहा की हत्या के पीछे उसके किसी परिचित का हाथ है। एसएसपी के इस बयान से छात्रों में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया है।